लखनऊ में इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करना होगा आसान:जनेश्वर मिश्र पार्क और लोहिया पार्क में लगाया गया चार्जिंग प्वाइंट
राजधानी में इलेक्ट्रिक वाहनों से चलने वाले बेधड़क चल सकते हैं। अब उन्हें चार्जिंग की समस्या नहीं होगी। शहर में प्रमुख तीन स्थानों पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार हो गए हैं। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पीपीपी मोड पर इन्हें स्थापित कराया है। पूणे की कंपनी फोटोन प्रा. लि. ने तीनों स्टेशन का निर्माण कराया है। जनेश्वर मिश्र पार्क, लोहिया पार्क और ज्योतिबुला फुले पार्क के बाहर ईवी चार्जिंग स्टेशन की स्थापना की गई है। जल्द ही इनका उद्घाटन कर शुरुआत की जाएगी। शहर में बढ़ती संख्या को देखते हुए चार्जिंग स्टेशनों का विस्तार किया जाएगा। इलेक्ट्रानिक वाहनों की विक्री बढ़ी है राज्य सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों को सब्सिडी दिए जाने से बड़ी संख्या में दो व चार पहिया वाहनों की बिक्री हो रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के एक्सईएन विद्युत यांत्रिक मनोज सागर ने बताया कि जनेश्वर मिश्र पार्क, लोहिया पार्क और ज्योतिबा फुले पार्क में पांच इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन (50 चार्जिंग पॉइंट) स्थापित करने और उनके रखरखाव के लिए ऑपरेटर से निविदा आमंत्रित की थीं। कई बड़ी कंपनियों ने किया था संपर्क देश और प्रदेश की दर्जनों नामचीन कंपनियों ने इसके लिए टेंडर डाले थे। सबसे अधिक रेट देने पर पुणे की फोटोन कंपनी को टेंडर अवार्ड किया गया। कंपनी के साथ दस साल के लिए अनुबंध किया गया है। चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए एलडीए ने कंपनी को करीब 1200-1500 वर्ग मीटर जमीन मुहैया कराई है। 4.05 रुपए प्रति यूनिट एलडीए को मिलेगा कंपनी इसके बदले प्राधिकरण को 4.05 रुपए प्रति यूनिट शुल्क के हिसाब से भुगतान करेगी। ऑपरेटर ने 4-पहिया वाहनों के लिए एसी-टाइप ईवी चार्जर और 2-पहिया वाहनों के लिए एसी/डीसी-टाइप चार्जर स्थापित किया है। स्टेशनों पर बसों को चार्ज करने के लिए जगह भी शामिल की जाएगी। इन स्टेशनों पर ई-रिक्शा चार्ज करने की भी अनुमति होगी। भविष्य में ऑपरेटर बैटरी स्वैपिंग की सुविधा भी प्रदान करेगा। साल 2022 में नियमावली बनी थी इससे पहले, उत्तर प्रदेश ने 'इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण और गतिशीलता नीति 2022' जारी की थी। अधिकारी ने बताया एक स्टेशन को स्थापित करने में करीब 30 से 35 लाख रुपए की लागत आयी है। यूनिट चार्ज के लिए दस साल का अनुबंध किया गया है। प्राधिकरण दस साल बाद ही यूनिट चार्ज को बढ़ा सकेगा। इलेक्ट्रिक व्हीकल चालकों को यहां खुद ही चार्ज करना होगा। यहां कंपनी की ओर से कोई ऑपरेटर नहीं लगाया गया है। एप्लीकेशन की मदद से चार्जिंग स्टेशन की लोकेशन के साथ ही अन्य भी कई जानकारियां इलेक्ट्रिक कार ओनर्स को मिलेंगी। इसके लिए एक ऐप का दिया जाएगा। ऐप डाउनलोड करने के बाद इसमें खुद को रजिस्टर करना होगा। इसके लिए आपके व्हीकल की जानकारी, रजिस्ट्रेशन नंबर, इंश्योरेंस पॉलिसी और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होंगे। चार्जिंग स्टेशंस पर कौन कौन से चार्जर इंस्टॉल हैं। चार्जिंग के लिए कितने पैसे देने होंगे। ईवी की सर्विस से संबंधित जानकारियां। इस ऐप के जरिए चार्जिंग स्लॉट को प्री-बुक भी करा सकेंगे।
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