किरकिरी के बाद VDA लगवाएगा 45 सीसी कैमरे:कैम्पस में जहाँ सीसी कैमरे नहीं, वहीं चलता था लेनदेन, बाबू की गिरफ्तारी के बाद उठाया कदम

घूसखोरी में संपत्ति विभाग के बाबू की गिरफ्तारी के बाद विकास प्राधिकरण अब उन स्थानों पर सीसी कैमरे लगाने को मजबूर हो गया है जहां लेनदेन का खेल चलता था। अपने घर मकान बनाने को नक़्शे समेत अन्य कार्य से वीडीए पहुंचने वाले आम नागरिक से सीसी कैमरे लगे होने के बाद भी खुलेआम सुविधा शुल्क लेते क्योंकि उन्हें मालूम था कि सीसी कैमरे की नजर कैम्पस के किस कोने पर नहीं पड़ती है। परिसर के साथ ही जोनल में कार्यालय में लगेगा कैमरा VDA कैम्पस में वर्तमान में 61 और जोन कार्यालयों में कुल 06 कैमरे लगें है। वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने ने बताया कि प्राधिकरण मुख्यालय में लगभग 30, जोन-2 में 05 कैमरें, जोन-4 में 05 कैमरे तथा जोन-5 में 03 कैमरें लगेंगे जो परिसर की व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे। इन कैमरों को विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर लगया जाएगा जो 24 घण्टे चालू रहेंगे। निगरानी के लिए कर्मचारियों की शिफ्टवार तैनाती होगी ताकि संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सके। आखिर क्यों अचानक पड़ी और कैमरे की जरूरत दरअसल, एक दिन पहले ही एंटी करप्शन की टीम ने वीडीए परिसर से संपत्ति विभाग के बाबू रविशंकर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। पीड़ित अधिवक्ता का आरोप था कि बाबू ऊपर के अधिकारियों तक पैसा पहुंचाने की बात करता था। पीड़ित के आरोप ने अधिकारियों को भी असहज कर दिया था। तय हुआ कि सबसे पहले उन स्थानों पर कैमरे लगेंगे जहां पर खेल चलता था। शौचालय के पास गैलरी में होता था सौदा वीडीए कर्मचारियों को मालूम है कि कैमरे की नजर किन स्थानों पर नहीं है। दो मंजिला विकास प्राधिकरण की बिल्डिंग में दोनों फ्लोर पर शौचालय को जाने वाली गैलरी में सीसी कैमरे नहीं लगे हैं। वीडीए में आने वाले आम नागरिकों का कर्मचारी इसी जगह दोहन करते थे। गैलरी में होने वाली सौदेबाजी उजागर होने के बाद अब वहां भी कैमरे लगेंगे। गैलरी में ही दबोचा गया था बाबू संपत्ति विभाग के बाबू रविशंकर को मालूम था कि यहां पर वह कैमरे में कैद नहीं होगा इसलिए उसने पीड़ित को शौचालय वाली गैलरी के पास बुलाया। पीड़ित और एंटी करप्शन की टीम को मालूम था कि बाबू इसी गैलरी में पैसा लगा इसलिए उसी जगह जाल बिछाया। हुआ भी यहीं, पांच हजार के लालच में बाबू रंगे हाथ धरा गया। जेल गया आरोपी बाबू वीडीए परिसर में रिश्वत लेते गिरफ्तार बाबू रविशंकर को लिखापढ़ी के बाद बुधवार को जेल भेज दिया गया। वीडीए उपाध्यक्ष ने बाबू के गिरफ्तार होने के साथ ही उसे सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच बैठा दी है।

Nov 20, 2024 - 19:30
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किरकिरी के बाद VDA लगवाएगा 45 सीसी कैमरे:कैम्पस में जहाँ सीसी कैमरे नहीं, वहीं चलता था लेनदेन, बाबू की गिरफ्तारी के बाद उठाया कदम
घूसखोरी में संपत्ति विभाग के बाबू की गिरफ्तारी के बाद विकास प्राधिकरण अब उन स्थानों पर सीसी कैमरे लगाने को मजबूर हो गया है जहां लेनदेन का खेल चलता था। अपने घर मकान बनाने को नक़्शे समेत अन्य कार्य से वीडीए पहुंचने वाले आम नागरिक से सीसी कैमरे लगे होने के बाद भी खुलेआम सुविधा शुल्क लेते क्योंकि उन्हें मालूम था कि सीसी कैमरे की नजर कैम्पस के किस कोने पर नहीं पड़ती है। परिसर के साथ ही जोनल में कार्यालय में लगेगा कैमरा VDA कैम्पस में वर्तमान में 61 और जोन कार्यालयों में कुल 06 कैमरे लगें है। वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने ने बताया कि प्राधिकरण मुख्यालय में लगभग 30, जोन-2 में 05 कैमरें, जोन-4 में 05 कैमरे तथा जोन-5 में 03 कैमरें लगेंगे जो परिसर की व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे। इन कैमरों को विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर लगया जाएगा जो 24 घण्टे चालू रहेंगे। निगरानी के लिए कर्मचारियों की शिफ्टवार तैनाती होगी ताकि संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सके। आखिर क्यों अचानक पड़ी और कैमरे की जरूरत दरअसल, एक दिन पहले ही एंटी करप्शन की टीम ने वीडीए परिसर से संपत्ति विभाग के बाबू रविशंकर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। पीड़ित अधिवक्ता का आरोप था कि बाबू ऊपर के अधिकारियों तक पैसा पहुंचाने की बात करता था। पीड़ित के आरोप ने अधिकारियों को भी असहज कर दिया था। तय हुआ कि सबसे पहले उन स्थानों पर कैमरे लगेंगे जहां पर खेल चलता था। शौचालय के पास गैलरी में होता था सौदा वीडीए कर्मचारियों को मालूम है कि कैमरे की नजर किन स्थानों पर नहीं है। दो मंजिला विकास प्राधिकरण की बिल्डिंग में दोनों फ्लोर पर शौचालय को जाने वाली गैलरी में सीसी कैमरे नहीं लगे हैं। वीडीए में आने वाले आम नागरिकों का कर्मचारी इसी जगह दोहन करते थे। गैलरी में होने वाली सौदेबाजी उजागर होने के बाद अब वहां भी कैमरे लगेंगे। गैलरी में ही दबोचा गया था बाबू संपत्ति विभाग के बाबू रविशंकर को मालूम था कि यहां पर वह कैमरे में कैद नहीं होगा इसलिए उसने पीड़ित को शौचालय वाली गैलरी के पास बुलाया। पीड़ित और एंटी करप्शन की टीम को मालूम था कि बाबू इसी गैलरी में पैसा लगा इसलिए उसी जगह जाल बिछाया। हुआ भी यहीं, पांच हजार के लालच में बाबू रंगे हाथ धरा गया। जेल गया आरोपी बाबू वीडीए परिसर में रिश्वत लेते गिरफ्तार बाबू रविशंकर को लिखापढ़ी के बाद बुधवार को जेल भेज दिया गया। वीडीए उपाध्यक्ष ने बाबू के गिरफ्तार होने के साथ ही उसे सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच बैठा दी है।

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