नोएडा में दीपावली पर होगा 1500 करोड़ का व्यापार:12 फीसद कपड़ा तो 9 फीसद होगी जुलरी की हिस्सेदारी, व्यापारियों ने की तैयारी

नोएडा में दीपावली के मौके पर करीब 1500 करोड़ रुपए के व्यापार होने की उम्मीद है। वहीं रक्षा बंधन से लेकर तुलसी विवाह तक करीब 7 हजार करोड़ का व्यापार होने का अनुमान लगाया है। ये जानकारी कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के संयोजक व सेक्टर 18 मार्किट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने दी। उन्होंने कहा कि त्योहारों पर इस बार व्यापारियों के लिए बड़े अवसर लेकर आ रहा है। उम्मीद है कि देश भर में लगभग चार लाख करोड़ रुपए का व्यापार एवं नोएडा के बाजारों में सात हजार करोड़ आने की संभावना है। सुशील कुमार जैन ने कहा दीपावली से संबंधित यात्राओं एवं अनु सेवाओं के उपयोग पर दो लाख करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने की उम्मीद है। एक अनुमान के अनुसार दीपावली त्योहार की अवधि के दौरान छोटे से लेकर उच्च श्रेणी के सभी प्रकार की वस्तुओं के लगभग दस करोड़ उपहार का आदान-प्रदान किया जाता है, जो दीपावली उत्सव की बिक्री में महत्वपूर्ण योगदान देता है। हाथों से बने उत्पाद की डिमांड ज्यादा सुशील कुमार जैन ने कहा कि महत्वपूर्ण रूप से इस वर्ष दीपावली में भारतीय उत्पादों की बिक्री एवं खरीद पर ही ज्यादा जोर है। 40 हजार से अधिक देश भर के व्यापारी संगठन भारत में नर्मित उत्पादों विशेष रूप से घर की सजावट के सामान, दिवाली पूजा के सामान जिसमें मिट्टी के दीये, देवता, दीवार पर लटकने वाले, हस्तशिल्प के सामान, शुभ-लाभ, ओम जैसे पारंपरिक सौभाग्य के प्रतीक, देवी लक्ष्मी एवं श्री गणेश जी की पूजा का सामान, घर की सजावट का सामान जो स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और कुशल कलाकारों द्वारा बनाई गई वस्तुओं को देश भर के बाजारों में बड़ा व्यापार देंगे। इस कारोबार में इतनी होगी हिस्सेदारी कुल कारोबार में फूड और किराना की हिस्सेदारी 13 फीसदी रह सकती है। आभूषण की हिस्सेदारी 9 फीसदी रहने की संभावना है।गार्मेंट सेक्टर में 12 फीसदी हिस्सेदारी हो सकती है। 4 फीसदी ड्राई फ्रूट्स, मिठाई और स्नैक्स का हो सकता है। 3 प्रतिशत हिस्सा सजावटी सामान, 6 प्रतिशत सौंदर्य प्रसाधन, 8 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल, 3 प्रतिशत पूजा सामग्री और पूजा सामग्री, 3 प्रतिशत बर्तन और रसोई के घटक, 2 प्रतिशत कन्फेक्शनरी और बेकरी, 8 प्रतिशत उपहार आइटम हैं। पिछले सालों के व्यापार से इस बार नोएडा के बाजारों में बहुत ज्यादा ग्राहक आ रहे हैं। जिसे देखते हुए इस बार 1500 करोड़ से ज्यादा का धन प्रवाह होने की आशा है। जैन ने बताया की उम्मीद है कि 19 अगस्त, रक्षा बंधन से शुरू होकर 15 नवंबर को तुलसी विवाह के दिन तक त्योहारी अवधि के दौरान, सामानों की बिक्री के माध्यम से देश के बाजारों में लगभग 4 लाख पच्चीस हज़ार करोड़ रुपए से अधिक की त्योहारों बिक्री होने की उम्मीद है जो मूल रूप से भारतीय वस्तुओं की खरीदी से ही होगी।

