गोरखपुर में 30 नवंबर से लगेगी खादी प्रदर्शनी:15 दिनों तक 110 स्टॉल्स पर देशभर के उत्पाद होंगे प्रदर्शित, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे आयोजित
गोरखपुर में आत्मनिर्भर भारत और लोकल फॉर वोकल अभियान को मजबूत बनाने के लिए खादी और ग्रामोद्योग से जुड़े शिल्पकारों व उद्यमियों को एक बड़ा मंच प्रदान किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से 15 दिवसीय मंडल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। यह भव्य प्रदर्शनी 30 नवंबर से 14 दिसंबर तक रामगढ़ताल के चंपा देवी पार्क मैदान में आयोजित होगी। उद्घाटन गोरखपुर के सांसद और फिल्म अभिनेता रविकिशन शुक्ल करेंगे। देशभर के उम्दा उत्पाद एक ही छत के नीचे प्रदर्शनी में खादी एवं ग्रामोद्योग के 110 स्टॉल लगाए जाएंगे, जिनमें उत्तर प्रदेश के अलावा जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के शिल्पकार अपने बेहतरीन उत्पादों के साथ हिस्सा लेंगे। प्रदर्शनी में खादी के परिधान, जैसे सिल्क, टसर, ऊनी सदरी, जैकेट, शॉल, सूती रजाई, गद्दे, कंबल, रेडीमेड और होजरी गारमेंट्स उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, यूपी के ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) उत्पाद जैसे कन्नौज की इत्र, सहारनपुर का फर्नीचर, आगरा-कानपुर के जूते-चप्पल, लखनऊ की चिकनकारी और भदोही के कालीन प्रमुख आकर्षण होंगे। राजस्थान के बीकानेरी पापड़ और नमकीन, प्रतापगढ़ के अचार-मुरब्बा, कश्मीरी शॉल, सूखे मेवे और औषधीय उत्पादों की भी विशेष मांग रहेगी। इसके साथ-साथ घरेलू उपयोग के उपकरण और हस्तशिल्प उत्पाद भी आगंतुकों को आकर्षित करेंगे। खरीदारी पर छूट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बहार इस प्रदर्शनी में आने वाले आगंतुक न सिर्फ उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद खरीद सकेंगे, बल्कि खादी वस्त्रों पर विशेष छूट का लाभ भी उठा सकेंगे। प्रदर्शनी हर दिन सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुली रहेगी। शाम 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें स्थानीय और राष्ट्रीय कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे, जिससे माहौल और भी मनोरम होगा। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सोच को आगे बढ़ाने का मौका खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी एके पाल ने बताया कि यह प्रदर्शनी न सिर्फ शिल्पकारों और उद्यमियों को बढ़ावा देने का एक बड़ा प्रयास है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “लोकल फॉर वोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियान को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने गोरखपुरवासियों से अपील की है कि इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और खादी और ग्रामोद्योग को समर्थन देकर देश की परंपराओं और आत्मनिर्भरता की मुहिम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।
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