लखनऊ में पहुंची ट्रेनों में जानवरों की तरह भरे यात्री:36 घंटे गेट पर खड़े होकर कर रहे यात्रा, टॉयलेट के गेट पर बैठने को मजबूर

ट्रेनों में यात्री जानवर की तरह भरे जा रहे हैं। कोई व्यवस्था नहीं है। शिकायत करने पर सुनवाई नहीं हो रही है। यह कहना है ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों का। 36 घंटे से अधिक देरी तक टॉयलेट और गेट पर लटक कर लोग यात्रा करने को मजबूर हैं। सबसे बुरा हाल जनरल कोच का है। यूपी के सबसे बड़े स्टेशन चारबाग पर पहुंचे यात्रियों ने दैनिक भास्कर से अपना दर्द साझा किया है। उनका कहना है कि हर बार ऐसा ही होता है। रेलवे प्रशासन की तरफ से ठोस इंतजाम नहीं किए जाते हैं। वहीं, रेलवे का दावा कि दीपावली और छठ पूजा के मौके पर कुल 154 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा। बावजूद स्थिति नियंत्रित नही हैं। खबर आगे पढ़ने से पहले देखें ट्रेन व स्टेशन पर भीड़ के हाल... यात्री बोले बकरे की तरह भर दिए चारबाग स्टेशन पर मुंबई से लखनऊ जा रही स्पेशल ट्रेन के जनरल कोच गेट पर विशाल बैठे थे। उनका कहना है कि ट्रेन में बकरे की तरह भर दिया गया। कोई व्यवस्था और सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। झांसी से गोरखपुर जा रहे वाहिद टॉयलेट के गेट पर सहारा लेकर लेटे हुए थे। उनका कहना है दुर्गंध से परेशान हैं। टॉयलेट के पास में बैठे हैं। 200 रुपए का टिकट लिया है। पुणे गोरखपुर स्पेशल ट्रेन से आने वाले देवेश यादव ने कहा- जनरल कोच में जो पहले आता है। उसी को सीट मिलती है। यहां पर सीट नहीं होती है। लोग टॉयलेट के पास में बैठे हैं। महिलाओं के लिए भी खराब स्थिति पुणे से आ रहे वीरेंद्र गोरखपुर जा रहे थे। उनका कहना है कि यात्री कचरा हो गए हैं। चार पांच लोग एक सीट पर बैठ रहे हैं। ये स्पेशल ट्रेन की हालत है। गुलशेर अली ने कहा- झांसी से ट्रेन पकड़ कर आ रहे हैं। जनरल में टॉयलेट के पास बैठ कर आ रहे हैं। सीट की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। सुभाष ने कहा- पुणे से आ रहे है। ट्रेन छह घंटे से अधिक की देरी से चल रही है। हाल बहुत खराब है महिलाओं के लिए बहुत खराब स्थिति हो रही है। बहुत बुरा हाल है। वहां से जाकर सीट देख लीजिए। गोरखपुर तक जाना है। स्टेशन से घर 60 किलोमीटर दूर है। देर रात तक ट्रेन पहुंचेगी। सीट के लिए ट्रेन में हो रही मारपीट पिंटू कुमार ने बताया कि ट्रेन में बहुत बेकार स्थिति है। ट्रेन देरी से चल रही। जहां मन वहीं रोक दे रहे हैं। बहुत भीड़ है। रात में ट्रेन में सीट को लेकर मारपीट हो गई। कई लोग झगड़ा भी कर लिए। गुंडई हो रही थी। टॉयलेट के बाहर बैठकर लोग यात्रा कर रहे। राम बहादुर ने कहा- राजस्थान से अयोध्या जा रहे। 15 लोग हैं। गेट पर और टॉयलेट के पास में खड़े हैं। रेलवे प्रशासन को सुधार करना चाहिए। टाइम पर गाड़ी भी चलानी चाहिए। 