गंभीर इंफेक्शन से नही रुक रही थी यूरिन:जटिल सर्जरी कर डॉक्टरों ने दी राहत, यूरेटर को करना पड़ा री-इंप्लांट

लखनऊ में यूरिन इंफेक्शन की गंभीर समस्या से जूझ रही महिला को सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने बड़ी राहत दी है। इंफेक्शन की वजह से नगराम इलाके की रहने वाली मरीज की पेशाब की थैली, नली और योनि आपस में जुड़ गई थी। इससे लगातार पेशाब होती रहती थी। कई जगह इलाज के बावजूद राहत नहीं मिली तो सिविल अस्पताल की OPD में दिखाया। पहले कंट्रोल किया इंफेक्शन डॉक्टर ने जांच के बाद 10 दिन दवा खिलाकर संक्रमण पर काबू पाया। इससे कुछ राहत तो जरूर मिली पर समस्या से पूरी तरह निजात नही मिला था। इसके बाद जटिल सर्जरी करके इस बीमारी से पूरी तरह निजात दिलाई गई। सड़ गया था यूरेटर सिविल अस्पताल के सर्जन डॉ. आनंद मिश्रा ने बताया कि संक्रमण की वजह से महिला (45) की किडनी से जुड़ा यूरेटर पूरी तरह सड़ गया था। पेशाब थैली में यूरिन इकट्ठा होने के बजाय निकल आता था। 2 घंटे तक चली सर्जरी उन्होंने बताया कि 2 घंटे सर्जरी चली। पेशाब की थैली में छोटा सुराख किया। सड़ चुके यूरेटर को निकालकर नई जगह पर री इंप्लांट किया गया। ऑपरेशन के बाद महिला पूरी तरह स्वस्थ है। बताया कि निजी अस्पताल में इस तरह के ऑपरेशन में कम से कम दो लाख रुपये का खर्चा आता है। ऐसी सर्जरी सुपर स्पेशियालिटी संस्थानों में ही संभव है।

Nov 23, 2024 - 10:30
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गंभीर इंफेक्शन से नही रुक रही थी यूरिन:जटिल सर्जरी कर डॉक्टरों ने दी राहत, यूरेटर को करना पड़ा री-इंप्लांट
लखनऊ में यूरिन इंफेक्शन की गंभीर समस्या से जूझ रही महिला को सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने बड़ी राहत दी है। इंफेक्शन की वजह से नगराम इलाके की रहने वाली मरीज की पेशाब की थैली, नली और योनि आपस में जुड़ गई थी। इससे लगातार पेशाब होती रहती थी। कई जगह इलाज के बावजूद राहत नहीं मिली तो सिविल अस्पताल की OPD में दिखाया। पहले कंट्रोल किया इंफेक्शन डॉक्टर ने जांच के बाद 10 दिन दवा खिलाकर संक्रमण पर काबू पाया। इससे कुछ राहत तो जरूर मिली पर समस्या से पूरी तरह निजात नही मिला था। इसके बाद जटिल सर्जरी करके इस बीमारी से पूरी तरह निजात दिलाई गई। सड़ गया था यूरेटर सिविल अस्पताल के सर्जन डॉ. आनंद मिश्रा ने बताया कि संक्रमण की वजह से महिला (45) की किडनी से जुड़ा यूरेटर पूरी तरह सड़ गया था। पेशाब थैली में यूरिन इकट्ठा होने के बजाय निकल आता था। 2 घंटे तक चली सर्जरी उन्होंने बताया कि 2 घंटे सर्जरी चली। पेशाब की थैली में छोटा सुराख किया। सड़ चुके यूरेटर को निकालकर नई जगह पर री इंप्लांट किया गया। ऑपरेशन के बाद महिला पूरी तरह स्वस्थ है। बताया कि निजी अस्पताल में इस तरह के ऑपरेशन में कम से कम दो लाख रुपये का खर्चा आता है। ऐसी सर्जरी सुपर स्पेशियालिटी संस्थानों में ही संभव है।

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