रात के अंधेरे में डीएपी की बोरियां ले जाते VIDEO:फिरोजाबाद में उजागर हुई खाद की कालाबाजारी, मनमानी करने का आरोप
फिरोजाबाद में आलू और गेहूं की बोआई अब अंतिम चरण में है, लेकिन किसानों को डीएपी (डी-एमोनियम फॉस्फेट) खाद की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि किसान सुबह सात बजे से ही साधन सहकारी समितियों पर खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लग जाते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें खाद नहीं मिल पाती। इस बीच, समितियों से रात में खाद ले जाने वाले कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिसके बाद ग्रामीणों ने खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाया है। वायरल वीडियो में कुछ मजदूर ट्रक से खाद की बोरियां समिति के गोदाम में उतारते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो हाथवंत ब्लॉक की ग्राम पंचायत बैरनी सनौरा समिति का बताया जा रहा है। ट्रक के पास खड़ी ट्रैक्टर-ट्रॉली में भी खाद की बोरियां रखी जा रही हैं। वीडियो बनाने वाले को वहां खड़े कुछ लोग रोकते हुए नजर आते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि समिति में भेजी गई डीएपी का कुछ हिस्सा ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर कालाबाजारी के लिए भेजा जा रहा है। वहीं, एसडीएम अंकित वर्मा ने कहा कि वीडियो की जांच कराई जाएगी। यदि आरोप सही पाए गए, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एक और वीडियो फरिहा सहकारी समिति का भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग बाइक पर खाद की बोरियां लेकर जाते हुए दिख रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि समिति के कर्मचारी दिन में किसानों को खाद वापस लौटा देते हैं, लेकिन रात में खाद की कालाबाजारी करते हैं। समिति सचिव अमर सिंह का कहना है कि कुछ किसान डीएपी की बोरियां केंद्र पर छोड़ गए थे, जिन्हें रात में लेने के लिए आए थे। उनका कहना है कि इन्हीं बोरियों को लेकर वीडियो वायरल किया गया है।
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