जिस घर में हुआ ब्लॉस्ट वहां बनते थे पटाखे:2 साल पहले एक्सपायर हो गया था लाइसेंस, सुल्तानपुर हादसे में पति-पत्नी की हुई थी मौत
सुल्तानपुर में शुक्रवार को घर में विस्फोट के कारण परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई। यह धमाका कुड़वार थाना क्षेत्र के सरैया पूरे बिसेन गांव में हुआ। यह लखनऊ-वाराणसी हाइवे पर स्थित अलीगंज बाजार से महज डेढ़ किमी दूरी पर है। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। दैनिक भास्कर की टीम धमाके वाली जगह पर पहुंचीं। धमाके के पीछे की वजह जानी। गांव वालों से बात की। पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट में धमाके की पूरी कहानी... पहले मामले पर एक नजर... विस्फोट से पूरा मकान ढह गया घटना शुक्रवार की शाम लगभग 4 बजे हुई। गांव निवासी बकरीदी के घर में विस्फोट हुआ। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार यह विस्फोट गैस सिलेंडर फटने से हुआ था, जिसमें पूरा घर ढह गया। बेटे नूर हसन (28) को गंभीर चोटें आईं। उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां उसने दम तोड़ दिया। वहीं दो बहुओं नाजिया और अनीसा को गंभीर अवस्था में लखनऊ रेफर किया गया था। एक बहू की भी मौत नूर हसन की पत्नी नाजिया ने भी शनिवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इधर, पोस्टमॉर्टम के बाद नूर हसन का शव पैतृक गांव भेज दिया गया और उसे सुपुर्द-ए-खाक किया गया। वहीं, नाजिया का शव रविवार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। हालांकि, पुलिस कागजी कार्रवाई में लापरवाही बरतने के कारण नूर हसन का पोस्टमॉर्टम समय पर नहीं हो सका। घर के पीछे बिखरे दिखे बर्तन विस्फोट के बाद शनिवार को मकान के पीछे मलबे के बीच बर्तन बिखरे हुए दिखे। मौके पर पुलिस के एक दरोगा और दो सिपाही तैनात किए गए हैं। वहीं, राजस्व विभाग के कर्मचारी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। विस्फोट स्थल से कुछ दूरी पर कब्रिस्तान में पति-पत्नी की कब्रों के लिए गड्ढे खोद दिए गए हैं। दो साल पहले एक्सपायर हो गया था लाइसेंस हालांकि पुलिस का कहना है कि विस्फोट सिलेंडर ब्लास्ट के कारण हुआ था। पर दैनिक भास्कर की पड़ताल में पता चला है कि घर में पटाखे बनाने का काम भी होता था। बकरीदी आतिशबाजी का काम करता था, उसके पास 16 पाउंड विस्फोटक का लाइसेंस था, जो दो साल पहले एक्सपायर हो गया था। लाइसेंस रिन्यूअल नहीं कराया गया। इसके बावजूद घर में पटाखे बनने का काम चल रहा था। समाप्त हुआ तो उसने रिन्युअल नहीं कराया। चश्मदीद बोला- पहले सिलेंडर फटा, फिर बारूद ग्रामीण मो. शाहिद खान ने बताया कि वे घटना के समय होटल में चाय पी रहे थे और उन्होंने विस्फोट को अपनी आंखों से देखा। उन्होंने बताया, "पहले गैस सिलेंडर फटा और फिर दीवाली के दौरान रखा गया बारूद फटने से बड़ा धमाका हुआ। सिलेंडर फटने के बाद नूर हसन बाहर गिरा, जबकि उसकी दो बहुएं मलबे में दब गईं।" सीओ बोले- गैस सिलेंडर फटने से ही हादसा सीओ सिटी प्रशांत सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस और फायर विभाग की टीम ने जांच की और गैस सिलेंडर के अवशेष मिले हैं, जिससे यह साबित हुआ कि घटना गैस सिलेंडर फटने के कारण हुई थी। हालांकि, कुछ सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने अवशेषों को बोरी में भरकर मौके से ले लिया, जिससे घटना की प्रकृति को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। 30 साल पहले आकर बसा था परिवार ग्रामीणों और पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, बकरीदी अमेठी जिले के जामो थाना अंतर्गत रेसी गांव का रहने वाला था और करीब तीस साल पहले सरैया पूरे बिसेन गांव में आकर बसा था। उसने यहां सरकारी जमीन पर मकान बनवाया था और आतिशबाजी का काम करता था। बकरीदी के छह बेटे हैं, जिनमें से तीन सऊदी अरब में और एक दुबई में काम करता है। यह खबर भी पढ़ें... सुल्तानपुर में मकान में सिलेंडर विस्फोट, एक की मौत: धमाके से छत उड़ी, हादसे में दो महिलाएं घायल, लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर सुल्तानपुर के कुड़वार थाना क्षेत्र के सरैया पूरे बिसेन में शुक्रवार शाम एक घर में सिलेंडर विस्फोट हो गया। जिसमें मकान की छट उड़ गई। विस्फोट में दंपती समेत तीन लोग घायल हुए। सभी को तत्काल राजकीय मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां पर इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई, जबकि दोनों महिलाओं को ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है। उधर अधिकारियों ने जेसीबी से मलबा हटवाया है। पढ़ें पूरी खबर
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