मेरठ में जहां 5 पपी को जिंदा जलाया...वहां से रिपोर्ट:लोगों ने कहा- कूड़े में आग लगाने की बात झूठी; टारगेट करके झांड़ियों में आग लगाई

'हम यहां 5 साल से रहते आ रहे हैं, जहां 5 बच्चों को जला दिया। वहां कभी कूड़ा नहीं पड़ा। कभी इस जगह पर कचरा देखा ही नहीं। चलिए एक बार उनके कूड़ा जलाने वाली बात मान लेते हैं, तो अवशेष भी होने चाहिए। सिर्फ उसी झुरमुट को टारगेट करके आग लगा दी। जहां डॉगी के 6 पपी लेटे थे।' ये कहना है संतनगर के लोगों का। 6 नवंबर को यहां डॉगी के 5 बच्चों को जिंदा जला दिया गया। हत्या का आरोप इलाके में ही रहने वाली दो महिलाओं शोभा और आरती पर है। दोनों देवरानी–जेठानी हैं। दोनों के पति सेना में हैं। 5 बच्चों की हत्या करने के मामले में मेरठ पुलिस ने इन महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने इस मामले में दोनों महिलाओं से बयान दर्ज किए। उन्होंने कहा- हमने डॉगी के 5 बच्चों को नहीं जलाया। वहां कचरा पड़ता है। हमने कचरा जलाया। धोखे से 5 बच्चे भी जल गए। ये सब किसी इरादे से नहीं किया है। महिलाओं के इन बयानों की हकीकत समझने के लिए भास्कर मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके के खड़ौली गांव पहुंचा। यही पर संतनगर है, जहां यह वारदात हुई। क्राइम स्पॉट पर कूड़ा नहीं, जली हुईं झाड़ियां मिलीं भास्कर टीम ने सबसे पहले कॉलोनी में वह क्राइम स्पॉट देखा, जहां डॉगी के बच्चे जिंदा जलाए गए थे। यह एक खाली प्लाट है। यहां केवल घास के झुरमुट हैं। पूरा इलाका साफ था। कोई भी कचराघर यहां नहीं था, जहां कूड़ा डाला जाता हो। क्राइम स्पॉट पर हमें घास का झुरमुट आग से बुरी तरह झुलसा हुआ दिखा। यही वो झुरमुट था, जिसके नीचे डॉगी के बच्चों को जलाया गया। झुरमुट से करीब 20 कदम की दूरी पर एक प्लास्टिक की बोरी पड़ी थी, इसमें कुछ जली हुई राख और कुत्तों की जली हुई त्वचा के अवशेष थे। लोगों ने हमें बताया कि उन्होंने जले हुए बच्चों को इस बोरी पर रखा था। क्राइम स्पॉट के बगल में ही आरोपी महिलाओं के घर हैं। लोगों ने बताया कि महिलाओं ने घर से निकलकर उसी झुरमुट में आग लगाई जहां बच्चे रखे थे। हमने झुलसे बच्चों का इलाज किया, बचा नहीं सके सपना बोलीं– मैं उस दिन (5 नवंबर) अपने घर के बाहर बेटी के साथ खड़ी थी। अचानक तेज आग जलने लगी। और डॉगी के बच्चों की आवाजें आने लगीं। मैं अपनी बेटी के साथ तुरंत उस आग की तरफ भागी तो देखा वहां डॉगी के बच्चे जल रहे थे। हमने तुरंत आग से उन बच्चों को निकाला। हम चिल्लाए तो हमारे काफी पड़ोसी भी एकजुट हो गए। फिर हमने मिलकर 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस बुलाई, पिल्लों का फर्स्टएड किया। लेकिन वो बुरी तरह से झुलस चुके थे, इसलिए बचाया नहीं जा सका। हमारे पड़ोसियों ने इस तरह से डॉगी के बच्चों को क्यों जलाया, ये हम नहीं जानते। जहां बच्चों को जलाया वहां कोई कूड़ा नहीं था, न ही वहां कचरा पड़ता