Oct 29, 2024 - 07:30
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नोएडा में दीपावली पर होगा 1500 करोड़ का व्यापार:12 फीसद कपड़ा तो 9 फीसद होगी जुलरी की हिस्सेदारी, व्यापारियों ने की तैयारी
नोएडा में दीपावली के मौके पर करीब 1500 करोड़ रुपए के व्यापार होने की उम्मीद है। वहीं रक्षा बंधन से लेकर तुलसी विवाह तक करीब 7 हजार करोड़ का व्यापार होने का अनुमान लगाया है। ये जानकारी कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के संयोजक व सेक्टर 18 मार्किट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने दी। उन्होंने कहा कि त्योहारों पर इस बार व्यापारियों के लिए बड़े अवसर लेकर आ रहा है। उम्मीद है कि देश भर में लगभग चार लाख करोड़ रुपए का व्यापार एवं नोएडा के बाजारों में सात हजार करोड़ आने की संभावना है। सुशील कुमार जैन ने कहा दीपावली से संबंधित यात्राओं एवं अनु सेवाओं के उपयोग पर दो लाख करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने की उम्मीद है। एक अनुमान के अनुसार दीपावली त्योहार की अवधि के दौरान छोटे से लेकर उच्च श्रेणी के सभी प्रकार की वस्तुओं के लगभग दस करोड़ उपहार का आदान-प्रदान किया जाता है, जो दीपावली उत्सव की बिक्री में महत्वपूर्ण योगदान देता है। हाथों से बने उत्पाद की डिमांड ज्यादा सुशील कुमार जैन ने कहा कि महत्वपूर्ण रूप से इस वर्ष दीपावली में भारतीय उत्पादों की बिक्री एवं खरीद पर ही ज्यादा जोर है। 40 हजार से अधिक देश भर के व्यापारी संगठन भारत में नर्मित उत्पादों विशेष रूप से घर की सजावट के सामान, दिवाली पूजा के सामान जिसमें मिट्टी के दीये, देवता, दीवार पर लटकने वाले, हस्तशिल्प के सामान, शुभ-लाभ, ओम जैसे पारंपरिक सौभाग्य के प्रतीक, देवी लक्ष्मी एवं श्री गणेश जी की पूजा का सामान, घर की सजावट का सामान जो स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और कुशल कलाकारों द्वारा बनाई गई वस्तुओं को देश भर के बाजारों में बड़ा व्यापार देंगे। इस कारोबार में इतनी होगी हिस्सेदारी कुल कारोबार में फूड और किराना की हिस्सेदारी 13 फीसदी रह सकती है। आभूषण की हिस्सेदारी 9 फीसदी रहने की संभावना है।गार्मेंट सेक्टर में 12 फीसदी हिस्सेदारी हो सकती है। 4 फीसदी ड्राई फ्रूट्स, मिठाई और स्नैक्स का हो सकता है। 3 प्रतिशत हिस्सा सजावटी सामान, 6 प्रतिशत सौंदर्य प्रसाधन, 8 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल, 3 प्रतिशत पूजा सामग्री और पूजा सामग्री, 3 प्रतिशत बर्तन और रसोई के घटक, 2 प्रतिशत कन्फेक्शनरी और बेकरी, 8 प्रतिशत उपहार आइटम हैं। पिछले सालों के व्यापार से इस बार नोएडा के बाजारों में बहुत ज्यादा ग्राहक आ रहे हैं। जिसे देखते हुए इस बार 1500 करोड़ से ज्यादा का धन प्रवाह होने की आशा है। जैन ने बताया की उम्मीद है कि 19 अगस्त, रक्षा बंधन से शुरू होकर 15 नवंबर को तुलसी विवाह के दिन तक त्योहारी अवधि के दौरान, सामानों की बिक्री के माध्यम से देश के बाजारों में लगभग 4 लाख पच्चीस हज़ार करोड़ रुपए से अधिक की त्योहारों बिक्री होने की उम्मीद है जो मूल रूप से भारतीय वस्तुओं की खरीदी से ही होगी।

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