मुझसे जो भिंड़ता है, वह चकराचूर हो जाता:स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा- मोदी-योगी मुझसे क्यों भिड़ रहे, एक आतंकी को शंकराचार्य की तरह घुमा रहे

प्रतापगढ़ में, जगतगुरु स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने शुक्रवार को महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे एक आतंकवादी को शंकराचार्य के रूप में देश-विदेश में भ्रमण करवा रहे हैं, जिसे उन्होंने देशद्रोह करार दिया। स्वामी जी ने कहा, "जब मैं किसी व्यक्ति को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नहीं बना सकता, तो योगी जी को यह अधिकार किसने दिया है कि वह एक आतंकवादी को शंकराचार्य बना दें?" राजनीतिक विवाद, कहा- हमसे जो भिड़ा, चकनाचूर हुआ स्वामी निश्चलानंद ने यह भी कहा कि "मुझसे जो भिंड़ता है, वह चकराचूर हो जाता है।" उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों नरसिंह राव और अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपने अनुभवों का उल्लेख किया और कहा कि अब मोदी और योगी भी उनसे भिड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह असंभव है कि शंकराचार्य उनके अनुगमन में आएं। श्रीराम मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा पर टिप्पणी स्वामी जी ने अयोध्या में श्रीराम भगवान के मंदिर के निर्माण पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि "श्रीराम मंदिर की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में मुहूर्त और शास्त्र सम्मत विधि का पालन करना चाहिए था।" उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने श्रेय लेने के चक्कर में जल्दबाजी में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा कर दी, जो कि शास्त्र विधि सम्मत नहीं थी। इसके परिणामस्वरूप, उन्होंने बताया कि ऐसी मूर्तियों में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है, जो देश और समाज के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। महाकुंभ आयोजन को लेकर दिया बयान स्वामी जी ने 2025 के महाकुंभ आयोजन के संदर्भ में कहा कि आम श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि वीआईपी के नाम पर आम श्रद्धालुओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इस प्रकार, स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने धार्मिक, राजनीतिक, और सामाजिक मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की, जो चर्चा का विषय बनी हुई है।

Oct 26, 2024 - 10:40
 58  501.8k
मुझसे जो भिंड़ता है, वह चकराचूर हो जाता:स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा- मोदी-योगी मुझसे क्यों भिड़ रहे, एक आतंकी को शंकराचार्य की तरह घुमा रहे
प्रतापगढ़ में, जगतगुरु स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने शुक्रवार को महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे एक आतंकवादी को शंकराचार्य के रूप में देश-विदेश में भ्रमण करवा रहे हैं, जिसे उन्होंने देशद्रोह करार दिया। स्वामी जी ने कहा, "जब मैं किसी व्यक्ति को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नहीं बना सकता, तो योगी जी को यह अधिकार किसने दिया है कि वह एक आतंकवादी को शंकराचार्य बना दें?" राजनीतिक विवाद, कहा- हमसे जो भिड़ा, चकनाचूर हुआ स्वामी निश्चलानंद ने यह भी कहा कि "मुझसे जो भिंड़ता है, वह चकराचूर हो जाता है।" उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों नरसिंह राव और अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपने अनुभवों का उल्लेख किया और कहा कि अब मोदी और योगी भी उनसे भिड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह असंभव है कि शंकराचार्य उनके अनुगमन में आएं। श्रीराम मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा पर टिप्पणी स्वामी जी ने अयोध्या में श्रीराम भगवान के मंदिर के निर्माण पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि "श्रीराम मंदिर की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में मुहूर्त और शास्त्र सम्मत विधि का पालन करना चाहिए था।" उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने श्रेय लेने के चक्कर में जल्दबाजी में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा कर दी, जो कि शास्त्र विधि सम्मत नहीं थी। इसके परिणामस्वरूप, उन्होंने बताया कि ऐसी मूर्तियों में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है, जो देश और समाज के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। महाकुंभ आयोजन को लेकर दिया बयान स्वामी जी ने 2025 के महाकुंभ आयोजन के संदर्भ में कहा कि आम श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि वीआईपी के नाम पर आम श्रद्धालुओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इस प्रकार, स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने धार्मिक, राजनीतिक, और सामाजिक मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की, जो चर्चा का विषय बनी हुई है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow