नुक्कड़ नाटक से दे रहे है जिंदगी का पैगाम:लखनऊ में आत्महत्या के खिलाफ अभियान , देश दीपक बोले- हर साल 60 लाख लोग जीवन कर रहे हैं स्माप्त'

लखनऊ में 'वी यंगस्टर्स फाउंडेशन' के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जिंदगी का संदेश दिया जा रहा है। आत्महत्या के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। नुक्कड़ नाटक में हिस्सा लेने वाली टीमों के बेच सेमीफाइनल राउंड लगातार जारी है। 'पैगाम जिंदगी का' सेमीफाइनल न्यू पब्लिक इंटर कॉलेज (ब्रांच कृष्णानगर) में हुआ जिसमें नाटक के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दिया। संस्था के अध्यक्ष देश दीपक ने बताया कि दिन-प्रतिदिन आत्महत्या के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। इस में युवाओं की संख्या अधिक है। प्रोफेशनल और पर्सनल जीवन से चुनौतियों से अक्सर लोग हारकर इस प्रकार का कदम उठाते हैं। आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 60 लाख लोग प्रतिवर्ष आत्महत्या के माध्यम से अपने जीवन को समाप्त करते हैं। ये आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं, हमारी संस्था विगत 10 सालों से लोगों को जिंदगी का पैगाम दे रही है। जीवन से निराश होकर आत्महत्या करना समस्या का समाधान नहीं है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से हम लोग ये संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं 'कि जिंदगी में जिंदगी से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं'। देश दीपक ने कहा कि शहर के विभिन्न कॉलेज और विश्वविद्यालय की 10 टीमें प्री राउंड राउंड में सिलेक्ट की गई थी। अब लगातार सेमीफाइनल राउंड जारी है। 30 नवंबर को एमफी थियेटर लोहिया पार्क में फाइनल राउंड होगा। फाइनल राउंड में 1090 वूमेन पावर लाइन और दृष्टिहीन बच्चे जीवन की चुनौतियों को लेकर विशेष प्रस्तुति देंगे। समाज को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक हमेशा एक मजबूत मध्य रहा है। और भविष्य में भी इसके जरिए समाज में जागरुकता आएगी।

Nov 27, 2024 - 11:30
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नुक्कड़ नाटक से दे रहे है जिंदगी का पैगाम:लखनऊ में आत्महत्या के खिलाफ अभियान , देश दीपक बोले- हर साल 60 लाख लोग जीवन कर रहे हैं स्माप्त'
लखनऊ में 'वी यंगस्टर्स फाउंडेशन' के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जिंदगी का संदेश दिया जा रहा है। आत्महत्या के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। नुक्कड़ नाटक में हिस्सा लेने वाली टीमों के बेच सेमीफाइनल राउंड लगातार जारी है। 'पैगाम जिंदगी का' सेमीफाइनल न्यू पब्लिक इंटर कॉलेज (ब्रांच कृष्णानगर) में हुआ जिसमें नाटक के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दिया। संस्था के अध्यक्ष देश दीपक ने बताया कि दिन-प्रतिदिन आत्महत्या के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। इस में युवाओं की संख्या अधिक है। प्रोफेशनल और पर्सनल जीवन से चुनौतियों से अक्सर लोग हारकर इस प्रकार का कदम उठाते हैं। आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 60 लाख लोग प्रतिवर्ष आत्महत्या के माध्यम से अपने जीवन को समाप्त करते हैं। ये आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं, हमारी संस्था विगत 10 सालों से लोगों को जिंदगी का पैगाम दे रही है। जीवन से निराश होकर आत्महत्या करना समस्या का समाधान नहीं है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से हम लोग ये संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं 'कि जिंदगी में जिंदगी से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं'। देश दीपक ने कहा कि शहर के विभिन्न कॉलेज और विश्वविद्यालय की 10 टीमें प्री राउंड राउंड में सिलेक्ट की गई थी। अब लगातार सेमीफाइनल राउंड जारी है। 30 नवंबर को एमफी थियेटर लोहिया पार्क में फाइनल राउंड होगा। फाइनल राउंड में 1090 वूमेन पावर लाइन और दृष्टिहीन बच्चे जीवन की चुनौतियों को लेकर विशेष प्रस्तुति देंगे। समाज को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक हमेशा एक मजबूत मध्य रहा है। और भविष्य में भी इसके जरिए समाज में जागरुकता आएगी।

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