बीएसए ने की नो वर्क नो पे की कार्रवाई:बलिया में बंद मिले थे 3 स्कूल, सभी कर्मचारियों से मांगा गया स्पष्टीकरण

बलिया में शिक्षा विभाग के निरीक्षण के दौरान कई विद्यालय बंद मिलने पर कड़ी कार्रवाई की गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) मनीष कुमार सिंह ने 'नो वर्क नो पे' के तहत कार्रवाई करते हुए बंद विद्यालयों के सभी कर्मचारियों का वेतन/मानदेय रोक दिया है। विभागीय कार्यक्रमों की प्रगति और विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान शिक्षा क्षेत्र बेलहरी का प्राथमिक विद्यालय पियरौटा पश्चिमी, दुबहड़ का प्राथमिक विद्यालय छाता नं. एक और बेरूआरबारी का प्राथमिक विद्यालय जानपुर स्कूल समय में बंद पाए गए। इन विद्यालयों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर भी दर्ज है। बीएसए मनीष कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालयों का स्कूल समय में बंद पाया जाना वहां कार्यरत प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और समस्त कर्मचारियों की अनुशासनहीनता और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना को दर्शाता है। यह कार्यों और दायित्वों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही का मामला है। अनुशासन बनाए रखने को कार्रवाई सम्बंधित विद्यालयों के सभी कर्मचारियों का वेतन 'नो वर्क नो पे' के आधार पर काटने के साथ ही उन्हें 18 नवंबर को अपराह्न 3:00 बजे सुसंगत साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण देने के लिए बीएसए कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। यह कार्रवाई स्कूलों में अनुशासन बनाए रखने और शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए की गई है।

Nov 14, 2024 - 12:10
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बीएसए ने की नो वर्क नो पे की कार्रवाई:बलिया में बंद मिले थे 3 स्कूल, सभी कर्मचारियों से मांगा गया स्पष्टीकरण
बलिया में शिक्षा विभाग के निरीक्षण के दौरान कई विद्यालय बंद मिलने पर कड़ी कार्रवाई की गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) मनीष कुमार सिंह ने 'नो वर्क नो पे' के तहत कार्रवाई करते हुए बंद विद्यालयों के सभी कर्मचारियों का वेतन/मानदेय रोक दिया है। विभागीय कार्यक्रमों की प्रगति और विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान शिक्षा क्षेत्र बेलहरी का प्राथमिक विद्यालय पियरौटा पश्चिमी, दुबहड़ का प्राथमिक विद्यालय छाता नं. एक और बेरूआरबारी का प्राथमिक विद्यालय जानपुर स्कूल समय में बंद पाए गए। इन विद्यालयों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर भी दर्ज है। बीएसए मनीष कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालयों का स्कूल समय में बंद पाया जाना वहां कार्यरत प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और समस्त कर्मचारियों की अनुशासनहीनता और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना को दर्शाता है। यह कार्यों और दायित्वों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही का मामला है। अनुशासन बनाए रखने को कार्रवाई सम्बंधित विद्यालयों के सभी कर्मचारियों का वेतन 'नो वर्क नो पे' के आधार पर काटने के साथ ही उन्हें 18 नवंबर को अपराह्न 3:00 बजे सुसंगत साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण देने के लिए बीएसए कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। यह कार्रवाई स्कूलों में अनुशासन बनाए रखने और शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए की गई है।

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