36 घंटे गेट पर लटक कर पहुंचे ओमप्रकाश जयपुर से बिहार के समस्तीपुर जा रहे थे। बोले- बैठने की जगह नहीं है। भीड़ है। टॉयलेट जाने में भी दिक्कत हो रही। जनरल कोच रेलवे को बढ़ाना चाहिए। इसी से सबसे अधिक यात्री यात्रा करते हैं। विजय सिंह मुंबई से गेट पर लटक कर लखनऊ पहुंचे। उनका कहना है कि हद हो गई है। ब्रजेश कुमार ने बताया कि 36 घंटे से गेट पर खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर हैं। जान जोखिम में डाल रहे हैं। सरकार जनरल कोच नहीं बढ़ा रही है। सुबोध कुमार सीकर राजस्थान से आ रहे हैं। उनका कहना है कि समस्या इतनी है कि बता नहीं सकते हैं। 154 स्पेशल ट्रेनों का संचालन दशहरा, दीपावली और छठ पूजा के मौके पर कुल 154 स्पेशल ट्रेनों का संचालन रेलवे की तरफ से किया जा रहा है। इसमें 89 पूजा स्पेशल ट्रेन 736 फेरे लगाएंगी। जबकि 65 पूजा विशेष ट्रेन पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से होकर 473 फेरों में चलाई जाएंगी। यह ट्रेनें 6,556 फेरे के लिए चलाई जाएंगी, जबकि पिछले साल में कुल 4,429 फेरे दीपावली और त्योहार के मौके पर ट्रेनों ने लगाए थे। रेलवे प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए रेलवे की तरफ से स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। दिल्ली की ट्रेनों में रिग्रेट दिल्ली से लखनऊ 30, 31 अक्टूबर को आने वाली 40 ट्रेनों में से सिर्फ दो ट्रेनों में जगह है। वंदे भारत और राजरानी एक्सप्रेस ट्रेन, गोमती एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस, पद्मावत एक्सप्रेस, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस, अयोध्या एक्सप्रेस सहित सभी ट्रेनों में जगह नहीं है। अधिकतर ट्रेनों में 50 से लेकर 250 तक की वेटिंग बनी हुई है। 31 अक्टूबर को दीपावली है। इस दिन भी ट्रेनों में जगह नहीं है। मुंबई से आने वाली ट्रेनों में भी नहीं जगह मुंबई से लखनऊ 30 और 31 अक्टूबर को आने वाली आठ ट्रेनों में कोई जगह नहीं है। गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस, कुशीनगर अवध एक्सप्रेस और उद्योग नगरी एक्सप्रेस में सीट की बुकिंग नहीं हो रही हैं। सभी वेटिंग हैं। एसी श्रेणी में वेटिंग की अधिकतम संख्या पार हो चुकी है। इसके चलते इन ट्रेनों में बुकिंग भी रोक दी गई है। अहमदाबाद से आने वाली ट्रेनों में बुकिंग बंद अहमदाबाद से लखनऊ आने वाली चार ट्रेनों में दीपावली के मौके पर अब बुकिंग बंद हो गई है। 30 और 31 अक्टूबर को ट्रेन में जगह नहीं बची है। अहमदाबाद से वाराणसी तक चलने वाली ट्रेन में वेटिंग खत्म हो रही है। इसके अलावा साबरमती सहित अन्य ट्रेनों में अब बुकिंग फुल हो गई है। हैदराबाद से आने वाली ट्रेनों के भी यही हाल हैदराबाद से लखनऊ आने वाली ट्रेनों में दीपावली के मौके पर अब टिकट की बुकिंग नहीं हो रही। इसके कारण यात्री परेशान हो रहे। गोरखपुर एक्सप्रेस, यशवंतपुर एक्सप्रेस सहित सभी ट्रेनों में अब जगह नहीं है। इसके चलते परेशानी बढ़ गई। अब बुकिंग भी नहीं हो रही। 30 और 31 अक्टूबर में ट्रेन में सीट खाली नहीं है। लुधियाना से लखनऊ आने वाली ट्रेनें फुल लुधियाना से लखनऊ आने वाली ट्रेनों में जगह नहीं है। यहां से चलने वाली कोलकाता, अकाल तख्त, गंगा-सतलुज एक्सप्रेस सहित करीब 8 ट्रेन में जगह नहीं है। इस दौरान अधिकतर श्रेणियों में टिकट बुकिंग की विंडो क्लोज हो चुकी है।

Oct 30, 2024 - 08:40
