लखनऊ में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की रिसर्चर ने व्याख्यान दिया:मनोज्ञा बोली- दायरे से बाहर निकलें, अपनी क्षमता को पहचानें

लखनऊ के गोमती नगर स्थित टीडी गर्ल्स इण्टर कॉलेज में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की रिसर्चर मनोज्ञा ने अपने विचार साझा किए। कॉलेज की छात्राओं को मोटिवेट किया। मनोज्ञा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा- विद्यालय के समय मेरे अंक कभी अच्छे नहीं आते थे, लेकिन मेरे माता-पिता ने कभी मुझे निराश नहीं किया। उन्होंने हमेशा मुझे प्रेरित किया। उनका संदेश था कि हमें किसी को भी कभी भी हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। अनुशासन में रहते हुए दायरे से बाहर निकले उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया कि ज्ञान अर्जन के लिए बातचीत बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा- आपके पास क्षमता है, लेकिन अक्सर आप खुद को एक दायरे में बांध देती हैं। अनुशासन में रहते हुए उस दायरे से बाहर निकलकर उड़ान भरने की जरूरत है। हमारे देश के विचारों ने पूरे विश्व को रास्ता दिखाया विद्यालय के प्रबन्धक महादेव प्रसाद यादव ने कहा- हमारे देश के विचारों ने पूरे विश्व को रास्ता दिखाया है। हमें अच्छे विचारों के फूलों को खिलाने की आवश्यकता है, ताकि उनका असर पूरे विश्व पर पड़े। प्रधानाचार्या लक्ष्मी सिंह ने मनोज्ञा को धन्यवाद ज्ञापित किया।

Dec 3, 2024 - 23:45
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लखनऊ में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की रिसर्चर ने व्याख्यान दिया:मनोज्ञा बोली- दायरे से बाहर निकलें, अपनी क्षमता को पहचानें
लखनऊ के गोमती नगर स्थित टीडी गर्ल्स इण्टर कॉलेज में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की रिसर्चर मनोज्ञा ने अपने विचार साझा किए। कॉलेज की छात्राओं को मोटिवेट किया। मनोज्ञा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा- विद्यालय के समय मेरे अंक कभी अच्छे नहीं आते थे, लेकिन मेरे माता-पिता ने कभी मुझे निराश नहीं किया। उन्होंने हमेशा मुझे प्रेरित किया। उनका संदेश था कि हमें किसी को भी कभी भी हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। अनुशासन में रहते हुए दायरे से बाहर निकले उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया कि ज्ञान अर्जन के लिए बातचीत बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा- आपके पास क्षमता है, लेकिन अक्सर आप खुद को एक दायरे में बांध देती हैं। अनुशासन में रहते हुए उस दायरे से बाहर निकलकर उड़ान भरने की जरूरत है। हमारे देश के विचारों ने पूरे विश्व को रास्ता दिखाया विद्यालय के प्रबन्धक महादेव प्रसाद यादव ने कहा- हमारे देश के विचारों ने पूरे विश्व को रास्ता दिखाया है। हमें अच्छे विचारों के फूलों को खिलाने की आवश्यकता है, ताकि उनका असर पूरे विश्व पर पड़े। प्रधानाचार्या लक्ष्मी सिंह ने मनोज्ञा को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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