झांसी अग्निकांड-सरकार ने जांच के बीच कमेटी बदली:पहली रिपोर्ट 12 घंटे में नहीं आएगी, 3 नवजात की अब तक पहचान नहीं
झांसी अग्निकांड की जांच रिपोर्ट अब 12 घंटे बाद नहीं आएगी। त्रिस्तरीय जांच रिपोर्ट के बाद ही घटना का खुलासा हो सकेगा। सरकार ने जांच के बीच ही कमेटी बदल दी है। झांसी के मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे ने बताया कि उनकी अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी रिपोर्ट नहीं देगी। शासन ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक किंजल सिंह की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की है। अब वह कमेटी ही मामले की जांच करेगी। महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में शुक्रवार रात भीषण आग लग गई थी। हादसे में 10 बच्चों की मौत हो गई। शनिवार शाम को 7 बच्चों का 2-2 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। सभी बच्चे 80 फीसदी से अधिक जल गए थे। हडि्डयां तक निकल आई थीं। सभी के DNA सैंपल भी लिए गए हैं। 2 दिन बाद भी 3 बच्चों के शवों की पहचान नहीं हो सकी, इसलिए पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया। पहचान होने या नहीं होने पर 72 घंटे बाद पोस्टमॉर्टम होगा। इधर, 20 घंटे से लापता 8 बच्चों में से 7 मिल गए हैं। सिर्फ 1 बच्चा अभी तक नहीं मिल पाया है। झांसी जिला प्रशासन ने 10 बच्चों के शवों की फोटो जारी की। कहा- ज्यादा मौतों की बात गलत है। कैसे हुआ हादसा? शुक्रवार रात करीब साढ़े 10 बजे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते आग लगी, फिर धमाका हो गया। पूरे वार्ड में आग फैल गई। वार्ड बॉय ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) चलाया, मगर वह 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था, इसलिए काम नहीं किया। सूचना पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं। खिड़की तोड़कर पानी की बाैछारें मारीं। भीषण आग को देखते हुए सेना को बुलाया गया। करीब 2 घंटे में आग पर काबू पाया गया। वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
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