फतेहपुर में डीएपी की किल्लत पर भाकियू का हंगामा:26 नवंबर को बिंदकी में होगा बड़ा आंदोलन, कालाबाजारी का आरोप
जिले में डीएपी खाद की भारी किल्लत और कालाबाजारी को लेकर किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष अशोक उत्तम के नेतृत्व में नहर कॉलोनी परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। किसानों ने डीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपते हुए अपनी समस्याओं को उठाया और चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द समाधान नहीं किया तो 26 नवंबर को बिंदकी में बड़ा आंदोलन और अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन होगा। भाकियू कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सहकारी समितियों पर डीएपी खाद और गेहूं के बीज उपलब्ध नहीं हो रहे। दिनभर लंबी कतारों में खड़े रहने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल रहा। किसानों ने कहा कि रात के समय गोदामों से खाद की कालाबाजारी की जाती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि समितियों पर स्टॉक होने के बावजूद किसानों को "स्टॉक खत्म" होने का बहाना बना दिया जाता है और सरकारी रेट से ज्यादा कीमत पर खाद बेचा जाता है। कालाबाजारी बंद करने की मांग भाकियू जिलाध्यक्ष अशोक उत्तम ने कहा, "डीएपी खाद की कालाबाजारी और किल्लत ने किसानों को परेशान कर दिया है। अगर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो हम आंदोलन को और तेज करेंगे।" जिला उपाध्यक्ष नवल सिंह पटेल ने भी चेतावनी देते हुए कहा कि 26 नवंबर को बिंदकी में बड़ा प्रदर्शन और पैदल मार्च किया जाएगा। किसानों ने मांग की कि डीएपी खाद की कालाबाजारी तुरंत बंद की जाए। सहकारी समितियों पर किसानों को उचित दाम पर खाद और बीज दिए जाएं। कालाबाजारी में लिप्त कर्मचारियों और बिचौलियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। समय से नहीं पड़ पा रही खाद किसानों ने बताया कि डीएपी खाद की कमी के कारण वे अपनी फसलों में समय पर उर्वरक नहीं डाल पा रहे हैं, जिससे उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। किसानों ने प्रशासन से जल्द से जल्द समाधान निकालने की अपील की। भाकियू ने चेतावनी दी कि 26 नवंबर को बिंदकी में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में किसान जुटेंगे और प्रशासन पर दबाव बनाया जाएगा।
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