इंग्लैंड का कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय करेगा आयुर्वेद में शोध:गठिया में उपचार की संभावनाओं पर करेगा रिसर्च, 100 रोगियों पर हो चुका है अध्ययन
इंग्लैंड का कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय का हड्डी रोग विभाग टुड़ियागंज के राजकीय आयुर्वेद कॉलेज में शोध करेगा। कैंब्रिज के विशेषज्ञ गठिया रोग में आयुर्वेदिक चिकित्सा की कार्य प्रणाली और रोगियों पर इसका प्रभाव देखेगा। इसके लिए कैम्ब्रिज की तरफ से राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के गठिया सुपर स्पेशियलिटी केन्द्र के संस्थापक निदेशक डॉ.संजीव रस्तोगी को शोध के लिये प्रस्ताव भेजा है। रिसर्च जर्नल हुआ पब्लिश डॉ.संजीव रस्तोगी ने बताया कि बीते दिनों में जर्मनी एक शोध छात्रा ने कॉलेज आकर गठिया रोग पर आयुर्वेद उपचार कारगर शोध पत्र प्रकाशित हुआ था। इसके बाद अब कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कालेज में आधुनिक चिकित्सा के शोध छात्र डॉ. करन गुप्ता ने गठिया रोगियों में आयुर्वेद उपचार से हो रहे लाभों का एनल्स आफ आयुर्वेदिक मेडिसिन रिसर्च जर्नल के साथ साझा किया। 100 रोगियों पर किया गया अध्ययन डॉ.करन वर्तमान में ट्रिनिटी कालेज, कैम्ब्रिज विश्विद्यालय में आधुनिक चिकित्सा में शोध कर रहे हैं। वो बीते दिनों तीन माह तक राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के गठिया केन्द्र उपचार करा रहे 100 रोगियों पर अध्ययन किया। इसमें उन्होंने पाया कि 8 माह के उपचार से रोगियों को 35 से 90 प्रतिशत फायदा मिला। डॉ.करन ने यह जानकारी कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में साझा की। उसके बाद विश्वविद्यालय के हड्डी रोग विभाग के डॉक्टरों ने आयुर्वेद कॉलेज के डॉ.संजीव रस्तोगी से संपर्क कर गठिया में आयुर्वेदिक उपचार की सम्भावनाओं पर शोध करने का प्रस्ताव भेजा है।
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