डाकखाने में चार लोगों से 18.75 लाख का गबन:मुज़फ्फरनगर में उप डाक पाल ने 3 साल में खातों से उड़ा दी रकम, रिटायर्ड होने पर खुला मामला
मुजफ्फरनगर में डाक खाने में पैसा जमा करने वालों को पता भी नहीं और उनके खाते से 18.75 लाख रुपए का गबन कर लिया गया। गबन छुपाने के लिए आरोपी ने खाताधारकों को डाक घर से फर्जी पासबुक भी बनाकर दे दी। ताकि उनकी जालसाजी का किसी को पता नहीं चल पाया। आरोपी रिटायर्ड हुआ तो हिसाब किताब में गड़बड़ी पर गबन को खुलासा हुआ। डाक विभाग के अधीन थाना तितावी क्षेत्र के गांव अलीपुर खेड़ी में उप डाकघर संचालित किया जा रहा है। इस उप डाकघर में गांव के साथ ही आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के द्वारा अपने खाते खुलवाकर धन जमा किया गया है। कुछ लोगों के द्वारा यहां पर एकमुश्त राशि जमा कर एफडी भी बनवाई जाती हैं। इस उप डाक घर में चार खाता धारक ग्रामीणों से बड़े पैमाने पर गबन करने का मामला सामने आया है। पश्चिम उप मंडल डाक विभाग मुजफ्फरनगर के डाक निरीक्षक हरि कृष्ण पुत्र जयपाल सिंह ने एसएसपी अभिषेक सिंह से मिलकर शिकायत की थी कि उप डाक घर अलीपुर खेड़ी पर वर्ष 2021 से 2023 तक विरेन्द्र सिंह पुत्र सुखबीर सिंह निवासी ग्राम टाण्डा जनपद शामली उप डाक पाल के पद पर कार्यरत थे। उनके रिटायर्ड होने के बाद अपै्रल 2024 में उप डाकघर अलीपुर खेड़ी में खातों के हिसाब किताब के दौरान कुछ वित्तीय गड़बड़ी की शिकायत मिलने लगी थी। इस पर विभागीय स्तर पर जांच बैठा दी गई। खातों की जांच करने पर पाया गया कि उप डाक पाल रहते हुए विरेन्द्र सिंह के द्वारा खाताधारकों से धनराशि प्राप्त करने के बाद उनको फर्जी पासबुक जारी की गई। चल रही विभागीय जांच में चार खाताधारकों संदीप शर्मा पुत्र राजेश्वर दयाल शर्मा निवासी ओम विहार शामली से 6.30 लाख अनीता सैनी पत्नी सोमपाल सैनी निवासी सोहजनी तगान मुजफ्फरनगर से 5.45 लाख, विपिन कुमार पुत्र रीषिपाल निवासी लालूखेडी मुज़फ्फरनगर से 3.10 लाख और जगमेहर सिंह पुत्र तुलसीराम निवासी साल्हाखेडी मुजफ्फरनगर से 4 लाख रुपये का गबन किया गया है। इन चारों खाता धारकों से कुल 18.75 लाख रुपये की धनराशि हड़प कर ली गई।
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