खरना पूजा के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू:लखनऊ का गुप्ता परिवार 14 साल से कर रहा व्रत; जानें क्यों खरना है सबसे महत्वपूर्ण दिन

राजधानी लखनऊ में छठ पूजा को लेकर काफी संख्या में लोगों ने व्रत रखा है। शहर में गोमती नदी किनारे व कई इलाकों में छठ की वेदी बनाकर छठ पूजा की जाती है। नहाय खाय के बाद बुधवार को काफी संख्या में लोगों द्वारा खरना का प्रसाद अपने-अपने घरों में बनाया गया। खरना का प्रसाद खाकर 36 घंटे का महाव्रत शुरू हुआ। लखनऊ के विपुल खंड में अजय गुप्ता के परिवार द्वारा पिछले 14 सालों से छठ व्रत किया जा रहा है। परिवार के चार सदस्यों द्वारा नियमित रूप से इस व्रत को रखा जा रहा है। गौरी गुप्ता ने बताया कि शादी के चार पांच साल बाद इस व्रत को रखना शुरू किया था। आज मैंने गाय के दूध और गुड़ के माध्यम से खीर के साथ अन्य प्रमुख प्रसाद बनाई। अपने सुहाग के लिए व्रत रखते है। इस दौरान आसपास और कई रिश्तेदार भी खरना का प्रसाद ग्रहण करने के लिए मौजूद रहते हैं। मान्यता है कि खरना छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन छठी मैया का आगमन होता है। रुबी गुप्ता ने बताया कि वह भी लखनऊ में 20 सालों से हैं और लगभग 15 सालों से लगातार छठ पर्व काे मनाते हुए आ रही हैं। बता दें, लखनऊ के लक्ष्मण मेला घाट, मनकामेश्वर उपवन, कुड़िया घाट के अलावा कई महत्वपूर्ण स्थानों पर धूमधाम से छठ का महापर्व मनाया जा रहा है। गुरुवार की शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संग अन्य कैबिनेट मंत्री भी डुबते सूर्य को अर्घ देंगे।

Nov 7, 2024 - 07:20
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खरना पूजा के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू:लखनऊ का गुप्ता परिवार 14 साल से कर रहा व्रत; जानें क्यों खरना है सबसे महत्वपूर्ण दिन
राजधानी लखनऊ में छठ पूजा को लेकर काफी संख्या में लोगों ने व्रत रखा है। शहर में गोमती नदी किनारे व कई इलाकों में छठ की वेदी बनाकर छठ पूजा की जाती है। नहाय खाय के बाद बुधवार को काफी संख्या में लोगों द्वारा खरना का प्रसाद अपने-अपने घरों में बनाया गया। खरना का प्रसाद खाकर 36 घंटे का महाव्रत शुरू हुआ। लखनऊ के विपुल खंड में अजय गुप्ता के परिवार द्वारा पिछले 14 सालों से छठ व्रत किया जा रहा है। परिवार के चार सदस्यों द्वारा नियमित रूप से इस व्रत को रखा जा रहा है। गौरी गुप्ता ने बताया कि शादी के चार पांच साल बाद इस व्रत को रखना शुरू किया था। आज मैंने गाय के दूध और गुड़ के माध्यम से खीर के साथ अन्य प्रमुख प्रसाद बनाई। अपने सुहाग के लिए व्रत रखते है। इस दौरान आसपास और कई रिश्तेदार भी खरना का प्रसाद ग्रहण करने के लिए मौजूद रहते हैं। मान्यता है कि खरना छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन छठी मैया का आगमन होता है। रुबी गुप्ता ने बताया कि वह भी लखनऊ में 20 सालों से हैं और लगभग 15 सालों से लगातार छठ पर्व काे मनाते हुए आ रही हैं। बता दें, लखनऊ के लक्ष्मण मेला घाट, मनकामेश्वर उपवन, कुड़िया घाट के अलावा कई महत्वपूर्ण स्थानों पर धूमधाम से छठ का महापर्व मनाया जा रहा है। गुरुवार की शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संग अन्य कैबिनेट मंत्री भी डुबते सूर्य को अर्घ देंगे।

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