नोएडा प्राधिकरण के सीईओ से आज किसानों की होगी वार्ता:प्राधिकरण द्वारा किए गए कार्यों का ब्योरा मांगेंगे, पंचायत करके आगे की रणनीति तय करेंगे
भारतीय किसान यूनियन (मंच) का मांगों को लेकर प्रदर्शन 30 दिन से जारी है। आज किसान प्राधिकरण पर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। साथ ही पंचायत करके आगे की रणनीति तय करेंगे। बता दे किसान हाइपावर कमेटी की रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। साथ ही प्राधिकरण ने वायदा किया था। बचे हुए किसानों को दीपावली के पहले ही 5 प्रतिशत विकसित भूखंड दिया जाएगा। लेकिन कुछ किसानों को ही प्लाट दिए गए। बाकी को कब तक प्लाट दिया जाएगा। इसकी जानकारी भी प्राधिकरण ने किसानों को नहीं दी। आश्वासन पर धरना नहीं होगा समाप्त भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण किसानों को हल्के में लेने की भूल न करें। आज नोएडा प्राधिकरण का बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से किसानों के कार्य की प्रगति रिपोर्ट भी किसानों के सामने सार्वजनिक कराई जाएगी इस बार किसान आश्वासन पर धरना खत्म नहीं करेगा। चाहे धरना कितना भी लंबा क्यों ना चलाना पड़े लेकिन किसान पीछे नहीं हटेंगे अपना हक लेकर ही वापस लौटेंगे। दीपावली के पहले देने थे भूखंड भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया था कि दीपावली से पहले नियोजन विभाग में मौजूद सभी भूखंडों के आवंटन पत्र जारी कर दिए जाएंगे। जिन किसानों के न्यायालय से अतिरिक्त 5 प्रतिशत भूखंड देने के आदेश आ चुके हैं। लेकिन भूखंड नहीं दिए गए जबकि उनके लिए जमीन नोएडा प्राधिकरण ने भूमि भी आरक्षित कर रखी है। प्राधिकरण सीईओ से किया जाएगा सवाल जवाब जिन किसानों को मूल 5% के प्लॉट मिल चुके हैं और अतिरिक्त 5 प्रतिशत भूखंड के स्थान पर 22 हजार रुपए मीटर के हिसाब से किसानों को धनराशि वितरित करने का आश्वासन दिया था लेकिन कार्य नहीं हुआ। साल 1976 से 1997 के बीच के सभी किसानों को किसान कोटा स्कीम को दोबारा लाने के लिए कहा था उपरोक्त सभी पर कितना कार्य नोएडा प्राधिकरण में हुआ है यह सब सवाल-जवाब सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से किए जाएंगे। क्योंकि किसानों को नोएडा प्राधिकरण ने हमेशा छला है नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के द्वारा ही किसानों से बार-बार किए गए समझौते पत्रों में साफ-साफ लिखा है की किसानों का नोएडा प्राधिकरण पर 5 प्रतिशत 10 प्रतिशत के भूखंड, वर्ष 1976 से वर्ष 1997 के बीच के किसान कोटे के प्लॉट ,आबादी का संपूर्ण निपटारा जैसे लाभ नोएडा प्राधिकरण पर बकाया है कागज मैं बोलता है किसान नोएडा प्राधिकरण से अपना अधिकार लेकर ही घर वापस लौटें गे ।
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