गोंडा में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर डीएम ने की बैठक:परीक्षा केंद्रों पर न्यूनतम 30 दिनों की रिकॉर्डिंग, डीएम ने दिए कड़े निर्देश
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में इस बार प्रशासन ने सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। गोंडा डीएम संजीव रंजन ने अपने कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि परीक्षा केंद्रों का चयन परिषद द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार किया जाए। इस बार परीक्षा केंद्रों पर न्यूनतम 30 दिनों की रिकॉर्डिंग क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य होंगे, ताकि परीक्षा के दौरान की रिकॉर्डिंग का अवलोकन किया जा सके। यह कदम परीक्षा में पारदर्शिता और कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। आपत्तियों का समाधान बैठक में डीआईओएस ओमकार राणा ने बताया कि 179 प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों के बारे में विभिन्न प्रकार की 396 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। इनमें केंद्रों के बीच की दूरी, अधिक संख्या में छात्रों का आवंटन, कुछ केंद्रों को निरस्त करने और नए केंद्र बनाने से संबंधित आपत्तियां शामिल हैं। इस बार बोर्ड परीक्षा में 1,07,698 परीक्षार्थी शामिल होंगे। मूलभूत सुविधाओं पर जोर डीएम संजीव रंजन ने बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि परीक्षा केंद्र ऐसे स्कूलों में बनाए जाएं जहां सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों। केंद्रों का निर्धारण 12 किमी की परिधि के भीतर किया जाएगा, और ऐसे स्कूलों को परीक्षा केंद्र न बनाया जाए, जहां छात्रों की संख्या 80 से कम हो। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्रों का चयन किया जाए, ताकि परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस बैठक में सीडीओ डॉ. दिव्या मिश्रा, एडीएम त्रिभुवन विश्वकर्मा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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