बिजनौर महोत्सव की तैयारी तेज:8 से 10 नवंबर को आयोजित किये जाएंगे कई तरह के कार्यक्रम
बिजनौर जिले को जिला बने 200 वर्ष पूरे होने पर बिजनौर महोत्सव का आयोजन 8 से 10 नवंबर तक किया जाएगा। इस महोत्सव में जिले की ऐतिहासिक विरासत, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित किया जाएगा। खास बात यह है कि इस कार्यक्रम में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी को भागीदार बनाया जाएगा। देश-विदेश में बसे बिजनौरवासियों को भी इस महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है, ताकि वे महात्मा विदुर की धरती पर लौट सकें और जिले की समृद्ध धरोहर का अनुभव कर सकें। 200 वर्षों का इतिहास बिजनौर का इतिहास 1824 से जुड़ा हुआ है, जब इसे आधिकारिक तौर पर जिला घोषित किया गया था। इस ऐतिहासिक मौके पर प्रशासन ने शहर को सजाने-संवारे का काम तेज़ कर दिया है। कलेक्ट्रेट के बाहर विशाल बिजनौर महोत्सव का द्वार लगाया गया है, जबकि मुख्य चुनाव स्थल पर वॉल पेंटिंग के जरिए चित्रकार दीवारों पर बिजनौर की सांस्कृतिक धरोहर को उकेर रहे हैं। प्रदर्शनी चौक पर भी कई तरह की तैयारियाँ चल रही हैं, जिसमें बिजनौर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहलुओं को दर्शाया जाएगा। हाफ मैराथन से होगी शुरुआत 8 नवंबर को बिजनौर महोत्सव का आगाज हाफ मैराथन से होगा, जो बिजनौर स्टेडियम से शुरू होगी। इसके बाद प्रदर्शनी मैदान में बिजनौर एक्सपो का उद्घाटन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में हमारा बिजनौर और पुण्यधरा बिजनौर नामक चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जिसमें जिले की सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरण को चित्रित किया जाएगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। नौ नवंबर को पारंपरिक फैशन शो और एडवेंचर स्पोर्ट्स महोत्सव के दूसरे दिन, यानी 9 नवंबर को बिजनौर आइकॉन नाम से पारंपरिक फैशन शो आयोजित किया जाएगा, जिसमें जिले के युवा अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा रामगंगा डैम में एडवेंचर स्पोर्ट्स का आयोजन किया जाएगा, जिससे उत्साही लोग अपनी साहसिकता को परख सकेंगे। संस्कृति और कला का होगा मंच कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत और लोक कला से जुड़ी प्रस्तुति भी दी जाएगी, जिसमें जी-20 सम्मेलन में अपनी प्रस्तुति देने वाले कलाकार भी शामिल होंगे। इसके साथ ही विलुप्त होती चाहरबेत विधा के बारे में जानकारी दी जाएगी, ताकि इसे युवा पीढ़ी तक पहुँचाया जा सके। विशेष आमंत्रण इस महोत्सव में उन लोगों को भी विशेष रूप से बुलाया जाएगा जिन्होंने बिजनौर का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। उन्हें जिले की विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों जैसे विदुरकुटी और अमानगढ़ की सैर कराई जाएगी, और उनका स्वागत बड़े धूमधाम से किया जाएगा। समापन समारोह 10 नवंबर को इस महोत्सव का समापन एक शानदार समारोह के रूप में किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया जाएगा और बिजनौर के विकास की दिशा पर चर्चा की जाएगी। बिजनौर महोत्सव न केवल जिले की ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित करेगा, बल्कि यह समाज के हर वर्ग को एक मंच पर लाकर बिजनौर के गौरव को बढ़ावा देगा।
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