दिल्ली में AQI-440 पार, सरकारी ऑफिस की टाइमिंग बदली:स्कूलों में मास्क अनिवार्य, सरकार की अपील- निजी वाहन न चलाए, 106 बसें, मेट्रो के 60 फेरे बढ़े

दिल्ली में शनिवार सुबह भी प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली के 10 से ज्यादा स्टेशंस पर सुबह 7 बजे AQI 400+ दर्ज किया गया। जहांगिरपुरी में AQI सबसे ज्यादा 445 तक पहुंचा। प्रदूषण को देखते हुए मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकारी ऑफिसों के लिए नए समय की घोषणा की। केंद्र सरकार के दफ्तर सुबह 9 से शाम 5:30, दिल्ली सरकार के दफ्तर 10 से शाम 6:30 और MCD के दफ्तर 8:30 से शाम 5 बजे तक चलेंगे। दिल्ली के सभी प्राइमरी (5वीं क्लास तक) स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलाने का ऐलान शुक्रवार को ही कर दिया गया था। अब छठी से 12वीं तक के स्कूलों के लिए मास्क अनिवार्य करने का भी फैसला लिया गया है। सरकार ने लोगों से निजी वाहन न चलाने की अपील की है। इसके लिए 106 अतिरिक्त क्लस्टर बसें और मेट्रो के 60 और फेरे बढ़ाए गए हैं। सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-III) के तहत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है, ताकि प्रदूषण को रोका जा सके। इसका पालन न करने पर 20,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। एयर कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने NCR यानी हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों के दिल्ली आने पर भी रोक लगा दी है। दिल्ली में प्रदूषण और धुंध की 6 तस्वीरें इस बीच, अमेरिकी साइंटिस्ट हीरेन जेठवा ने 14 नवंबर को दिल्ली की सैटेलाइट इमेज शेयर की हैं। इसमें दिल्ली में घना स्मॉग दिखाई दे रहा है। हीरेन अमेरिका की मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में एरोसोल रिमोट सेंसिंग साइंटिस्ट हैं। हीरेन की फोटोज NASA ने भी शेयर की हैं। दिल्ली-NCR में तोड़फोड़ पर रोक, डीजल गाड़ियों पर पाबंदी आगे क्या: UP, पंजाब, हिमाचल में रहेगा बहुत घना कोहरा पंजाब-चंडीगढ़ में धुंध का अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में दो दिन घने कोहरे का अलर्ट है। UP और पंजाब में 15 नवंबर तक, हिमाचल में 18 नवंबर तक रात और सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाएगा। हरियाणा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड में 16 नवंबर तक धुंध छाने का अनुमान है। दिल्ली में प्रदूषण से निपटने ग्रेडेड एक्शन प्लान लागू राजधानी में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए प्रदूषण के स्तर को 4 कैटेगरी में बांटकर देखा गया है। हर स्तर के लिए लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड एक्शन प्लान यानी GRAP कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। दिल्ली सरकार ने कहा था- प्रतिबंध नहीं लगाएंगे दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार सुबह ही कहा था, 'GRAP-3 के प्रतिबंध लागू नहीं किए जाएंगे।' इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आतिशी सरकार की निष्क्रियता के कारण प्रदूषण की स्थिति दिल्ली के आसपास के इलाकों से भी बदतर हो गई है। राजपथ जैसे इलाकों में भी AQI 450 से ज्यादा है। उन्होंने कहा- दिल्ली के लोग चाहते हैं कि गोपाल राय अपना पद छोड़ दें। इस पर गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी में 35% योगदान भाजपा शासित हरियाणा और उत्तर प्रदेश के NCR में आने वाले जिलों का है। दिल्ली में 14 अक्टूबर को GRAP-1 लागू किया गया था दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 200 पार होने के बाद 14 अक्टूबर को दिल्ली NCR में