है। वो काफी ऊंची जगह है। अंशुमन ने कहा- धमकी देती थी कि आग लगा देंगी एनिमल केयर सोसाइटी के अंशुमन माली ने कहा- डॉग्स हमेशा साफ जगह पर बच्चे देते हैं, इसलिए कचरे में बच्चे थे, ऐसा हो ही नहीं सकता। इन महिलाओं के घर के बाहर कैमरे लगे हैं, जिसमें सारी रिकार्डिंग हैं। लेकिन ये लोग किसी को रिकार्डिंग नहीं दिखा रही। पहले भी अक्सर ये स्ट्रीट डॉग्स को परेशान करते रहे हैं। पहले कहा था कि यहां आग लगा देंगी, लेकिन हमें पता नहीं था कि ये हकीकत में ऐसा कर देंगी। 5 बच्चों के मरने से बदली मां (डॉगी) की साइकलोजी... अधूरे मातृत्व के कारण एग्रेसिव हुई फीमेल डॉग अपने 3 दिन के बच्चों की मौत होने के कारण उनकी मां फीमेल डॉगी के बिहेवियर में तेजी से बदलाव आया है। मदरहुड अधूरी होने के कारण मां एग्रेसिव हो रही है। कालोनी के लोगों ने बताया कि पिछले 2 दिन से मां ने कुछ नहीं खाया। वो चीखती, चिल्लाती रहती है। किसी भी अनजान आदमी को कालोनी में देखती है, तो उसकी तरफ दौड़ने लगती। कभी ईंटों से बने अपने घर में जाती है फिर उस जगह जाती जहां उसके बच्चों को मिट्‌टी में दबाया गया है। मां और बेटी ने एक साथ दिए थे बच्चे लोगों ने बताया कि दिवाली से पहले कालोनी में 2 डॉगी ने 5 दिन के अंतर पर बच्चे दिए थे। ये दोनों स्ट्रीट डॉगी आपस में मां, बेटी हैं। मां ने 8 और बेटी ने 5 बच्चों को जन्म दिया था। दोनों को हमने कालोनी में अलग-अलग जगहों पर ईंटों से घरौंदा बनाकर रखा था। दुर्भाग्य से बेटी डॉगी के 5 बच्चों की हत्या हो गई। लेकिन मां डॉगी के बच्चे दूसरी जगह रहने के कारण बच गए। मां के बच्चों को पिलाती है दूध एनिमल एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चों के असमय मर जाने के कारण फीमेल डॉगी का मदरहुड अधूरा है, जिसे पूरा नहीं कर पाने के कारण वो एग्रेसिव हो रही है, लेकिन जब उसे दूसरे श्वान के बच्चे दिए गए तो वो उन्हें अपना समझकर मातृत्व लुटा रही है। धीरे-धीरे ये अपने बच्चों को भूलकर सामान्य हो जाएगी। जब इस डॉगी ने अपने पांचों बच्चों को खो दिया तो उसको नॉर्मल करने के लिए कालोनी के लोगों ने उसकी मां के 8 में से 3 बच्चे इसके घर में रख दिए हैं। पीड़ित मां इन्हें अपना समझकर अपना गम भूल रही है। ये मां दूसरे के बच्चों को फीड करती है, सारा दिन उनकी देखभाल करके नॉर्मल हो रही है। ---------- यह भी पढ़ें : स्ट्रीट डॉग के 5 बच्चों का 3 घंटे चला पोस्टमॉर्टम:मेरठ में देवरानी-जेठानी के खिलाफ FIR, पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया था मेरठ में स्ट्रीट डॉग के 5 बच्चों का 3 घंटे तक पोस्टमॉर्टम किया गया। स्ट्रीट डॉग के बच्चों को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने वाली देवरानी औ जेठानी के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की है। मामला कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के खड़ौली का है। पढ़िए पूरी खबर...

