अमरोहा में यूपीसीडा के तीन रिटायर्ड अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज:जमीन अधिग्रहण के एवज में 30 करोड़ गबन करने का आरोप

अमरोहा के गजरौला में यूपीसीडा के तीन पूर्व अधिकारियों पर 30 करोड़ रुपए के गबन की रिपोर्ट दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि साल 2013-14 में तैनाती के दौरान इन अधिकारियों ने जमीन अधिग्रहण के एवज में 30 करोड़ मुआवजा बांट दिया। लेकिन जमीन का बैनामा नहीं कराया। यह भू-अधिग्रहण गजरौला औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए किया गया था। बैनामा न होने के कारण अधिगृहीत जमीन को सरकार के हक में छोड़ने से भू-स्वामी मुकर गए। फिलहाल तीनों अधिकारियों पर गबन की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। यूपीसीडा के प्रबंधक गोपाल प्रसाद ने बताया कि कार्रवाई की जद में आए तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक तेजवीर सिंह, अधिशासी अभियंता अजीत सिंह और दीपचंद ये तीनों उस समय अलीगढ़ के निर्माण खंड-4 में तैनात थे। तब गजरौला में औद्योगिक विकास का काम अलीगढ़ से ही नियंत्रित होता था। उस समय गजरौला क्षेत्र में नाईपुरा खादर की 1756 एकड़ और फाजिलपुर गौसाईं गांव की 151.32 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। तीनों के खिलाफ गबन की रिपोर्ट दर्ज लेकिन मामला पकड़ में आने तक तीनों अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए। यूपीसीडा के बरेली निर्माण खंड-11 के वरिष्ठ प्रबंधक राजीव कुमार और क्षेत्रीय प्रबंधक मंसूर कटियार ने जांच की, तो गबन की बात सामने आई। आरोप है कि मांगने पर भी तीनों ने जवाब नहीं दिया। लिहाजा तीनों के खिलाफ गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उधर इस मामले में सर्किल सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।

Nov 18, 2024 - 09:45
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अमरोहा में यूपीसीडा के तीन रिटायर्ड अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज:जमीन अधिग्रहण के एवज में 30 करोड़ गबन करने का आरोप
अमरोहा के गजरौला में यूपीसीडा के तीन पूर्व अधिकारियों पर 30 करोड़ रुपए के गबन की रिपोर्ट दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि साल 2013-14 में तैनाती के दौरान इन अधिकारियों ने जमीन अधिग्रहण के एवज में 30 करोड़ मुआवजा बांट दिया। लेकिन जमीन का बैनामा नहीं कराया। यह भू-अधिग्रहण गजरौला औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए किया गया था। बैनामा न होने के कारण अधिगृहीत जमीन को सरकार के हक में छोड़ने से भू-स्वामी मुकर गए। फिलहाल तीनों अधिकारियों पर गबन की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। यूपीसीडा के प्रबंधक गोपाल प्रसाद ने बताया कि कार्रवाई की जद में आए तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक तेजवीर सिंह, अधिशासी अभियंता अजीत सिंह और दीपचंद ये तीनों उस समय अलीगढ़ के निर्माण खंड-4 में तैनात थे। तब गजरौला में औद्योगिक विकास का काम अलीगढ़ से ही नियंत्रित होता था। उस समय गजरौला क्षेत्र में नाईपुरा खादर की 1756 एकड़ और फाजिलपुर गौसाईं गांव की 151.32 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। तीनों के खिलाफ गबन की रिपोर्ट दर्ज लेकिन मामला पकड़ में आने तक तीनों अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए। यूपीसीडा के बरेली निर्माण खंड-11 के वरिष्ठ प्रबंधक राजीव कुमार और क्षेत्रीय प्रबंधक मंसूर कटियार ने जांच की, तो गबन की बात सामने आई। आरोप है कि मांगने पर भी तीनों ने जवाब नहीं दिया। लिहाजा तीनों के खिलाफ गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उधर इस मामले में सर्किल सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।

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