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लखनऊ में पहुंची ट्रेनों में जानवरों की तरह भरे यात्री:36 घंटे गेट पर खड़े होकर कर रहे यात्रा, टॉयलेट के गेट पर बैठने को मजबूर
ट्रेनों में यात्री जानवर की तरह भरे जा रहे हैं। कोई व्यवस्था नहीं है। शिकायत करने पर सुनवाई नहीं हो रही है। यह कहना है ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों का। 36 घंटे से अधिक देरी तक टॉयलेट और गेट पर लटक कर लोग यात्रा करने को मजबूर हैं। सबसे बुरा हाल जनरल कोच का है। यूपी के सबसे बड़े स्टेशन चारबाग पर पहुंचे यात्रियों ने दैनिक भास्कर से अपना दर्द साझा किया है। उनका कहना है कि हर बार ऐसा ही होता है। रेलवे प्रशासन की तरफ से ठोस इंतजाम नहीं किए जाते हैं। वहीं, रेलवे का दावा कि दीपावली और छठ पूजा के मौके पर कुल 154 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा। बावजूद स्थिति नियंत्रित नही हैं। खबर आगे पढ़ने से पहले देखें ट्रेन व स्टेशन पर भीड़ के हाल... यात्री बोले बकरे की तरह भर दिए चारबाग स्टेशन पर मुंबई से लखनऊ जा रही स्पेशल ट्रेन के जनरल कोच गेट पर विशाल बैठे थे। उनका कहना है कि ट्रेन में बकरे की तरह भर दिया गया। कोई व्यवस्था और सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। झांसी से गोरखपुर जा रहे वाहिद टॉयलेट के गेट पर सहारा लेकर लेटे हुए थे। उनका कहना है दुर्गंध से परेशान हैं। टॉयलेट के पास में बैठे हैं। 200 रुपए का टिकट लिया है। पुणे गोरखपुर स्पेशल ट्रेन से आने वाले देवेश यादव ने कहा- जनरल कोच में जो पहले आता है। उसी को सीट मिलती है। यहां पर सीट नहीं होती है। लोग टॉयलेट के पास में बैठे हैं। महिलाओं के लिए भी खराब स्थिति पुणे से आ रहे वीरेंद्र गोरखपुर जा रहे थे। उनका कहना है कि यात्री कचरा हो गए हैं। चार पांच लोग एक सीट पर बैठ रहे हैं। ये स्पेशल ट्रेन की हालत है। गुलशेर अली ने कहा- झांसी से ट्रेन पकड़ कर आ रहे हैं। जनरल में टॉयलेट के पास बैठ कर आ रहे हैं। सीट की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। सुभाष ने कहा- पुणे से आ रहे है। ट्रेन छह घंटे से अधिक की देरी से चल रही है। हाल बहुत खराब है महिलाओं के लिए बहुत खराब स्थिति हो रही है। बहुत बुरा हाल है। वहां से जाकर सीट देख लीजिए। गोरखपुर तक जाना है। स्टेशन से घर 60 किलोमीटर दूर है। देर रात तक ट्रेन पहुंचेगी। सीट के लिए ट्रेन में हो रही मारपीट पिंटू कुमार ने बताया कि ट्रेन में बहुत बेकार स्थिति है। ट्रेन देरी से चल रही। जहां मन वहीं रोक दे रहे हैं। बहुत भीड़ है। रात में ट्रेन में सीट को लेकर मारपीट हो गई। कई लोग झगड़ा भी कर लिए। गुंडई हो रही थी। टॉयलेट के बाहर बैठकर लोग यात्रा कर रहे। राम बहादुर ने कहा- राजस्थान से अयोध्या जा रहे। 15 लोग हैं। गेट पर और टॉयलेट के पास में खड़े हैं। रेलवे प्रशासन को सुधार करना चाहिए। टाइम पर गाड़ी भी चलानी चाहिए। 