देवदूत बनकर यूपी पुलिस ने बचाई कार चालक की जान:पत्नी के साथ जा रहे युवक की कार चलाते समय बिगड़ गई थी तबीयत

उत्तर प्रदेश के आगरा में यूपी 112 की टीम बीमार कार चालक के लिए भगवान बन गई। कार चलाते समय अचानक से चालक की तबीयत बिगड़ गई थी। फिर यूपी 12 की पीआरवी मौके पर पहुंची और चालक की जिंदगी जल्दी उपचार मिलने से बच गई। मामला थाना सिकंदरा क्षेत्र के कारगिल चौराहे रिषिपुरस्म का है। स्थानीय निवासी रेनू चतुर्वेदी अपने पति अमित चतुर्वेदी के साथ शाम को कार से घर जा रहीं थीं। कार उनके पति अमित चला रहे थे। तभी अचानक ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। हाथ पैर ऐंठने लगे। मुंह से झाग आ गया। पति की ऐसी हालत देखकर रेनू चतुर्वेदी घबरा गई। परेशान होकर तेज आवाज से रोने लगी। तभी पीछे से आ रही यूपी 112 की पीआरवी संख्या 0006 पर तैनात हेड कांस्टेबल पंचम सिंह और होमगार्ड गजेंद्र शर्मा की नजर रेनू चतुर्वेदी पर पड़ी। उन्हें परेशान हालत में रोता देख वो समझ गए कि रेनू किसी बड़ी मुसीबत में हैं। निभाया खाकी का फर्ज उन्होंने खाकी का फर्ज निभाया। तुरंत कार पर पहुंचे। बेसुध हालत में तड़प रहे अमित को उनकी कार से बाहर निकाला। उन्हें अपनी पीआरवी में लिटाया। सायरन बजाते हुए तेज रफ्तार से नजदीकी अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी बताते हुए चिकित्सकों से इलाज शुरु कराया। कुछ देर के उपचार के बाद पीड़ित की हालत में सुधार आ गया। पति के ठीक होने पर रेनू चतुर्वेदी ने राहत की सांस ली। चिकित्सकों ने कहा अगर थोड़ी देर हो जाती तो चिकित्सकों ने मरीज को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने पर पुलिस टीम को धन्यवाद दिया। कहा कि अगर थोड़ी और देर हो जाती, तो अमित चतुर्वेदी की जान भी जा सकती थी। पीड़ित महिला ने जताया पुलिस का आभार पति की हालत में सुधार होने के बाद महिला ने पुलिस टीम का आभार जताया। कहा कि पुलिस टीम अगर समय पर नहीं पहुंचती। पति को अस्पताल में भर्ती नहीं करवाती। तो बात बिगड़ जाती। पुलिस की कार्यशैली से महिला और उनके परिवार बेहद खुश नजर आया। उन्होंने पुलिस के काम को सलाम किया।

Nov 9, 2024 - 22:05
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देवदूत बनकर यूपी पुलिस ने बचाई कार चालक की जान:पत्नी के साथ जा रहे युवक की कार चलाते समय बिगड़ गई थी तबीयत
उत्तर प्रदेश के आगरा में यूपी 112 की टीम बीमार कार चालक के लिए भगवान बन गई। कार चलाते समय अचानक से चालक की तबीयत बिगड़ गई थी। फिर यूपी 12 की पीआरवी मौके पर पहुंची और चालक की जिंदगी जल्दी उपचार मिलने से बच गई। मामला थाना सिकंदरा क्षेत्र के कारगिल चौराहे रिषिपुरस्म का है। स्थानीय निवासी रेनू चतुर्वेदी अपने पति अमित चतुर्वेदी के साथ शाम को कार से घर जा रहीं थीं। कार उनके पति अमित चला रहे थे। तभी अचानक ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। हाथ पैर ऐंठने लगे। मुंह से झाग आ गया। पति की ऐसी हालत देखकर रेनू चतुर्वेदी घबरा गई। परेशान होकर तेज आवाज से रोने लगी। तभी पीछे से आ रही यूपी 112 की पीआरवी संख्या 0006 पर तैनात हेड कांस्टेबल पंचम सिंह और होमगार्ड गजेंद्र शर्मा की नजर रेनू चतुर्वेदी पर पड़ी। उन्हें परेशान हालत में रोता देख वो समझ गए कि रेनू किसी बड़ी मुसीबत में हैं। निभाया खाकी का फर्ज उन्होंने खाकी का फर्ज निभाया। तुरंत कार पर पहुंचे। बेसुध हालत में तड़प रहे अमित को उनकी कार से बाहर निकाला। उन्हें अपनी पीआरवी में लिटाया। सायरन बजाते हुए तेज रफ्तार से नजदीकी अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी बताते हुए चिकित्सकों से इलाज शुरु कराया। कुछ देर के उपचार के बाद पीड़ित की हालत में सुधार आ गया। पति के ठीक होने पर रेनू चतुर्वेदी ने राहत की सांस ली। चिकित्सकों ने कहा अगर थोड़ी देर हो जाती तो चिकित्सकों ने मरीज को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने पर पुलिस टीम को धन्यवाद दिया। कहा कि अगर थोड़ी और देर हो जाती, तो अमित चतुर्वेदी की जान भी जा सकती थी। पीड़ित महिला ने जताया पुलिस का आभार पति की हालत में सुधार होने के बाद महिला ने पुलिस टीम का आभार जताया। कहा कि पुलिस टीम अगर समय पर नहीं पहुंचती। पति को अस्पताल में भर्ती नहीं करवाती। तो बात बिगड़ जाती। पुलिस की कार्यशैली से महिला और उनके परिवार बेहद खुश नजर आया। उन्होंने पुलिस के काम को सलाम किया।

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