लखनऊ में इजराइल के विरुद्ध कांफ्रेंस ,प्रतिबंध लगाने की मांग:हसन रसूलुल्लाह को दी गई श्रद्धांजलि, मौलाना जव्वाद बोले- इजराइल आतंकवाद का समर्थक है,

लखनऊ के बड़ा इमाम बाड़े में "यादे शोहदा" कांफ्रेंस का आयोजन किया गया । जिसमें मौलाना कल्बे जव्वाद समेत दो दर्जन से अधिक शिया , सुन्नी धर्म गुरु और सोशल एक्टिविस्ट शामिल हुए। कांफ्रेंस में हसन नसरुल्लाह , इस्माइल हानिया समेत कई लोगों को श्रद्धांजलि दी गई । इस अवसर पर बड़ा इमामबाड़ा में मेडिकल कैंप और ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया। कांफ्रेंस में आने वाले लोगों ने रक्त दान भी किया। "इजराइल युद्ध नियमों का उल्लंघन कर रहा है" मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि इजरायल लगातार लेबनान और गाजा के लोगो का खून बहा रहा है। निहत्थे लोगों कि हत्या करना, बेगुनाहों को मारना , मासूम बच्चों और महिलाओं का खून बहाना आतंकवाद है। इजराइल और फलस्तीन के बीच हो रहे युद्ध के एक वर्ष से अधिक हो चुके है। इंटरनेशनल कोर्ट ने इजरायल पर मुकदमा किया है वह इंसानियत का दुश्मन है। आज बड़ी संख्या में यहां हिंदू और दूसरे धर्म के लोग कांफ्रेंस में शामिल हुए सब ने आतंकवाद का विरोध किया। इजराइल के द्वारा फलस्तीन की जमीन पर कब्जा किया जाना बहुत अफसोसनाक है। मौलाना ने कहा कि ईरान और हिजबुल्लाह ने इजराइल पर हमला करते हुए युद्ध नियमों का पूरा पालन किया। इजराइल के द्वारा आवासीय क्षेत्रों पर हमला किया जा रहा है। इजराइल लगातार फलस्तीन और ईरान के अस्पतालों को , बाजारों को टारगेट कर रहा है जो कि मानवता की खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इजराइल ने अपने युद्ध के अपराधों को छुपाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के इजराइल में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। "इजराइल और अमेरिका बेगुनाहों की मौत के जिम्मेदार" कांफ्रेंस में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. संदीप पांडे ने कहा कि "फिलिस्तीन में मारे गए 42,000 लोगों में 18000 से अधिक बच्चे शामिल हैं। जो कि 40% से अधिक है, ये बच्चे बम विस्फोटों के साथ भुखमरी से भी मरे हैं। इजराइल युद्ध अपराध कर रहा है, युद्ध के सभी मानदंडों का उल्लंघन कर रहा है। इसने अस्पतालों, शरणार्थी शिविरों पर बमबारी की है और फिलिस्तीनियों राशन और दवाएं जैसे जीवन रक्षा की चीजें बंद कर दिया है । अब इजराइल , फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र और राहत का कार्य करने वाली एजेंसियों पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रहा है। इजराइल के अलावा कोई दूसरा देश होता तो उस पर युद्ध अपराधों का मुकदमा चलाया जाता । इजराइल के अमेरिका और पश्चिमी देश भी बेगुनाहों की मौत के जिम्मेदार हैं।

Nov 3, 2024 - 22:05
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लखनऊ में इजराइल के विरुद्ध कांफ्रेंस ,प्रतिबंध लगाने की मांग:हसन रसूलुल्लाह को दी गई श्रद्धांजलि, मौलाना जव्वाद बोले- इजराइल आतंकवाद का समर्थक है,
लखनऊ के बड़ा इमाम बाड़े में "यादे शोहदा" कांफ्रेंस का आयोजन किया गया । जिसमें मौलाना कल्बे जव्वाद समेत दो दर्जन से अधिक शिया , सुन्नी धर्म गुरु और सोशल एक्टिविस्ट शामिल हुए। कांफ्रेंस में हसन नसरुल्लाह , इस्माइल हानिया समेत कई लोगों को श्रद्धांजलि दी गई । इस अवसर पर बड़ा इमामबाड़ा में मेडिकल कैंप और ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया। कांफ्रेंस में आने वाले लोगों ने रक्त दान भी किया। "इजराइल युद्ध नियमों का उल्लंघन कर रहा है" मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि इजरायल लगातार लेबनान और गाजा के लोगो का खून बहा रहा है। निहत्थे लोगों कि हत्या करना, बेगुनाहों को मारना , मासूम बच्चों और महिलाओं का खून बहाना आतंकवाद है। इजराइल और फलस्तीन के बीच हो रहे युद्ध के एक वर्ष से अधिक हो चुके है। इंटरनेशनल कोर्ट ने इजरायल पर मुकदमा किया है वह इंसानियत का दुश्मन है। आज बड़ी संख्या में यहां हिंदू और दूसरे धर्म के लोग कांफ्रेंस में शामिल हुए सब ने आतंकवाद का विरोध किया। इजराइल के द्वारा फलस्तीन की जमीन पर कब्जा किया जाना बहुत अफसोसनाक है। मौलाना ने कहा कि ईरान और हिजबुल्लाह ने इजराइल पर हमला करते हुए युद्ध नियमों का पूरा पालन किया। इजराइल के द्वारा आवासीय क्षेत्रों पर हमला किया जा रहा है। इजराइल लगातार फलस्तीन और ईरान के अस्पतालों को , बाजारों को टारगेट कर रहा है जो कि मानवता की खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इजराइल ने अपने युद्ध के अपराधों को छुपाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के इजराइल में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। "इजराइल और अमेरिका बेगुनाहों की मौत के जिम्मेदार" कांफ्रेंस में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. संदीप पांडे ने कहा कि "फिलिस्तीन में मारे गए 42,000 लोगों में 18000 से अधिक बच्चे शामिल हैं। जो कि 40% से अधिक है, ये बच्चे बम विस्फोटों के साथ भुखमरी से भी मरे हैं। इजराइल युद्ध अपराध कर रहा है, युद्ध के सभी मानदंडों का उल्लंघन कर रहा है। इसने अस्पतालों, शरणार्थी शिविरों पर बमबारी की है और फिलिस्तीनियों राशन और दवाएं जैसे जीवन रक्षा की चीजें बंद कर दिया है । अब इजराइल , फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र और राहत का कार्य करने वाली एजेंसियों पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रहा है। इजराइल के अलावा कोई दूसरा देश होता तो उस पर युद्ध अपराधों का मुकदमा चलाया जाता । इजराइल के अमेरिका और पश्चिमी देश भी बेगुनाहों की मौत के जिम्मेदार हैं।

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