बुलंदशहर के दलित जेई को हाईकोर्ट से मिला इंसाफ:हाईकोर्ट ने उसी जगह पर किया बहाल, अफसरों को लगाई फटकार
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निलंबित जेई को उसी पद पर बहाल कर अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने अधीक्षण अभियंता के वेतन पर रोक लगा दी है। साथ ही अफसरों को कार्रवाई से पहले गहन जांच की भी हिदायत दी है।वहीं चीफ इंजीनियर ने कहा है कि कोर्ट का आदेश बुधवार को हुआ है। अभी आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। आदेश प्राप्त होते ही हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन किया जाएगा। यह है पूरा मामला साहब , अनुसूचित जाति से हूँ। बड़े पदों पर बैठे अफसर हमें टारगेट कर रहे हैं। बिना वजह निलंबन किया जा रहा है। यह कहना है पावर कारपोरेशन के जेई संजीव कुमार का। पावर कारपोरेशन में जाति देखकर निलंबित करने की कहानी अब बढ़ती ही जा रही है। अनुसूचित जाति के चार एक्सईएन-एसई के निलंबन के बाद अब दो जेई के निलंबन पर भी यही मुद्दा गरमा गया है। दोनों जेई के निलंबन पर जेई संघ सड़क पर उतर आया है। जेई संघ का आरोप है कि बड़े अफसर जाति देखकर उन्हें निशाना बना रहे हैं। यदि यह कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। हुई थी गलत कार्रवाई राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जनपद संरक्षक इंजीनियर आरसी द्विवेदी ने बताया- अवर अभियंता संजीव कुमार के विरुद्ध किए गए अनैतिक निलंबन के प्रकरण में उनके खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई और उसके पीछे अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार द्वारा की गई जांच बिल्कुल फर्जी है। जो केवल और केवल उनके अनुसूचित जाति से होने के कारण उन्हें उत्पीड़ित करने के लिए किया गया है। दिनांक 25 सितंबर 2024 को जेई द्वारा 33/11 केवी विधुत उपकेंद्र वलीपुरा की 33 केवी लाईन के 7-8 स्पेन की लाईन पोल सहित नहर में गिरने के कारण ब्रेकडाउन में आ गई थी, जिसके बाद अधिशासी अभियंता सुशील कुमार पांडे के निर्देशानुसार जेई द्वारा 33/11 केवी वलीपुरा विद्युत उपकेंद्र की विधुत आपूर्ति सुचारु करने के लिए 33 केवी वलीपुरा, 33 केवी नीमखेड़ा तथा सुरक्षा की दृष्टि से 33 केवी चंदेरू लाइन का शटडाउन लिया गया था। निलंबन आदेश में आरोप लगाया गया है कि कार्य पूरा होने के उपरांत केवल 33 केवी नीमखेड़ा तथा 33 केवी चंदेरू लाइन का ही शटडाउन वापस किया गया, जबकि 33 केवी वलीपुरा लाईन का शटडाउन वापस नहीं किया गया। जिसके कारण अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार द्वारा अपनी प्रारंभिक जांच करने के उपरांत जेई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए निलंबित किया गया।
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