करहल उपचुनाव में बसपा ने बदल दिया जिलाध्यक्ष:जाटव समाज का बनाया जिलाध्यक्ष, शाक्य-जाटव मतदाता के साथ चुनाव जीतने की रणनीति

बसपा सुप्रीमो मायावती के बसपा जिलाध्यक्ष को हटा दिया है। बसपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद्र शाक्य की शिकायतें पार्टी नेतृत्व के पास पहुंची थीं। इसके बाद उन्हें हटा दिया गया है। बसपा सुप्रीमो ने मैनपुरी के दोनों प्रभारियों को भी बदल दिया है। उनके स्थान पर नए जिला प्रभारी बनाए गए हैं। बसपा में हुए इस फेरबदल से कार्यकर्ताओं, नेताओं में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। ये फेरबदल उस समय हुआ है जब मैनपुरी के करहल में उपचुनाव चल रहा है। बसपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद्र शाक्य को हटा दिया गया और उनके स्थान पर जिला प्रभारी मनीष सागर को बसपा का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा जिला प्रभारी रहे अमित आंबेडकर को हटाकर देवेंद्र बघेल को जिला प्रभारी बनाया गया है। मनीष सागर के स्थान पर नवरत्न बौद्ध को जिला प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। बसपा के मंडल कोऑर्डिनेटर दीपक पेंटर ने बताया कि शीर्ष नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारियों के नेतृत्व में फेरबदल किया है। जिलाध्यक्ष में बदलाव: जाटव समाज का समावेश बसपा ने करहल उपचुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए शाक्य मतदाताओं के साथ-साथ दलित वोटरों को भी लक्षित करते हुए जिलाध्यक्ष के रूप में जाटव समाज के कार्यकर्ता मनीष सागर को नियुक्त किया है। इस कदम से बसपा ने अपने वोट बैंक को विस्तारित करने और जातिगत समर्थन बढ़ाने का प्रयास किया है। शाक्य और जाटव मतदाताओं की संयुक्त रणनीति बसपा ने शाक्य मतदाताओं और जाटव जाति के समर्थकों को एकजुट करके चुनाव जीतने की रणनीति अपनाई है। विभाग के प्रमुख अधिकारी राजेंद्र कुमार ने बताया कि बसपा अब शाक्य और जाटव मतदाताओं को अपने पाली में लेकर त्रिकोणीय मुकाबला की योजना बना रही है। इस रणनीति के तहत, बसपा ने दलित वोट बैंक को साधने के लिए जाटव जाति के कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष बनाया है। मतदाताओं की संख्या और जातिगत विभाजन करहल विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता संख्या 3 लाख 82 हजार 378 है। जातिगत विभाजन इस प्रकार है: इस आंकड़ों के आधार पर, बसपा ने शाक्य और जाटव मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की योजना बनाई है, ताकि वह सत्ताधारी दलों के मुकाबले में अपना वर्चस्व बढ़ा सके। राजनीतिक दलों के बीच रिश्तेदारों की लड़ाई जनपद मैनपुरी में चुनावी मैदान में विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच रिश्तेदारों की लड़ाई भी देखने को मिल रही है। सपा से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव मैदान में हैं, जबकि भाजपा में गए धर्मेंद्र यादव उनकी बहनोई और तेज प्रताप यादव के फूफा अनुजेश प्रताप यादव भाजपा से मैदान में हैं। बसपा ने इन दोनों रिश्तेदारों की लड़ाई का फायदा उठाकर अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है। बसपा के नए जिलाध्यक्ष का बयान बसपा जिला उपाध्यक्ष आनंद पांडे ने बताया कि मैनपुरी जिले में बसपा ने मनीष सागर को नया जिला अध्यक्ष बना कर अपनी पार्टी को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा, "हमने शाक्य और जाटव मतदाताओं को एकजुट करने के लिए यह कदम उठाया है, जिससे हमारी चुनावी रणनीति और मजबूत होगी।" चुनाव जीतने की उम्मीद बसपा की इस रणनीति से करहल विधानसभा उपचुनाव में उनका प्रदर्शन महत्वपूर्ण रहेगा। जातिगत समर्थन और सामूहिक रणनीति के चलते, बसपा को उम्मीद है कि वह आगामी चुनावों में अपना वर्चस्व बढ़ाने में सफल रहेगी और सत्ताधारी दलों के मुकाबले में आगे निकल पाएगी।

