मेट्रो की खोदाई के कारण बंद करने पड़ी फार्मेसी:हेल्प आगरा संस्था की मोती कटरा स्थित फार्मेसी 13 नवंबर तक बंद रहेगी

आगरा के मोती कटरा में टनल की खोदाई के कारण बिल्डिंगों को पहुंचने वाला खतरा अभी टला नहीं है। अब तक पुराने घरों की दीवारों ही दरक रही थी। अब नई बिल्डिंगों पर भी संकट है। इसको देखते हुए हेल्प आगरा संस्था ने अपनी फार्मेसी 13 नवंबर तक के लिए बंद कर दी है। जिससे कि यहां कार्य करने वाले लोगों की जिंदगी दांव पर न लगे। हेल्प आगरा संस्था अपनी फार्मेसी के माध्यम से सस्ती रेट पर दवाइयां उपलब्ध कराती है। शहर में इसके कई सेंटर है। SN मेडिकल कॉलेज के पास मोती कटरा भी एक फार्मेसी है। मोती कटरा में ही अंडरग्राउंड टनल की खोदाई का काम चल रहा है। टनल की खोदाई में जिस TBM (टनल बोरिंग मशीन) का प्रयोग किया जा रहा है, उसके चलने पर इस क्षेत्र की धरती कांप रही है। इसकी वजह से घरों में दरार आ गई हैं। हेल्प आगरा के जनसंपर्क अधिकारी जगवीर सिंह ने बताया, मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के कुछ लोग आए थे, उन्होंने टनल की खोदाई के दौरान कुछ अड़चन आने की आशंका जताई थी। इस पर हमने अलर्ट होते हुए फार्मेसी को 13 नवंबर तक के लिए बंदकर दिया है। उनकी टीम फार्मेसी की बिल्डिंग में जैक लगाने आएगी, जिससे कि बिल्डिंग को नुकसान न पहुंचे। उनका कहना है कि हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। हमारे यहां दर्जनों कर्मचारी एक छत के नीचे काम करते हैं। फार्मेसी बंद होने से तीमारदार और मरीजों को परेशानी हो रही है। दूसरी दुकानों से महंगे रेट पर दवा लेने पर मजबूर हो रहे हैं। आगरा कॉलेज से बिजलीघर चौराहा तक लगभग 2 किमी लंबी टनल बनाई जा रही है। इसके लिए लगभग 50 फीट गहराई पर TBM से खोदाई की जा रही है। पहली बार आगरा में 4 टीबीएम से 20 फीट व्यास की दोहरी समानांतर सुरंग खोदी जा रही है। जिनसे धरती में कंपन पैदा हो रहा है। इस वजह से मोती कटरा के पुराने मकानों की बुनिदया डगमगा गई है। 146 मकानों में दरार मोती कटरा के लगभग 146 पुराने मकानों में दरार आ गई हैं। दीवारें कमजोर हो रही है। ऐसे में छत और छज्जों को गिरने से रोकने के लिए जैक लगाए गए हैं। कुछ जगहों पर बल्लियों का प्रयोग किया गया है। हादसे का डर सता रहा क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि टनल के लिए रात में खोदाई की जाती है। इससे धरती में कंपन होता है। लोगों को इसके घन-घनाने की आवाज भी सुनाई देती है। इससे उनकी रातों की नींद उड़ी हुई है। उन्हें हर वक्त हादसे का डर सता रहा है। पिछले दिनों DM ने किया था निरीक्षण मोती कटरा क्षेत्र के घरों में आ रही दरारों की शिकायत पर DM अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पिछले दिनों मोती कटरा क्षेत्र में निरीक्षण किया था। मेट्रो के अधिकारियों को सावधानी से काम करने और लोगों के घरों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए थे।

Nov 10, 2024 - 12:10
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मेट्रो की खोदाई के कारण बंद करने पड़ी फार्मेसी:हेल्प आगरा संस्था की मोती कटरा स्थित फार्मेसी 13 नवंबर तक बंद रहेगी
आगरा के मोती कटरा में टनल की खोदाई के कारण बिल्डिंगों को पहुंचने वाला खतरा अभी टला नहीं है। अब तक पुराने घरों की दीवारों ही दरक रही थी। अब नई बिल्डिंगों पर भी संकट है। इसको देखते हुए हेल्प आगरा संस्था ने अपनी फार्मेसी 13 नवंबर तक के लिए बंद कर दी है। जिससे कि यहां कार्य करने वाले लोगों की जिंदगी दांव पर न लगे। हेल्प आगरा संस्था अपनी फार्मेसी के माध्यम से सस्ती रेट पर दवाइयां उपलब्ध कराती है। शहर में इसके कई सेंटर है। SN मेडिकल कॉलेज के पास मोती कटरा भी एक फार्मेसी है। मोती कटरा में ही अंडरग्राउंड टनल की खोदाई का काम चल रहा है। टनल की खोदाई में जिस TBM (टनल बोरिंग मशीन) का प्रयोग किया जा रहा है, उसके चलने पर इस क्षेत्र की धरती कांप रही है। इसकी वजह से घरों में दरार आ गई हैं। हेल्प आगरा के जनसंपर्क अधिकारी जगवीर सिंह ने बताया, मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के कुछ लोग आए थे, उन्होंने टनल की खोदाई के दौरान कुछ अड़चन आने की आशंका जताई थी। इस पर हमने अलर्ट होते हुए फार्मेसी को 13 नवंबर तक के लिए बंदकर दिया है। उनकी टीम फार्मेसी की बिल्डिंग में जैक लगाने आएगी, जिससे कि बिल्डिंग को नुकसान न पहुंचे। उनका कहना है कि हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। हमारे यहां दर्जनों कर्मचारी एक छत के नीचे काम करते हैं। फार्मेसी बंद होने से तीमारदार और मरीजों को परेशानी हो रही है। दूसरी दुकानों से महंगे रेट पर दवा लेने पर मजबूर हो रहे हैं। आगरा कॉलेज से बिजलीघर चौराहा तक लगभग 2 किमी लंबी टनल बनाई जा रही है। इसके लिए लगभग 50 फीट गहराई पर TBM से खोदाई की जा रही है। पहली बार आगरा में 4 टीबीएम से 20 फीट व्यास की दोहरी समानांतर सुरंग खोदी जा रही है। जिनसे धरती में कंपन पैदा हो रहा है। इस वजह से मोती कटरा के पुराने मकानों की बुनिदया डगमगा गई है। 146 मकानों में दरार मोती कटरा के लगभग 146 पुराने मकानों में दरार आ गई हैं। दीवारें कमजोर हो रही है। ऐसे में छत और छज्जों को गिरने से रोकने के लिए जैक लगाए गए हैं। कुछ जगहों पर बल्लियों का प्रयोग किया गया है। हादसे का डर सता रहा क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि टनल के लिए रात में खोदाई की जाती है। इससे धरती में कंपन होता है। लोगों को इसके घन-घनाने की आवाज भी सुनाई देती है। इससे उनकी रातों की नींद उड़ी हुई है। उन्हें हर वक्त हादसे का डर सता रहा है। पिछले दिनों DM ने किया था निरीक्षण मोती कटरा क्षेत्र के घरों में आ रही दरारों की शिकायत पर DM अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पिछले दिनों मोती कटरा क्षेत्र में निरीक्षण किया था। मेट्रो के अधिकारियों को सावधानी से काम करने और लोगों के घरों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए थे।

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