मुजफ्फरनगर देश का सबसे प्रदूषित शहर, 333 पहुंचा AQI:वेस्ट यूपी में बागपत दूसरे और हापुड़ तीसरे सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में, मेरठ में भी लगातार बढ़ रहा एक्यूआई

देश में शुक्रवार को सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर मुजफ्फरनगर रहा। यहां का AQI 332 पहुंच गया। वेस्ट यूपी की बात करें तो सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर बागपत और तीसरे नंबर पर हापुड़ रहा। मेरठ में भी लगातार AQI बढ़ रहा है। प्रदूषण बढ़ने के चलते खराब एयर क्वालिटी प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे तक को नुकसान पहुंचा सकती है। प्रदूषण से नाक, गले, श्वास नली, फेफड़े, स्किन और आंखों में जलन जैसी शिकायतें हो रही हैं। सिटी पॉल्यूशन का हाल पढ़िए NCR में 15 सितंबर से लागू है ग्रेप हर साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता है। इस साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर NCR में 15 सितंबर से ही इसे लागू कर दिया गया। ग्रेप में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, PWD, सिंचाई विभाग, NHAI, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, RTO समेत करीब 23 विभाग काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है। अब आपको GRAP के 4 स्टेज के बारे में डिटेल में बताते हैं... प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन ये सावधानी जरूर बरतें मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगी निशाने पर प्रदूषित हवा के निशाने पर मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस और दिल के मरीज और बच्चें सबसे ज्यादा रहते हैं। बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकले। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें।

Nov 9, 2024 - 05:15
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मुजफ्फरनगर देश का सबसे प्रदूषित शहर, 333 पहुंचा AQI:वेस्ट यूपी में बागपत दूसरे और हापुड़ तीसरे सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में, मेरठ में भी लगातार बढ़ रहा एक्यूआई
देश में शुक्रवार को सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर मुजफ्फरनगर रहा। यहां का AQI 332 पहुंच गया। वेस्ट यूपी की बात करें तो सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर बागपत और तीसरे नंबर पर हापुड़ रहा। मेरठ में भी लगातार AQI बढ़ रहा है। प्रदूषण बढ़ने के चलते खराब एयर क्वालिटी प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे तक को नुकसान पहुंचा सकती है। प्रदूषण से नाक, गले, श्वास नली, फेफड़े, स्किन और आंखों में जलन जैसी शिकायतें हो रही हैं। सिटी पॉल्यूशन का हाल पढ़िए NCR में 15 सितंबर से लागू है ग्रेप हर साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता है। इस साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर NCR में 15 सितंबर से ही इसे लागू कर दिया गया। ग्रेप में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, PWD, सिंचाई विभाग, NHAI, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, RTO समेत करीब 23 विभाग काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है। अब आपको GRAP के 4 स्टेज के बारे में डिटेल में बताते हैं... प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन ये सावधानी जरूर बरतें मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगी निशाने पर प्रदूषित हवा के निशाने पर मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस और दिल के मरीज और बच्चें सबसे ज्यादा रहते हैं। बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकले। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें।

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