Nov 14, 2024 - 09:05
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मेरठ में जहां 5 पपी को जिंदा जलाया...वहां से रिपोर्ट:लोगों ने कहा- कूड़े में आग लगाने की बात झूठी; टारगेट करके झांड़ियों में आग लगाई
'हम यहां 5 साल से रहते आ रहे हैं, जहां 5 बच्चों को जला दिया। वहां कभी कूड़ा नहीं पड़ा। कभी इस जगह पर कचरा देखा ही नहीं। चलिए एक बार उनके कूड़ा जलाने वाली बात मान लेते हैं, तो अवशेष भी होने चाहिए। सिर्फ उसी झुरमुट को टारगेट करके आग लगा दी। जहां डॉगी के 6 पपी लेटे थे।' ये कहना है संतनगर के लोगों का। 6 नवंबर को यहां डॉगी के 5 बच्चों को जिंदा जला दिया गया। हत्या का आरोप इलाके में ही रहने वाली दो महिलाओं शोभा और आरती पर है। दोनों देवरानी–जेठानी हैं। दोनों के पति सेना में हैं। 5 बच्चों की हत्या करने के मामले में मेरठ पुलिस ने इन महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने इस मामले में दोनों महिलाओं से बयान दर्ज किए। उन्होंने कहा- हमने डॉगी के 5 बच्चों को नहीं जलाया। वहां कचरा पड़ता है। हमने कचरा जलाया। धोखे से 5 बच्चे भी जल गए। ये सब किसी इरादे से नहीं किया है। महिलाओं के इन बयानों की हकीकत समझने के लिए भास्कर मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके के खड़ौली गांव पहुंचा। यही पर संतनगर है, जहां यह वारदात हुई। क्राइम स्पॉट पर कूड़ा नहीं, जली हुईं झाड़ियां मिलीं भास्कर टीम ने सबसे पहले कॉलोनी में वह क्राइम स्पॉट देखा, जहां डॉगी के बच्चे जिंदा जलाए गए थे। यह एक खाली प्लाट है। यहां केवल घास के झुरमुट हैं। पूरा इलाका साफ था। कोई भी कचराघर यहां नहीं था, जहां कूड़ा डाला जाता हो। क्राइम स्पॉट पर हमें घास का झुरमुट आग से बुरी तरह झुलसा हुआ दिखा। यही वो झुरमुट था, जिसके नीचे डॉगी के बच्चों को जलाया गया। झुरमुट से करीब 20 कदम की दूरी पर एक प्लास्टिक की बोरी पड़ी थी, इसमें कुछ जली हुई राख और कुत्तों की जली हुई त्वचा के अवशेष थे। लोगों ने हमें बताया कि उन्होंने जले हुए बच्चों को इस बोरी पर रखा था। क्राइम स्पॉट के बगल में ही आरोपी महिलाओं के घर हैं। लोगों ने बताया कि महिलाओं ने घर से निकलकर उसी झुरमुट में आग लगाई जहां बच्चे रखे थे। हमने झुलसे बच्चों का इलाज किया, बचा नहीं सके सपना बोलीं– मैं उस दिन (5 नवंबर) अपने घर के बाहर बेटी के साथ खड़ी थी। अचानक तेज आग जलने लगी। और डॉगी के बच्चों की आवाजें आने लगीं। मैं अपनी बेटी के साथ तुरंत उस आग की तरफ भागी तो देखा वहां डॉगी के बच्चे जल रहे थे। हमने तुरंत आग से उन बच्चों को निकाला। हम चिल्लाए तो हमारे काफी पड़ोसी भी एकजुट हो गए। फिर हमने मिलकर 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस बुलाई, पिल्लों का फर्स्टएड किया। लेकिन वो बुरी तरह से झुलस चुके थे, इसलिए बचाया नहीं जा सका। हमारे पड़ोसियों ने इस तरह से डॉगी के बच्चों को क्यों जलाया, ये हम नहीं जानते। जहां बच्चों को जलाया वहां कोई कूड़ा नहीं था, न ही वहां कचरा