लखनऊ में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन:बांसुरी की धुनों ने लगाए चार चांद, राम आएंगे भजन से श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

लखनऊ के गोमती नगर स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में 5वीं सांस्कृतिक संध्या का आयोजन धूमधाम से हुआ। कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को राज्य कार्यालय खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने किया। साथ ही, इस मौके पर राज्य स्तरीय खादी और पीएमईजीपी प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बांसुरी वादक गौरव श्रीवास्तव ने राग भोपाली से की। बांसुरी की धुनों में राग भोपाली और 'राम आएंगे' सुंदर धुन सुनने को मिलीं, जिनसे श्रोताओं का दिल जीत लिया। लोक संगीत का श्रोताओं ने लिया आनंद इसके बाद इंद्रेश कुमार ने अपने लोक गीतों से माहौल में चार चांद लगा दिए। उनके द्वारा गाए गए गीत 'जरा देर ठहरो' और 'नज़र के सामने' ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद आरजे गुप्ता, अभिनव अवस्थी और अविल जोशी ने भी अपनी आवाज़ से लोक संगीत की खूबसूरती को बढ़ाने का काम किया।

Dec 3, 2024 - 22:45
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लखनऊ में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन:बांसुरी की धुनों ने लगाए चार चांद, राम आएंगे भजन से श्रोता हुए मंत्रमुग्ध
लखनऊ के गोमती नगर स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में 5वीं सांस्कृतिक संध्या का आयोजन धूमधाम से हुआ। कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को राज्य कार्यालय खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने किया। साथ ही, इस मौके पर राज्य स्तरीय खादी और पीएमईजीपी प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बांसुरी वादक गौरव श्रीवास्तव ने राग भोपाली से की। बांसुरी की धुनों में राग भोपाली और 'राम आएंगे' सुंदर धुन सुनने को मिलीं, जिनसे श्रोताओं का दिल जीत लिया। लोक संगीत का श्रोताओं ने लिया आनंद इसके बाद इंद्रेश कुमार ने अपने लोक गीतों से माहौल में चार चांद लगा दिए। उनके द्वारा गाए गए गीत 'जरा देर ठहरो' और 'नज़र के सामने' ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद आरजे गुप्ता, अभिनव अवस्थी और अविल जोशी ने भी अपनी आवाज़ से लोक संगीत की खूबसूरती को बढ़ाने का काम किया।

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