लखनऊ के नाका हिंडोला में शुकराना समागम आयोजित:रागी जत्थों ने कीर्तन किए, लंगर भी छका गया

लखनऊ के गुरुद्वारा नाका हिंडोला में रविवार को सत्कारयोग माता गुजरी के 400वें जन्म दिवस और श्रीगुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर में श्रद्धा और सत्कार के साथ शुकराना समागम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रहिरास साहिब के पाठ से हुई। इसके बाद भाई राजिंदर सिंह के रागी जत्थे ने शब्द कीर्तन और नाम सिमरन से साध संगत को आध्यात्मिक आनंद से भर दिया। सिमरन साधना परिवार के बच्चों ने भी सुंदर शब्द कीर्तन प्रस्तुत कर संगत का मन मोह लिया। कार्यक्रम में विशेष रूप से पधारे भाई सतपाल सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली ने "कर किरपा कृपाल आपे बख्श ले" और "सतगुरु तुम्हारे काज सवारे थिर घर बैसो हरिजन प्यारे" जैसे शब्दों का गायन किया। उनके साथ भाई प्रीतम सिंह (गुरुद्वारा चंद्र नगर), भाई करनैल सिंह (गुरुद्वारा याहियागंज), और भाई राजवीर सिंह (गुरुद्वारा मालवीय नगर) ने भी सामूहिक रूप से शब्द कीर्तन गायन किया। कार्यक्रम का संचालन धार्मिक सचिव सरदार सरबजीत सिंह ने किया। दीवान की समाप्ति पर गुरुद्वारा नाका हिंडोला के अध्यक्ष डॉ. अमरजोत सिंह ने समस्त संगत का आभार प्रकट किया। समागम के समापन पर गुरु का लंगर वितरित किया गया।

Nov 24, 2024 - 22:50
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लखनऊ के नाका हिंडोला में शुकराना समागम आयोजित:रागी जत्थों ने कीर्तन किए, लंगर भी छका गया
लखनऊ के गुरुद्वारा नाका हिंडोला में रविवार को सत्कारयोग माता गुजरी के 400वें जन्म दिवस और श्रीगुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर में श्रद्धा और सत्कार के साथ शुकराना समागम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रहिरास साहिब के पाठ से हुई। इसके बाद भाई राजिंदर सिंह के रागी जत्थे ने शब्द कीर्तन और नाम सिमरन से साध संगत को आध्यात्मिक आनंद से भर दिया। सिमरन साधना परिवार के बच्चों ने भी सुंदर शब्द कीर्तन प्रस्तुत कर संगत का मन मोह लिया। कार्यक्रम में विशेष रूप से पधारे भाई सतपाल सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली ने "कर किरपा कृपाल आपे बख्श ले" और "सतगुरु तुम्हारे काज सवारे थिर घर बैसो हरिजन प्यारे" जैसे शब्दों का गायन किया। उनके साथ भाई प्रीतम सिंह (गुरुद्वारा चंद्र नगर), भाई करनैल सिंह (गुरुद्वारा याहियागंज), और भाई राजवीर सिंह (गुरुद्वारा मालवीय नगर) ने भी सामूहिक रूप से शब्द कीर्तन गायन किया। कार्यक्रम का संचालन धार्मिक सचिव सरदार सरबजीत सिंह ने किया। दीवान की समाप्ति पर गुरुद्वारा नाका हिंडोला के अध्यक्ष डॉ. अमरजोत सिंह ने समस्त संगत का आभार प्रकट किया। समागम के समापन पर गुरु का लंगर वितरित किया गया।

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