भाजपा का यादव बनाम यादव कार्ड काम नहीं आया:सपा के वोटबैंक में बीजेपी की सेंध; तेज प्रताप यादव के जीतने की पांच वजह

मैनपुरी की करहल सीटी प्रदेश की सबसे हॉट सीट है। यादव बाहुल्य क्षेत्र है। समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। यहां पर ​​​​सपा प्रत्याशी तेज प्रताप सिंह को ​​​कुल 1,04,207 मत मिले हैं। भाजपा के अनुजेश यादव को 89,503 वोट मिले। सपा की जीत के 5 पॉइंट सपा के वोटबैंक में सेंध तो लगाया लेकिन कामयाबी नहीं मिली भारतीय जनता पार्टी ने करहल सीट पर पूरी ताकत लगा दी थी। यहां सीएम से लेकर डिप्टी सीएम तक ने जन सभाएं की। सरकार के मंत्री करहल में डेरा डाले रहे। सपा के वोटबैंक में सेंध तो लगाया लेकिन कामयाब नहीं हुए। BJP ने अनुजेश प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया। भाजपा का यादव बनाम यादव कार्ड काम नहीं आया भारतीय जनता पार्टी ने 2002 का इतिहास दोहराते हुए यादव बनाम यादव कार्ड खेला था। इससे जीत का अंतर कम हो गया है। अनुजेश के आने से वोट प्रतिशत भी 2022 के लोकसभा चुनाव से कम हुआ है। अखिलेश यादव यहां पर 67 हजार वोटों से जीते थे। उस समय मतदान 66.34 फीसदी था। इस बार मतदान प्रतिशत 53.67 रहा। भाजपा का कोई भी फैक्टर काम नहीं आया करहल में यादव मतदाता लगभग 1.25 लाख से ज्यादा हैं। इसलिए करहल विधानसभा को समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि से जोड़कर देखा जाता है। मुलायम सिंह यादव ने यहीं से राजनीति की शुरुआत की थी। इसीलिए यहां पर कोई भी फैक्टर काम नहीं आता। सैफई से नजदीक होने का फायदा मिला करहल सैफई परिवार का सबसे नजदीक विधानसभा है। जो केवल 3 किलोमीटर दूरी पर है। यहां का हर व्यक्ति समाजवादी पार्टी के परिवार से किसी भी समय मिल सकता है। जिससे जनता का लगाव ज्यादा है। समाजवादी पार्टी का परिवार भी क्षेत्र की जनता को अपने परिवार की तरह ही मानता है। समाजवादी पार्टी से लोगों का बड़ा जुड़ाव समाजवादी पार्टी ने सैफई में विशाल मेडिकल कॉलेज आयुर्वेद अनुसंधान बनाकर गरीबों को मिलने वाले इलाज में मदद की है। सैफई में मेडिकल कॉलेज बनने से मैनपुरी के साथ-साथ मैनपुरी से जुड़े हुए आसपास के सभी जिले के लोग फ्री में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। जिसको लेकर भी समाजवादी पार्टी से लोगों का बड़ा जुड़ाव है। इसका फायदा तेज प्रताप सिंह को मिला।

Nov 23, 2024 - 19:25
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भाजपा का यादव बनाम यादव कार्ड काम नहीं आया:सपा के वोटबैंक में बीजेपी की सेंध; तेज प्रताप यादव के जीतने की पांच वजह
मैनपुरी की करहल सीटी प्रदेश की सबसे हॉट सीट है। यादव बाहुल्य क्षेत्र है। समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। यहां पर ​​​​सपा प्रत्याशी तेज प्रताप सिंह को ​​​कुल 1,04,207 मत मिले हैं। भाजपा के अनुजेश यादव को 89,503 वोट मिले। सपा की जीत के 5 पॉइंट सपा के वोटबैंक में सेंध तो लगाया लेकिन कामयाबी नहीं मिली भारतीय जनता पार्टी ने करहल सीट पर पूरी ताकत लगा दी थी। यहां सीएम से लेकर डिप्टी सीएम तक ने जन सभाएं की। सरकार के मंत्री करहल में डेरा डाले रहे। सपा के वोटबैंक में सेंध तो लगाया लेकिन कामयाब नहीं हुए। BJP ने अनुजेश प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया। भाजपा का यादव बनाम यादव कार्ड काम नहीं आया भारतीय जनता पार्टी ने 2002 का इतिहास दोहराते हुए यादव बनाम यादव कार्ड खेला था। इससे जीत का अंतर कम हो गया है। अनुजेश के आने से वोट प्रतिशत भी 2022 के लोकसभा चुनाव से कम हुआ है। अखिलेश यादव यहां पर 67 हजार वोटों से जीते थे। उस समय मतदान 66.34 फीसदी था। इस बार मतदान प्रतिशत 53.67 रहा। भाजपा का कोई भी फैक्टर काम नहीं आया करहल में यादव मतदाता लगभग 1.25 लाख से ज्यादा हैं। इसलिए करहल विधानसभा को समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि से जोड़कर देखा जाता है। मुलायम सिंह यादव ने यहीं से राजनीति की शुरुआत की थी। इसीलिए यहां पर कोई भी फैक्टर काम नहीं आता। सैफई से नजदीक होने का फायदा मिला करहल सैफई परिवार का सबसे नजदीक विधानसभा है। जो केवल 3 किलोमीटर दूरी पर है। यहां का हर व्यक्ति समाजवादी पार्टी के परिवार से किसी भी समय मिल सकता है। जिससे जनता का लगाव ज्यादा है। समाजवादी पार्टी का परिवार भी क्षेत्र की जनता को अपने परिवार की तरह ही मानता है। समाजवादी पार्टी से लोगों का बड़ा जुड़ाव समाजवादी पार्टी ने सैफई में विशाल मेडिकल कॉलेज आयुर्वेद अनुसंधान बनाकर गरीबों को मिलने वाले इलाज में मदद की है। सैफई में मेडिकल कॉलेज बनने से मैनपुरी के साथ-साथ मैनपुरी से जुड़े हुए आसपास के सभी जिले के लोग फ्री में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। जिसको लेकर भी समाजवादी पार्टी से लोगों का बड़ा जुड़ाव है। इसका फायदा तेज प्रताप सिंह को मिला।

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