जालौन में धनतेरस पर लोगों ने की खरीददारी:ऑटो सेक्टर की रही धूम, सोने-चांदी के आभूषण की बिक्री हुई कम
जालौन में धनतेरस पर लोगों ने बाजार में जमकर खरीदारी की। कई वर्षों के रिकार्ड तोड़ दिया। दुकानदारों को जिस तरह की उम्मीद थी। उससे कहीं अधिक धन की वर्षा, इस धनतेरस पर देखने को मिली। महंगाई अधिक और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इस बार लोगों ने सोने-चांदी के आभूषणों की खरीददारी कम की। मगर ऑटो सेक्टर की बल्ले बल्ले रही। इस बार दो पहिया वाहनों के साथ किसानों द्वारा ट्रैक्टर और चार पहिया वाहनों की खरीदारी की। सोना चांदी की खरीद कम होने के बावजूद भी जालौन में लगभग 60 करोड़ से अधिक की खरीदारी लोगों द्वारा की गई। वहीं उरई, कोंच, कालपी, जालौन और माधौगढ़ नगर में इस बार धनतेरस पर लोगों ने जमकर खरीदारी हुई। धनतेरस पर दुकानों को न केवल आकर्षक सजाया गया। बल्कि ग्राहकों के लिए नए सामान भी उपलब्ध कराए गए। वहीं भारी भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था भी शहर में मुस्तैद रही। जिससे किसी प्रकार की समस्या लोगों को न हो सके। इस बार बाजार में व्यापारियों द्वारा हर वर्ग के लिए तैयारी की गई थी। सड़कों में बड़ी-बड़ी दुकानों के साथ छोटी दुकानें भी ग्राहकों के लिए गुलजार थी। धनतेरस के अवसर पर पूजन सामग्री के साथ-साथ झाड़ू तक की दुकानों पर खूब बिक्री हुई। इस बार ग्राहकों ने 50 करोड़ से अधिक की सामग्री खरीदी है। मंहगाई के कारण सोना चांदी की खरीद कम हुई। पिछली बार की तुलना में इस बार 25 फीसदी ही लोगों द्वारा जरूरत के हिसाब से सोने चांदी के आभूषण खरीदे। इस बार सर्वाधिक ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। अकेले ही 15 करोड़ रुपए की खरीद मोटर साइकिल लोगों द्वारा खरीद की गई।जिसमें सर्वाधिक गाड़ियां हीरो कंपनी की लोगों द्वारा खरीद की गई। वहीं चार पहिया में कार और ट्रैक्टर की लोगों द्वारा खरीद की गई। वहीं बाजार में झाड़ू की भी धनतेरस कर खरीफ हुई। लोग झाड़ू खरीदते हुई दिखाई दिए। बाजार में चांदी के गणेश-लक्ष्मी बने सिक्के के साथ आभूषणों की खूब बिक्री हुई। बर्तन की दुकान पर भीड़ देर रात तक खत्म नहीं हुई। घंटी, आरती की थाली, पूजा का सामान, पीतल का लोटा, बोतल, कढ़ाई सहित कई बर्तनों की खरीद खूब हुई। दीपावली पर करीब तीन दिन बाजार में अधिक भीड़ रहती है। दुकानदारों ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्ष से बाजार ने उछाल मारा है। सर्राफा कारोबारी हरि किशोर गुप्ता रिप्पू गुप्ता और नवीन सोनी ने बताया कि इस बार सोना-चांदी के आभूषण की खरीद पिछले बार की तुलना में 25 फीसदी से भी कम हुई। पिछले साल चांदी 60 हजार रुपए किलो थी, मगर इस बार 1 लाख रुपए और सोने में भारी उछाल होने से लोगों ने खरीद कम की। खरीदारी कम करने का मुख्य कारण रूस यूक्रेन युद्ध है। जिस कारण महंगाई भी बड़ी है। लोगों ने खरीदारी भी कम की है। इस बार चांदी के सिक्के और भगवान की मूर्ति अधिक बिके हैं। ऑटो सेक्टर के बारे में कारोबारी शरद महेश्वरी ने बताया कि इस बार ऑटो सेक्टर में भारी उछाल रही। पिछली बार की तुलना में इस बार बाईकों की डिमांड ज्यादा रही। लगभग 1200 बाइक विभिन्न विभिन्न कंपनी की बिक्री हुई। जिसमें हीरो की गाड़ियों की डिमांड अधिक थी।
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