नोएडा का स्टॉफ DNGIR डेडिकेटड सेल में होगा शामिल:खाली पदों की भर्ती के लिए शासन स्तर पर बातचीत, 209 वर्ग किमी में बसना है नया शहर
न्यू नोएडा मास्टर प्लान अप्रूव हो चुका है। जमीन अधिग्रहण के लिए 1000 करोड़ रुपए रिजर्व किया गया। नोएडा प्राधिकरण के स्वीकृत पदों से ही DNGIR के गठित डेडिकेटिड सेल में स्टॉफ को पोस्ट किया जाएगा। ताकि समय से न्यू नोएडा को बसाने की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके। नोएडा प्राधिकरण न्यू नोएडा (DNGIR) का नोडल है। ऐसे में अधिग्रहण से लेकर नया शहर बसाने की जिम्मेदारी प्राधिकरण की है। नोएडा और न्यू नोएडा यानी डीएनजीआईआर में प्लाट काटने , प्लान सिटी बसाने के लिए यहां कुल 43 पद स्वीकृत है। इसमें से महज 5 पद पर ही अधिकारी नियुक्त है। 38 पद खाली है। ऐसे में DNGIR का काम धीमी गति से हो रहा है। बता दे प्लानिंग विभाग का काम अर्जित भूमि पर नक्शा बनाना, प्लाट काटना और योजनाओं को खसरे के अनुसार सुपर इंपोज करना है। वर्तमान में क्या है स्थिति इसे देखो न्यू नोएडा में सबसे पहले जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया की जाएगी। यहां किसानों से आपसी सहमति से जमीन खरीदी जाएगी। इसके लिए प्राधिकरण के भू लेख के साथ सलाहकार कंपनी भी मदद करेगी। हालांकि स्टॉफ की कमी के चलते ये काम धीमी गति से चल रहा है। वर्तमान में नोएडा प्राधिकरण में भू लेख विभाग में 24 पद स्वीकृत है। इस सभी पद को मिलाकर कुल 9 अधिकारी ही नियुक्त है। 17 अब भी खाली है। जबकि बिना इन अधिकारियों के जमीन अधिग्रहण करना मुश्किल है। भू लेख विभाग की स्थिति देखे सेटलाइट इमेज से सर्वे न्यू नोएडा में जमीन अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है। यहां आपसी सहमति के आधार पर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए सेट लाइट सर्वे किया जा रहा है। जिसमें सभी फेज की इमेज ली जा रही है। इसी निर्माण के अनुसार ही आबादी की जमीन का निर्धारण किया जाएगा। क्योंकि प्राधिकरण ने अक्टूबर 2024 में न्यू नोएडा की अधिसूचित करीब 209 वर्गकिमी के एरिया में निर्माण पर रोक लगा दी है। प्राधिकरण ने बताया कि न्यू नोएडा के पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जाएगी। 209.11 वर्गकिमी में बसेगा नया शहर न्यू नोएडा 209.11 वर्गकिमी में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इस मास्टर प्लान को चार फेज में पूरा किया जाएगा। 2023-27 तक इसके 3165 हेक्टेयर को विकसित किया जाएगा। इसी तरह 2027 से 2032 तक 3798 हेक्टेयर एरिया को विकसित किया जाएगा। इसके बाद 2032-37 तक 5908 हेक्टेयर और अंत में 2037-41 तक 8230 हेक्टेयर जमीन को विकसित करने का प्लान है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण नीति क्या होगी। इसके लिए शासन स्तर पर गाइड लाइन जारी की जाएगी। इस शहर का मास्टर प्लान के अनुसार क्या किया गया ब्रेकअप
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