उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा संपन्न:भगवान सूर्य देव से खुशहाली और सुख समृद्धि की कामना की, श्रद्धालुओं ने खोला व्रत

फिरोजाबाद में आस्था के महापर्व छठ पूजा के चौथे दिन शुक्रवार को यज्ञशाला मंदिर पर कुंड में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य देव से परिवार की खुशहाली और सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं ने बताया कि छठ पर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन नहाय खाय से होती है। पंचमी को खरना, षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और उगते सूर्य सप्तमी को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त होता है। इस चार दिवसीय त्योहार में सूर्य और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत करना बहुत कठिन माना जाता है। क्योंकि इस व्रत को कठोर नियमों के अनुसार 36 घंटे तक रखा जाता है। अंतिम दिन उगते सूर्यदेव की पूजा अर्चना की। श्रद्धालु रिकेश महानामा ने बताया कि अधिकतर श्रद्धालुओं के द्वारा 36 घंटे का व्रत रखा गया था। जो कि उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो गया। इस दौरान कुंड पर पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ रही। इस मौके पर रामेश्वर मिश्रा, शर्मिला तिवारी, ब्रजेश तिवारी, मधु श्रीवास्तव, नरेश, करन कुमार प्रजापति, गोपाल कुमार, राजाराम यादव, डा. रमेश यादव, अमर सिंह, मुकेश कुमार प्रजापति आदि उपस्थित रहे।

Nov 8, 2024 - 10:05
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उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा संपन्न:भगवान सूर्य देव से खुशहाली और सुख समृद्धि की कामना की, श्रद्धालुओं ने खोला व्रत
फिरोजाबाद में आस्था के महापर्व छठ पूजा के चौथे दिन शुक्रवार को यज्ञशाला मंदिर पर कुंड में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य देव से परिवार की खुशहाली और सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं ने बताया कि छठ पर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन नहाय खाय से होती है। पंचमी को खरना, षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और उगते सूर्य सप्तमी को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त होता है। इस चार दिवसीय त्योहार में सूर्य और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत करना बहुत कठिन माना जाता है। क्योंकि इस व्रत को कठोर नियमों के अनुसार 36 घंटे तक रखा जाता है। अंतिम दिन उगते सूर्यदेव की पूजा अर्चना की। श्रद्धालु रिकेश महानामा ने बताया कि अधिकतर श्रद्धालुओं के द्वारा 36 घंटे का व्रत रखा गया था। जो कि उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो गया। इस दौरान कुंड पर पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ रही। इस मौके पर रामेश्वर मिश्रा, शर्मिला तिवारी, ब्रजेश तिवारी, मधु श्रीवास्तव, नरेश, करन कुमार प्रजापति, गोपाल कुमार, राजाराम यादव, डा. रमेश यादव, अमर सिंह, मुकेश कुमार प्रजापति आदि उपस्थित रहे।

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