नोएडा में साइबर ठगों को खाता देने वाले दो गिरफ्तार:वॉट्सऐप ग्रुप पर जोड़कर की थी 16 लाख की ठगी, पैसे वापस मांगने पर तोड़ा संपर्क
ठगी के लिए साइबर ठगों को बैंक खाते मुहैया कराने वाले दो आरोपियों को साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खाते में ठगी की रकम आई थी। विवेचना के दौरान आरोपियों के नाम प्रकाश में आए थे। डीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि बीते साल 19 अक्टूबर को साइबर क्राइम थाने में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि कुछ ठगों ने अनजान नंबर से उनसे संपर्क किया और यूट्यूब पर चैनल को लाइक कर पैसा कमाने का झांसा दिया। पहले मुनाफा दिया फिर ठगी ठगों ने वॉट्सऐप पर जोड़कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। प्रारंभिक चरण में ठगों ने मुनाफा दिया बाद में प्रीपेड टॉस्क के तहत 16 लाख 49 हजार रुपए का निवेश करा लिया, जिसपर कोई फायदा नहीं हुआ है। पैसे वापस मांगने पर जालसाज़ ने पीडित से संपर्क तोड़ दिया। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि ठगी की रकम हरियाणा के भिवानी निवासी अंकित और चरखी दादरी निवासी विक्की के खाते में गई है। मुखबिर से जानकारी मिलते गिरफ्तार जब किसी काम से सेक्टर पांच आए तभी मुखबिर से मिली सूचना पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने माना कि उनके और उनके साथियों के खाते में ठगी की रकम आई जिसे उन्होंने एटीएम में जाकर निकाल भी लिया। इस मामले में साइबर क्राइम थाने की पुलिस दो लाख 65 हजार रुपए पीड़ित को वापस करा चुकी है। कई अन्य लोगों के खाते में भी ठगी की रकम गई है। उनकी भी पहचान कर ली गई है। जल्द ही मामले में अन्य गिरफ्तारी हो सकती है। बरते यह सावधानी
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