GRAP-1 लागू कर दिया गया था। इसके तहत होटलों और रेस्तरां में कोयला और जलाऊ लकड़ी के उपयोग पर बैन है। कमीशन ऑफ एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट ने एजेंसियों को पुराने पेट्रोल और डीजल गाड़ियों (BS -III पेट्रोल और BS-IV डीजल) के संचालन पर सख्त निगरानी के आदेश दिए हैं। आयोग ने एजेंसियों से सड़क बनाने, रेनोवेशन प्रोजेक्ट और मेन्टेनेन्स एक्टिविटीज में एंटी-स्मॉग गन, पानी का छिड़काव और डस्ट रिपेलेंट तकनीकों के उपयोग को बढ़ाने के लिए भी कहा है। ​​​​​​AQI क्या है और इसका हाई लेवल खतरा क्यों AQI एक तरह का थर्मामीटर है। बस ये तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा। और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे तो 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन अभी हालात ये हैं कि राजस्थान, हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ये 300 के ऊपर जा चुका है। ये बढ़ता AQI सिर्फ एक नंबर नहीं है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। क्या होता है PM, कैसे नापा जाता है PM का अर्थ होता है पर्टिकुलेट मैटर। हवा में जो बेहद छोटे कण यानी पर्टिकुलेट मैटर की पहचान उनके आकार से होती है। 2.5 उसी पर्टिकुलेट मैटर का साइज है, जिसे माइक्रोन में मापा जाता है। इसका मुख्य कारण धुआं है, जहां भी कुछ जलाया जा रहा है तो समझ लीजिए कि वहां से PM2.5 का प्रोडक्शन हो रहा है। इंसान के सिर के बाल की अगले सिरे की साइज 50 से 60 माइक्रोन के बीच होता है। ये उससे भी छोटे 2.5 के होते हैं। मतलब साफ है कि इन्हें खुली आंखों से भी नहीं देखा जा सकता। एयर क्वालिटी अच्छी है या नहीं, ये मापने के लिए PM2.5 और PM10 का लेवल देखा जाता है। हवा में PM2.5 की संख्या 60 और PM10 की संख्या 100 से कम है, मतलब एयर क्वालिटी ठीक है। गैसोलीन, ऑयल, डीजल और लकड़ी जलाने से सबसे ज्यादा PM2.5 पैदा होते हैं। मौसम से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... दावा- दिल्ली में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित NDTV के मुताबिक, प्राइवेट एजेंसी लोकल सर्कल के सर्वे में दावा किया गया कि दिल्ली-NCR में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित हैं। 1 नवंबर को जारी की गई इस रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली-NCR में 62% परिवारों में से कम से कम 1 सदस्य की आंखों में जलन है। 46% फैमिली में किसी न किसी मेंबर को

Nov 16, 2024 - 07:50
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दिल्ली में AQI-440 पार, सरकारी ऑफिस की टाइमिंग बदली:स्कूलों में मास्क अनिवार्य, सरकार की अपील- निजी वाहन न चलाए, 106 बसें, मेट्रो के 60 फेरे बढ़े
दिल्ली में शनिवार सुबह भी प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली के 10 से ज्यादा स्टेशंस पर सुबह 7 बजे AQI 400+ दर्ज किया गया। जहांगिरपुरी में AQI सबसे ज्यादा 445 तक पहुंचा। प्रदूषण को देखते हुए मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकारी ऑफिसों के लिए नए समय की घोषणा की। केंद्र सरकार के दफ्तर सुबह 9 से शाम 5:30, दिल्ली सरकार के दफ्तर 10 से शाम 6:30 और MCD के दफ्तर 8:30 से शाम 5 बजे तक चलेंगे। दिल्ली के सभी प्राइमरी (5वीं क्लास तक) स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलाने का ऐलान शुक्रवार को ही कर दिया गया था। अब छठी से 12वीं तक के स्कूलों के लिए मास्क अनिवार्य करने का भी फैसला लिया गया है। सरकार ने लोगों से निजी वाहन न चलाने की अपील की है। इसके लिए 106 अतिरिक्त क्लस्टर बसें और मेट्रो के 60 और फेरे बढ़ाए गए हैं। सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-III) के