भारत-नेपाल बॉर्डर गांव में SSB ने सुनी लोगों की समस्या:श्रावस्ती में SSB ने ग्रामीणों को अवैध गतिविधियों और साइबर क्राइम से जागरूक किया
श्रावस्ती जनपद में एसएसबी के सहायक कमांडेंट केएच नाबाचंद्र सिंह की अध्यक्षता में बेचुआ प्राथमिक विद्यालय में ग्राम सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य ग्रामीणों को जागरूक करना और उनके क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा करना था। इस दौरान ग्रामीणों से अपील की गई कि वे किसी भी संभावित अवैध गतिविधि की सूचना तत्काल एसएसबी को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। सीमा पर चौकसी और अवैध गतिविधियों पर नजर सशस्त्र सीमा बल के जवान भारत-नेपाल सीमा पर 24 घंटे निगरानी रखते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य सीमा पर हो रही तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाना है। बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि ग्रामीण अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को एसएसबी के साथ साझा करें। ग्रामीणों की समस्याओं पर चर्चा सहायक कमांडेंट नाबाचंद्र सिंह ने ग्रामीणों से उनकी समस्याओं को साझा करने का आग्रह किया। ग्रामीणों ने निम्नलिखित मुद्दे उठाए: सहायक कमांडेंट ने इन सभी समस्याओं को उच्च मुख्यालय तक पहुंचाने और समाधान करवाने का आश्वासन दिया। साइबर क्राइम और तस्करी पर जागरूकता ग्रामीणों को साइबर क्राइम से बचाव के लिए टोल फ्री नंबर 1930 की जानकारी दी गई। साथ ही, सीमा क्षेत्र में हो रही तस्करी की सूचना तुरंत साझा करने की अपील की गई। युवाओं और महिलाओं के लिए विशेष सलाह बैठक में युवाओं को पढ़ाई और रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी दी गई। नशीले पदार्थों से दूर रहने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की सलाह दी गई। वहीं, महिलाओं को सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बीमा करवाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। साफ-सफाई और शौचालय उपयोग पर जोर ग्रामीणों को स्वच्छता बनाए रखने और शौचालय का नियमित उपयोग करने की अपील की गई। सहायक कमांडेंट ने कहा कि स्वच्छता न केवल स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण के लिए भी जरूरी है। यह बैठक ग्रामीण सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने का एक प्रभावी प्रयास साबित हुई। ग्रामीणों ने एसएसबी की पहल की सराहना की और इस प्रकार की जागरूकता गतिविधियों को जारी रखने की मांग की।
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