पड़ता है। वो काफी ऊंची जगह है। अंशुमन ने कहा- धमकी देती थी कि आग लगा देंगी एनिमल केयर सोसाइटी के अंशुमन माली ने कहा- डॉग्स हमेशा साफ जगह पर बच्चे देते हैं, इसलिए कचरे में बच्चे थे, ऐसा हो ही नहीं सकता। इन महिलाओं के घर के बाहर कैमरे लगे हैं, जिसमें सारी रिकार्डिंग हैं। लेकिन ये लोग किसी को रिकार्डिंग नहीं दिखा रही। पहले भी अक्सर ये स्ट्रीट डॉग्स को परेशान करते रहे हैं। पहले कहा था कि यहां आग लगा देंगी, लेकिन हमें पता नहीं था कि ये हकीकत में ऐसा कर देंगी। 5 बच्चों के मरने से बदली मां (डॉगी) की साइकलोजी... अधूरे मातृत्व के कारण एग्रेसिव हुई फीमेल डॉग अपने 3 दिन के बच्चों की मौत होने के कारण उनकी मां फीमेल डॉगी के बिहेवियर में तेजी से बदलाव आया है। मदरहुड अधूरी होने के कारण मां एग्रेसिव हो रही है। कालोनी के लोगों ने बताया कि पिछले 2 दिन से मां ने कुछ नहीं खाया। वो चीखती, चिल्लाती रहती है। किसी भी अनजान आदमी को कालोनी में देखती है, तो उसकी तरफ दौड़ने लगती। कभी ईंटों से बने अपने घर में जाती है फिर उस जगह जाती जहां उसके बच्चों को मिट्‌टी में दबाया गया है। मां और बेटी ने एक साथ दिए थे बच्चे लोगों ने बताया कि दिवाली से पहले कालोनी में 2 डॉगी ने 5 दिन के अंतर पर बच्चे दिए थे। ये दोनों स्ट्रीट डॉगी आपस में मां, बेटी हैं। मां ने 8 और बेटी ने 5 बच्चों को जन्म दिया था। दोनों को हमने कालोनी में अलग-अलग जगहों पर ईंटों से घरौंदा बनाकर रखा था। दुर्भाग्य से बेटी डॉगी के 5 बच्चों की हत्या हो गई। लेकिन मां डॉगी के बच्चे दूसरी जगह रहने के कारण बच गए। मां के बच्चों को पिलाती है दूध एनिमल एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चों के असमय मर जाने के कारण फीमेल डॉगी का मदरहुड अधूरा है, जिसे पूरा नहीं कर पाने के कारण वो एग्रेसिव हो रही है, लेकिन जब उसे दूसरे श्वान के बच्चे दिए गए तो वो उन्हें अपना समझकर मातृत्व लुटा रही है। धीरे-धीरे ये अपने बच्चों को भूलकर सामान्य हो जाएगी। जब इस डॉगी ने अपने पांचों बच्चों को खो दिया तो उसको नॉर्मल करने के लिए कालोनी के लोगों ने उसकी मां के 8 में से 3 बच्चे इसके घर में रख दिए हैं। पीड़ित मां इन्हें अपना समझकर अपना गम भूल रही है। ये मां दूसरे के बच्चों को फीड करती है, सारा दिन उनकी देखभाल करके नॉर्मल हो रही है। ---------- यह भी पढ़ें : स्ट्रीट डॉग के 5 बच्चों का 3 घंटे चला पोस्टमॉर्टम:मेरठ में देवरानी-जेठानी के खिलाफ FIR, पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया था मेरठ में स्ट्रीट डॉग के 5 बच्चों का 3 घंटे तक पोस्टमॉर्टम किया गया। स्ट्रीट डॉग के बच्चों को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने वाली देवरानी औ जेठानी के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की है। मामला कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के खड़ौली का है। पढ़िए पूरी खबर...

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