तहत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है, ताकि प्रदूषण को रोका जा सके। इसका पालन न करने पर 20,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। एयर कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने NCR यानी हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों के दिल्ली आने पर भी रोक लगा दी है। दिल्ली में प्रदूषण और धुंध की 6 तस्वीरें इस बीच, अमेरिकी साइंटिस्ट हीरेन जेठवा ने 14 नवंबर को दिल्ली की सैटेलाइट इमेज शेयर की हैं। इसमें दिल्ली में घना स्मॉग दिखाई दे रहा है। हीरेन अमेरिका की मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में एरोसोल रिमोट सेंसिंग साइंटिस्ट हैं। हीरेन की फोटोज NASA ने भी शेयर की हैं। दिल्ली-NCR में तोड़फोड़ पर रोक, डीजल गाड़ियों पर पाबंदी आगे क्या: UP, पंजाब, हिमाचल में रहेगा बहुत घना कोहरा पंजाब-चंडीगढ़ में धुंध का अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में दो दिन घने कोहरे का अलर्ट है। UP और पंजाब में 15 नवंबर तक, हिमाचल में 18 नवंबर तक रात और सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाएगा। हरियाणा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड में 16 नवंबर तक धुंध छाने का अनुमान है। दिल्ली में प्रदूषण से निपटने ग्रेडेड एक्शन प्लान लागू राजधानी में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए प्रदूषण के स्तर को 4 कैटेगरी में बांटकर देखा गया है। हर स्तर के लिए लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड एक्शन प्लान यानी GRAP कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। दिल्ली सरकार ने कहा था- प्रतिबंध नहीं लगाएंगे दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार सुबह ही कहा था, 'GRAP-3 के प्रतिबंध लागू नहीं किए जाएंगे।' इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आतिशी सरकार की निष्क्रियता के कारण प्रदूषण की स्थिति दिल्ली के आसपास के इलाकों से भी बदतर हो गई है। राजपथ जैसे इलाकों में भी AQI 450 से ज्यादा है। उन्होंने कहा- दिल्ली के लोग चाहते हैं कि गोपाल राय अपना पद छोड़ दें। इस पर गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी में 35% योगदान भाजपा शासित हरियाणा और उत्तर प्रदेश के NCR में आने वाले जिलों का है। दिल्ली में 14 अक्टूबर को GRAP-1 लागू किया गया था दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 200 पार होने के बाद 14 अक्टूबर को दिल्ली NCR में GRAP-1 लागू कर दिया गया था। इसके तहत होटलों और रेस्तरां में कोयला और जलाऊ लकड़ी के उपयोग पर बैन है। कमीशन ऑफ एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट ने एजेंसियों को पुराने पेट्रोल और डीजल गाड़ियों (BS -III पेट्रोल और BS-IV डीजल) के संचालन पर सख्त निगरानी के आदेश दिए हैं। आयोग ने एजेंसियों से सड़क बनाने, रेनोवेशन प्रोजेक्ट और मेन्टेनेन्स एक्टिविटीज में एंटी-स्मॉग गन, पानी का छिड़काव और डस्ट रिपेलेंट तकनीकों के उपयोग को बढ़ाने के लिए भी कहा है। ​​​​​​AQI क्या है और इसका हाई लेवल खतरा क्यों AQI एक तरह का थर्मामीटर है। बस ये तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा। और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे तो 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन अभी हालात ये हैं कि राजस्थान, हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ये 300 के ऊपर जा चुका है। ये बढ़ता AQI सिर्फ एक नंबर नहीं है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। क्या होता है PM, कैसे नापा जाता है PM का अर्थ होता है पर्टिकुलेट मैटर। हवा में जो बेहद छोटे कण यानी पर्टिकुलेट मैटर की पहचान उनके आकार से होती है। 