गोरखपुर में जल्द शुरू होगा फ्रेश वेस्ट ट्रामल बायो कल्चर:हर दिन 500 टन कचरे का होगा निस्तारण, नगर निगम ने दी मंजूरी
गोरखपुर में हर दिन 500 टन से अधिक निकलने वाले फ्रेश वेस्ट के निस्तारण के लिए इस सप्ताह बानगी गांव में स्थापित होने जा रहा है फ्रेश वेस्ट ट्रामल बायो कल्चर प्लांट का ट्रायल रन। यह प्लांट गुलरिहा थाना के निकट उन फर्मों द्वारा लगाया जा रहा है जो पहले से इंदौर, जबलपुर और भोपाल जैसे शहरों में फ्रेश वेस्ट प्रबंधन के क्षेत्र में सफलतापूर्वक काम कर चुकी हैं। नगर निगम की मंजूरी नगर निगम सदन की सातवीं बोर्ड बैठक में 505 रुपये प्रति टन की दर पर इस प्लांट के निर्माण को मंजूरी दी गई है। यहां प्लेटफार्म बनाकर चार ट्रामल मशीनों के इंस्टॉलेशन का काम तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही, 63 केवीए के ट्रांसफार्मर और लाइन के लिए बिजली निगम में आवेदन कर धनराशि भी जमा कर दी गई है। इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 500 टन फ्रेश वेस्ट निस्तारण करने की है, जिससे हर घंटे 35 से 40 टन वेस्ट का निस्तारण होगा। RDF और कम्पोस्ट का होगा प्रबंधन फर्म होराइज सल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक क्षितिज सक्सेना ने बताया कि इस प्रक्रिया में निकलने वाले RDF (फ्यूल) को जबलपुर में ईंधन के रूप में बिक्री के लिए भेजा जाएगा, जबकि कम्पोस्ट को स्थानीय किसानों को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जाएगा। अयोध्याचक में कचरा निस्तारण का काम 90 फीसदी पूरा सरदारनगर के अयोध्या चक में स्थापित फ्रेश वेस्ट ट्रामल बायो कल्चर प्लांट पर पड़े कचरे का 90 फीसदी से अधिक निस्तारण हो चुका है। यहां से 10 बड़े ट्रकों के माध्यम से 320 टन RDF की छटाई कर मिलों को ईंधन के रूप में उपलब्ध कराया गया है। शेष बचे कम्पोस्ट के निस्तारण के लिए स्थानीय किसानों से बातचीत की जा रही है। नगर निगम आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि बानगी गांव में 500 टन प्रतिदिन फ्रेश वेस्ट निस्तारण के लिए यह नया प्लांट स्थापित किया जा रहा है। जब तक सुथनी में निर्माणाधीन प्लांट तैयार नहीं होता, तब तक यह प्लांट स्थानीय निवासियों को काफी राहत देगा। अयोध्याचक में लगे प्लांट के संचालन की संभावनाओं की भी तलाश की जा रही है।
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