अयोध्या के अंजरौली गांव में निकाली गई भव्य कलश यात्रा:कथा व्यास बोले-श्रीमद्भागवत कथा सुनने से पापों से मिलती मुक्ति
अयोध्या के अंजरौली गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के अवसर पर भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिनमें महिलाएं हाथ में कलश और पुरुष भगवा ध्वज लिए नजर आए। कथा व्यास पं अजय शुक्ला के नेतृत्व में निकली कलश यात्रा में दर्जनों वाहनों पर सवार श्रद्धालु भक्ति गीतों के बीच थिरकते नजर आए। भागवत कथा का आयोजन मिल्कीपुर क्षेत्र के अंजरौली गांव स्थित भूपेंद्र सिंह उदल के आवास पर किया गया है। कथा की मुख्य यजमान कांति सिंह पत्नी स्वर्गीय राम विनय सिंह हैं। 10 नवंबर को पूर्णाहुति एवं विशाल ब्राह्मण भोज का आयोजन होगा। जबकि 11 नवंबर को महाप्रसाद भंडारे का आयोजन किया जाएगा। किए गए पापों से मुक्ति मिल जाती है कथा व्यास पंडित अजय शुक्ला ने कहा मनुष्य बाल्यावस्था से लेकर मृत्यु तक सांसारिक गतिविधियों में लिप्त होकर अमूल्य जीवन को ईश्वर बना देता है। यह कथा जीवन के उद्देश्य के साथ ही सही दिशा को भी दर्शाती है। भागवत कथा सुनने मात्र से मनुष्य को जाने-अनजाने किए गए पापों से मुक्ति मिल जाती है। नकारात्मकता दूर होने से उसका जीवन सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। श्रीमद् भागवत कथा ही मृत्यु के सुधारने का श्रेष्ठतम मार्ग है। महाभारत रहना, गीता करना, रामायण जीना और श्रीमद् भागवत जीव को मरना सिखाती है, जो कथा देवलोक के देवताओं के लिए भी दुर्लभ है, जब जीव के जन्म जन्मांतर के पुण्य उदय होते है तब जीव का श्रीमद् भागवत कथा का लाभ प्राप्त होता है। यह कथा साक्षात भगवान श्री कृष्ण के वांगमयी मूर्ति है अतः इसका दर्शन, श्रवण, गान, चिंतन सभी श्रेष्ठतम ही है।हर व्यक्ति को अपने जीवन में श्रीमद् भागवत कथा का रसपान करना चाहिए सुनने मात्र से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। कलश यात्रा में सुरेश सिंह, रामकरन सिंह, वीरेंद्र सिंह, दीपू सिंह, प्रशांत, शिवकुमार सिंह, अखंड प्रताप सिंह, राम यश सिंह, विवेक कुमार सिंह, रमेश सिंह, अंकित सिंह, गिरीश सिंह, विजय कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, शिवम, वीरेंद्र सिंह सहित सैकड़ो क्षेत्रवासी भक्तजन तथा महिलाएं मौजूद रहीं।
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