Nov 12, 2024 - 12:50
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करहल उपचुनाव में बसपा ने बदल दिया जिलाध्यक्ष:जाटव समाज का बनाया जिलाध्यक्ष, शाक्य-जाटव मतदाता के साथ चुनाव जीतने की रणनीति
बसपा सुप्रीमो मायावती के बसपा जिलाध्यक्ष को हटा दिया है। बसपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद्र शाक्य की शिकायतें पार्टी नेतृत्व के पास पहुंची थीं। इसके बाद उन्हें हटा दिया गया है। बसपा सुप्रीमो ने मैनपुरी के दोनों प्रभारियों को भी बदल दिया है। उनके स्थान पर नए जिला प्रभारी बनाए गए हैं। बसपा में हुए इस फेरबदल से कार्यकर्ताओं, नेताओं में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। ये फेरबदल उस समय हुआ है जब मैनपुरी के करहल में उपचुनाव चल रहा है। बसपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद्र शाक्य को हटा दिया गया और उनके स्थान पर जिला प्रभारी मनीष सागर को बसपा का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा जिला प्रभारी रहे अमित आंबेडकर को हटाकर देवेंद्र बघेल को जिला प्रभारी बनाया गया है। मनीष सागर के स्थान पर नवरत्न बौद्ध को जिला प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। बसपा के मंडल कोऑर्डिनेटर दीपक पेंटर ने बताया कि शीर्ष नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारियों के नेतृत्व में फेरबदल किया है। जिलाध्यक्ष में बदलाव: जाटव समाज का समावेश बसपा ने करहल उपचुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए शाक्य मतदाताओं के साथ-साथ दलित वोटरों को भी लक्षित करते हुए जिलाध्यक्ष के रूप में जाटव समाज के कार्यकर्ता मनीष सागर को नियुक्त किया है। इस कदम से बसपा ने अपने वोट बैंक को विस्तारित करने और जातिगत समर्थन बढ़ाने का प्रयास किया है। शाक्य और जाटव मतदाताओं की संयुक्त रणनीति बसपा ने शाक्य मतदाताओं और जाटव जाति के समर्थकों को एकजुट करके चुनाव जीतने की रणनीति अपनाई है। विभाग के प्रमुख अधिकारी राजेंद्र कुमार ने बताया कि बसपा अब शाक्य और जाटव मतदाताओं को अपने पाली में लेकर त्रिकोणीय मुकाबला की योजना बना रही है। इस रणनीति के तहत, बसपा ने दलित वोट बैंक को साधने के लिए जाटव जाति के कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष बनाया है। मतदाताओं की संख्या और जातिगत विभाजन करहल विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता संख्या 3 लाख 82 हजार 378 है। जातिगत विभाजन इस प्रकार है: इस आंकड़ों के आधार पर, बसपा ने शाक्य और जाटव मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की योजना बनाई है, ताकि वह सत्ताधारी दलों के मुकाबले में अपना वर्चस्व बढ़ा सके। राजनीतिक दलों के बीच रिश्तेदारों की लड़ाई जनपद मैनपुरी में चुनावी मैदान में विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच रिश्तेदारों की लड़ाई भी देखने को मिल रही है। सपा से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव मैदान में हैं, जबकि भाजपा में गए धर्मेंद्र यादव उनकी बहनोई और तेज प्रताप यादव के फूफा अनुजेश प्रताप यादव भाजपा से मैदान में हैं। बसपा ने इन दोनों रिश्तेदारों की लड़ाई का फायदा उठाकर अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है। बसपा के नए जिलाध्यक्ष का बयान बसपा जिला उपाध्यक्ष आनंद पांडे ने बताया कि मैनपुरी जिले में बसपा ने मनीष सागर को नया जिला अध्यक्ष बना कर अपनी पार्टी को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा, "हमने शाक्य और जाटव मतदाताओं को एकजुट करने के लिए यह कदम उठाया है, जिससे हमारी चुनावी रणनीति और मजबूत होगी।" चुनाव जीतने की उम्मीद बसपा की इस रणनीति से करहल विधानसभा उपचुनाव में उनका प्रदर्शन महत्वपूर्ण रहेगा। जातिगत समर्थन और सामूहिक रणनीति के चलते, बसपा को उम्मीद है कि वह आगामी चुनावों में अपना वर्चस्व बढ़ाने में सफल रहेगी और सत्ताधारी दलों के मुकाबले में आगे निकल पाएगी।

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