दिल्ली की हवा में प्रदूषण का लेवल खतरनाक:स्कूल ऑनलाइन, ट्रकों की एंट्री बैन; बच्चे-बुजुर्ग, सांस और दिल के मरीजों को सलाह- घर पर रहें

वायु प्रदूषण बेहद खतरनाक लेवल पर पहुंचने के बाद दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। रविवार शाम दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्श 441 दर्ज किया गया। यह बेहद गंभीर कैटेगरी में आता है। दिल्ली के 40 मॉनीटरिंग स्टेशनों में से 32 ने एयर क्वालिटी को ‘गंभीर कैटेगरी’ में रिकॉर्ड किया। यहां AQI 400 से ऊपर रहा। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर 2024 की सुबह 8 बजे से दिल्ली-NCR में बदला हुआ ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे फेज को लागू कर दिया है। इसके तहत सभी प्रतिबंध अगले आदेश तक जारी रहेंगे। दिल्ली CM आतिशी ने कहा, 10वीं और 12वीं को छोड़ सभी क्लासेस ऑनलाइन होंगी। GRAP-IV के लागू होने साथ ही कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। साथ ही बच्चों, बुजुर्गों, सांस और दिल के मरीजों, पुरानी बीमारियों से पीड़ितों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है। GRAP-4 नियम लागू करने के लिए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, दोपहर 12 बजे से सभी विभागों के साथ मीटिंग करेंगे। 2,200 से ज्यादा पुरानी गाड़ियां जब्त कीं दिल्ली परिवहन विभाग ने 1 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच 2,234 ज्यादा गाड़ियां जब्त कीं, जो बेहद पुराने थे।राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए यह कदम उठाया गया। इनमें 10 साल से ज्यादा पुराने 260 डीजल चार पहिया, 1,156 पेट्रोल दोपहिया वाहन और 15 साल से ज्यादा पुराने 818 पेट्रोल तीन और चार पहिया वाहन शामिल हैं। यह कार्रवाई दिसंबर तक चलेगी। जब्त वाहनों की स्क्रैपिंग या बिक्री के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। दिल्ली में 37% प्रदूषण पराली जलाने की वजह से सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, रविवार सुबह 7 बजे दिल्ली की 14 लोकेशन पर AQI 400+ दर्ज किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 37% प्रदूषण दिल्ली और आसपास के राज्यों में पराली जलाने से हुआ है। वहीं, 12% पॉल्यूशन की वजह गाड़ियों से होने वाला कार्बन उत्सर्जन है। दिल्ली के अलावा हरियाणा के भी कई शहरों में AQI 400 के करीब पहुंच गया है। खतरनाक प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में 5वीं तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस चलाने का फैसला किया है। उधर, कश्मीर में बर्फबारी के चलते किश्तवाड़-सिंथन टॉप रोड बंद कर दी गई है। यह सड़क अनंतनाग को किश्तवाड़ नेशनल हाईवे (NH-244) से जोड़ती है। अधिकारियों का कहना है कि सड़क से बर्फ हटाने का काम जारी है। मौसम को देखकर ट्रैफिक मूवमेंट शुरू किया जाएगा। AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लगाया जाता है हव प्रदूषण के स्तर की जांच करने के लिए इसे 4 कैटेगरी में बांटकर देखा गया है। हर स्तर के लिए लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी GRAP कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। ​​​​​​AQI क्या है और इसका हाई लेवल खतरा क्यों AQI एक तरह का थर्मामीटर है। बस ये तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे तो 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन अभी हालात ये हैं कि राजस्थान, हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ये 300 के ऊपर जा चुका है। ये बढ़ता AQI सिर्फ एक नंबर नहीं है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। राज्यों में मौसम का हाल... मध्यप्रदेश : स्कूलों की टाइमिंग बदली, सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठंड सर्द हवाएं चलने से मध्यप्रदेश में ठंड का असर है। इस वजह से अब स्कूलों की टाइमिंग भी बदली जा रही है। भोपाल में कई प्राइवेट स्कूलों ने 30 मिनट तक टाइमिंग बढ़ा दी है। इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन में भी समय बदलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 20 नवंबर के बाद सर्दी का असर और बढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले तीन-चार दिनों में कई शहरों में रात के टेम्प्रेचर में 2 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। पढ़ें पूरी खबर...