2.5 उसी पर्टिकुलेट मैटर का साइज है, जिसे माइक्रोन में मापा जाता है। इसका मुख्य कारण धुआं है, जहां भी कुछ जलाया जा रहा है तो समझ लीजिए कि वहां से PM2.5 का प्रोडक्शन हो रहा है। इंसान के सिर के बाल की अगले सिरे की साइज 50 से 60 माइक्रोन के बीच होता है। ये उससे भी छोटे 2.5 के होते हैं। मतलब साफ है कि इन्हें खुली आंखों से भी नहीं देखा जा सकता। एयर क्वालिटी अच्छी है या नहीं, ये मापने के लिए PM2.5 और PM10 का लेवल देखा जाता है। हवा में PM2.5 की संख्या 60 और PM10 की संख्या 100 से कम है, मतलब एयर क्वालिटी ठीक है। गैसोलीन, ऑयल, डीजल और लकड़ी जलाने से सबसे ज्यादा PM2.5 पैदा होते हैं। मौसम से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... दावा- दिल्ली में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित NDTV के मुताबिक, प्राइवेट एजेंसी लोकल सर्कल के सर्वे में दावा किया गया कि दिल्ली-NCR में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित हैं। 1 नवंबर को जारी की गई इस रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली-NCR में 62% परिवारों में से कम से कम 1 सदस्य की आंखों में जलन है। 46% फैमिली में किसी न किसी मेंबर को जुकाम या सांस लेने में तकलीफ (नेजल कंजेशन) और 31% परिवार में एक सदस्य अस्थमा की परेशानी है। पूरी खबर पढ़ें... पंजाब-चंडीगढ़ में धुंध का अलर्ट, बारिश की संभावना:तापमान में गिरावट जारी; चंडीगढ़ में 400 पहुंचा AQI पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद से ही चंडीगढ़ और पंजाब के तापमान में बदलाव देखने को मिल रहा है। अधिकतम के साथ-साथ दिन के न्यूनतम तापमान में भी अब गिरावट देखने को मिल रही है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर पैदा हुए साइक्लोन का असर पंजाब पर भी पड़ रहा है। पूरा पंजाब व चंडीगढ़ धुंध की चपेट में है। पूरी खबर पढ़ें... राजस्थान में दो दिन घने कोहरे का अलर्ट:17 नवंबर से सर्दी तेज होने के आसार; माउंट आबू में पारा 10 डिग्री से नीचे उत्तर भारत में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण राजस्थान में सर्दी बढ़ गई है। श्रीगंगानगर में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार सुबह घना कोहरा रहा। हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और चूरू में दो दिन घने कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, 17 नवंबर के बाद से राजस्थान में सर्दी तेज होने की संभावना जताई है। पूरी खबर पढ़ें... हवाओं के रुख से बढ़ी एमपी में सर्दी:पचमढ़ी में टेम्प्रेचर 8.8° पहुंचा; भोपाल, इंदौर-जबलपुर में भी पारा लुढ़का हवाओं के रुख ने मध्यप्रदेश में सर्दी बढ़ा दी है। पचमढ़ी में रात का टेम्प्रेचर 8.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है जबकि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन समेत प्रदेश के कई शहरों में पारा लुढ़क गया है। अमरकंटक, मंडला और शहडोल में भी तापमान 11 डिग्री के आसपास आ गया है। पूरी खबर पढ़ें... छत्तीसगढ़ में अगले चार दिन मौसम ड्राई:सरगुजा संभाग में गिरने लगा तापमान, 12 डिग्री के साथ अंबिकापुर सबसे ठंडा छत्तीसगढ़ में अगले तीन से चार दिन मौसम ड्राई रहेगा। कल से रात के तापमान में हल्की गिरावट का दौर शुरू हो सकता है। गुरुवार को सबसे ठंडा अंबिकापुर रहा, यहां न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री रहा। सुकमा सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पूरी खबर पढ़ें...

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