महिला बंदियों के बनाए डिजाइनर दीयों से रौशन होगी दीवाली:जिला जेल फतेहगढ़ की बैरक में हुए तैयार, स्टॉल लगाकर हो रही बिक्री

फर्रुखाबाद के जिला जेल फतेहगढ़ की महिला बंदियों ने इस दीपावली को खास बनाने के लिए अपने हाथों से निर्मित डिजाइनर मोमबत्तियों और मिट्टी के दीयों का निर्माण किया है। जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने जानकारी दी कि महिला बैरक में बंदियों ने पूर्व वर्षों की भांति इस साल भी आकर्षक दीए और मोमबत्तियां बनाई हैं। बंदियों द्वारा बनाई गई मोमबत्तियों की बिक्री जेल बंदी उत्पाद केंद्र के माध्यम से आम जनता में की जा रही है। मुलाकात के लिए आने वाले परिजन जेल के दीयों और मोमबत्तियों को बेहद पसंद कर रहे हैं। इस वर्ष, जेल में बैकरी प्रशिक्षण केंद्र में निर्मित बिस्कुट और नानखटाई की मिठाइयों की भी अच्छी खासी बिक्री हो रही है। जेल अधीक्षक ने बताया कि जनपद स्तर के अधिकारी भी जेल के बैकरी उत्पादों की प्रशंसा कर रहे हैं और इन्हें खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। इसके साथ ही, जेल के अधिकारी और कर्मचारी भी अपने परिवार के लिए दीयों और मिठाइयों की खरीददारी कर रहे हैं। महिला बैरक में डिजाइनर दीए और मोमबत्तियों के निर्माण में महिला जेल वार्डन नगमा का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने बंदियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें इस कार्य के लिए तैयार किया है। गिफ्ट हैंपर की नई पहल इस बार जेल ने दीपावली गिफ्ट हैंपर भी तैयार किया है, जिसकी कीमत बाजार में उपलब्ध गिफ्ट हैंपरो से काफी कम है। इन हैंपरो में जेल में निर्मित नानखटाई शुद्ध देसी घी से बनाई गई है, जो इसकी खासियत है। जेल उत्पाद केंद्र की बिक्री की देखरेख डिप्टी जेलर मुकेश गौड़ द्वारा की जा रही है, जबकि बैकरी उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का कार्य डिप्टी जेलर वैभव कुशवाह के कुशल मार्गदर्शन में हो रहा है। संपूर्ण कार्य की निगरानी गिरीश कुमार कारापाल कर रहे हैं।

Oct 29, 2024 - 17:45
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महिला बंदियों के बनाए डिजाइनर दीयों से रौशन होगी दीवाली:जिला जेल फतेहगढ़ की बैरक में हुए तैयार, स्टॉल लगाकर हो रही बिक्री
फर्रुखाबाद के जिला जेल फतेहगढ़ की महिला बंदियों ने इस दीपावली को खास बनाने के लिए अपने हाथों से निर्मित डिजाइनर मोमबत्तियों और मिट्टी के दीयों का निर्माण किया है। जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने जानकारी दी कि महिला बैरक में बंदियों ने पूर्व वर्षों की भांति इस साल भी आकर्षक दीए और मोमबत्तियां बनाई हैं। बंदियों द्वारा बनाई गई मोमबत्तियों की बिक्री जेल बंदी उत्पाद केंद्र के माध्यम से आम जनता में की जा रही है। मुलाकात के लिए आने वाले परिजन जेल के दीयों और मोमबत्तियों को बेहद पसंद कर रहे हैं। इस वर्ष, जेल में बैकरी प्रशिक्षण केंद्र में निर्मित बिस्कुट और नानखटाई की मिठाइयों की भी अच्छी खासी बिक्री हो रही है। जेल अधीक्षक ने बताया कि जनपद स्तर के अधिकारी भी जेल के बैकरी उत्पादों की प्रशंसा कर रहे हैं और इन्हें खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। इसके साथ ही, जेल के अधिकारी और कर्मचारी भी अपने परिवार के लिए दीयों और मिठाइयों की खरीददारी कर रहे हैं। महिला बैरक में डिजाइनर दीए और मोमबत्तियों के निर्माण में महिला जेल वार्डन नगमा का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने बंदियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें इस कार्य के लिए तैयार किया है। गिफ्ट हैंपर की नई पहल इस बार जेल ने दीपावली गिफ्ट हैंपर भी तैयार किया है, जिसकी कीमत बाजार में उपलब्ध गिफ्ट हैंपरो से काफी कम है। इन हैंपरो में जेल में निर्मित नानखटाई शुद्ध देसी घी से बनाई गई है, जो इसकी खासियत है। जेल उत्पाद केंद्र की बिक्री की देखरेख डिप्टी जेलर मुकेश गौड़ द्वारा की जा रही है, जबकि बैकरी उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का कार्य डिप्टी जेलर वैभव कुशवाह के कुशल मार्गदर्शन में हो रहा है। संपूर्ण कार्य की निगरानी गिरीश कुमार कारापाल कर रहे हैं।

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