Nov 18, 2024 - 07:05
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दिल्ली की हवा में प्रदूषण का लेवल खतरनाक:स्कूल ऑनलाइन, ट्रकों की एंट्री बैन; बच्चे-बुजुर्ग, सांस और दिल के मरीजों को सलाह- घर पर रहें
वायु प्रदूषण बेहद खतरनाक लेवल पर पहुंचने के बाद दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। रविवार शाम दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्श 441 दर्ज किया गया। यह बेहद गंभीर कैटेगरी में आता है। दिल्ली के 40 मॉनीटरिंग स्टेशनों में से 32 ने एयर क्वालिटी को ‘गंभीर कैटेगरी’ में रिकॉर्ड किया। यहां AQI 400 से ऊपर रहा। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर 2024 की सुबह 8 बजे से दिल्ली-NCR में बदला हुआ ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे फेज को लागू कर दिया है। इसके तहत सभी प्रतिबंध अगले आदेश तक जारी रहेंगे। दिल्ली CM आतिशी ने कहा, 10वीं और 12वीं को छोड़ सभी क्लासेस ऑनलाइन होंगी। GRAP-IV के लागू होने साथ ही कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। साथ ही बच्चों, बुजुर्गों, सांस और दिल के मरीजों, पुरानी बीमारियों से पीड़ितों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है। GRAP-4 नियम लागू करने के लिए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, दोपहर 12 बजे से सभी विभागों के साथ मीटिंग करेंगे। 2,200 से ज्यादा पुरानी गाड़ियां जब्त कीं दिल्ली परिवहन विभाग ने 1 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच 2,234 ज्यादा गाड़ियां जब्त कीं, जो बेहद पुराने थे।राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए यह कदम उठाया गया। इनमें 10 साल से ज्यादा पुराने 260 डीजल चार पहिया, 1,156 पेट्रोल दोपहिया वाहन और 15 साल से ज्यादा पुराने 818 पेट्रोल तीन और चार पहिया वाहन शामिल हैं। यह कार्रवाई दिसंबर तक चलेगी। जब्त वाहनों की स्क्रैपिंग या बिक्री के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। दिल्ली में 37% प्रदूषण पराली जलाने की वजह से सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, रविवार सुबह 7 बजे दिल्ली की 14 लोकेशन पर AQI 400+ दर्ज किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 37% प्रदूषण दिल्ली और आसपास के राज्यों में पराली जलाने से हुआ है। वहीं, 12% पॉल्यूशन की वजह गाड़ियों से होने वाला कार्बन उत्सर्जन है। दिल्ली के अलावा हरियाणा के भी कई शहरों में AQI 400 के करीब पहुंच गया है। खतरनाक प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में 5वीं तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस चलाने का फैसला किया है। उधर, कश्मीर में बर्फबारी के चलते किश्तवाड़-सिंथन टॉप रोड बंद कर दी गई है। यह सड़क अनंतनाग को किश्तवाड़ नेशनल हाईवे (NH-244) से जोड़ती है। अधिकारियों का कहना है कि सड़क से बर्फ हटाने का काम जारी है। मौसम को देखकर ट्रैफिक मूवमेंट शुरू किया जाएगा। AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लगाया जाता है हव प्रदूषण के स्तर की जांच करने के लिए इसे 4 कैटेगरी में बांटकर देखा गया है। हर स्तर के लिए लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी GRAP कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। ​​​​​​AQI क्या है और इसका हाई लेवल खतरा क्यों AQI एक तरह का थर्मामीटर है। बस ये तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे तो 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन अभी हालात ये हैं कि राजस्थान, हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ये 300 के ऊपर जा चुका है। ये बढ़ता AQI सिर्फ एक नंबर नहीं है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। राज्यों में मौसम का हाल... मध्यप्रदेश : स्कूलों की टाइमिंग बदली, सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठंड सर्द हवाएं चलने से मध्यप्रदेश में ठंड का असर है। इस वजह से अब स्कूलों की टाइमिंग भी बदली जा रही है। भोपाल में कई प्राइवेट स्कूलों ने 30 मिनट तक टाइमिंग बढ़ा दी है। इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन में भी समय बदलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 20 नवंबर के बाद सर्दी का असर और बढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले तीन-चार दिनों में कई शहरों में रात के टेम्प्रेचर में 2 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। पढ़ें पूरी खबर...

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