36 घंटे गेट पर लटक कर पहुंचे ओमप्रकाश जयपुर से बिहार के समस्तीपुर जा रहे थे। बोले- बैठने की जगह नहीं है। भीड़ है। टॉयलेट जाने में भी दिक्कत हो रही। जनरल कोच रेलवे को बढ़ाना चाहिए। इसी से सबसे अधिक यात्री यात्रा करते हैं। विजय सिंह मुंबई से गेट पर लटक कर लखनऊ पहुंचे। उनका कहना है कि हद हो गई है। ब्रजेश कुमार ने बताया कि 36 घंटे से गेट पर खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर हैं। जान जोखिम में डाल रहे हैं। सरकार जनरल कोच नहीं बढ़ा रही है। सुबोध कुमार सीकर राजस्थान से आ रहे हैं। उनका कहना है कि समस्या इतनी है कि बता नहीं सकते हैं। 154 स्पेशल ट्रेनों का संचालन दशहरा, दीपावली और छठ पूजा के मौके पर कुल 154 स्पेशल ट्रेनों का संचालन रेलवे की तरफ से किया जा रहा है। इसमें 89 पूजा स्पेशल ट्रेन 736 फेरे लगाएंगी। जबकि 65 पूजा विशेष ट्रेन पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से होकर 473 फेरों में चलाई जाएंगी। यह ट्रेनें 6,556 फेरे के लिए चलाई जाएंगी, जबकि पिछले साल में कुल 4,429 फेरे दीपावली और त्योहार के मौके पर ट्रेनों ने लगाए थे। रेलवे प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए रेलवे की तरफ से स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। दिल्ली की ट्रेनों में रिग्रेट दिल्ली से लखनऊ 30, 31 अक्टूबर को आने वाली 40 ट्रेनों में से सिर्फ दो ट्रेनों में जगह है। वंदे भारत और राजरानी एक्सप्रेस ट्रेन, गोमती एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस, पद्मावत एक्सप्रेस, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस, अयोध्या एक्सप्रेस सहित सभी ट्रेनों में जगह नहीं है। अधिकतर ट्रेनों में 50 से लेकर 250 तक की वेटिंग बनी हुई है। 31 अक्टूबर को दीपावली है। इस दिन भी ट्रेनों में जगह नहीं है। मुंबई से आने वाली ट्रेनों में भी नहीं जगह मुंबई से लखनऊ 30 और 31 अक्टूबर को आने वाली आठ ट्रेनों में कोई जगह नहीं है। गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस, कुशीनगर अवध एक्सप्रेस और उद्योग नगरी एक्सप्रेस में सीट की बुकिंग नहीं हो रही हैं। सभी वेटिंग हैं। एसी श्रेणी में वेटिंग की अधिकतम संख्या पार हो चुकी है। इसके चलते इन ट्रेनों में बुकिंग भी रोक दी गई है। अहमदाबाद से आने वाली ट्रेनों में बुकिंग बंद अहमदाबाद से लखनऊ आने वाली चार ट्रेनों में दीपावली के मौके पर अब बुकिंग बंद हो गई है। 30 और 31 अक्टूबर को ट्रेन में जगह नहीं बची है। अहमदाबाद से वाराणसी तक चलने वाली ट्रेन में वेटिंग खत्म हो रही है। इसके अलावा साबरमती सहित अन्य ट्रेनों में अब बुकिंग फुल हो गई है। हैदराबाद से आने वाली ट्रेनों के भी यही हाल हैदराबाद से लखनऊ आने वाली ट्रेनों में दीपावली के मौके पर अब टिकट की बुकिंग नहीं हो रही। इसके कारण यात्री परेशान हो रहे। गोरखपुर एक्सप्रेस, यशवंतपुर एक्सप्रेस सहित सभी ट्रेनों में अब जगह नहीं है। इसके चलते परेशानी बढ़ गई। अब बुकिंग भी नहीं हो रही। 30 और 31 अक्टूबर में ट्रेन में सीट खाली नहीं है। लुधियाना से लखनऊ आने वाली ट्रेनें फुल लुधियाना से लखनऊ आने वाली ट्रेनों में जगह नहीं है। यहां से चलने वाली कोलकाता, अकाल तख्त, गंगा-सतलुज एक्सप्रेस सहित करीब 8 ट्रेन में जगह नहीं है। इस दौरान अधिकतर श्रेणियों में टिकट बुकिंग की विंडो क्लोज हो चुकी है।

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