'वो मेरा बर्थडे मनाने आने वाली थी':पायलट सृष्टि के बड़े पापा बोले-मैंने आंसू रोककर रखे हैं, दोषियों को सजा दिलाने के बाद जी भर रोऊंगा

We stand strong together...ये लाइनें तुली परिवार के आवास के गेट पर लिखी हुईं हैं। ये लाइनें बताती हैं कि परिवार का हर सदस्य कितना मजबूत रहा होगा, लेकिन 25 नवम्बर की सुबह आयी बेटी की मौत की सूचना ने इस परिवार को अंदर से लेकर बाहर तक झकझोर दिया। घर की लाडली बेटी सृष्टि दुनिया में नहीं रही। आंखों से बहते आंसू उनके अंदर के अथाह दर्द को बयां कर रहे हैं। परिवार में सभी का रो-रो कर बुरा हाल है। मगर सृष्टि के बड़े पापा विवेक ने अपने आंसुओं के सौलाब को रोक रखा है। उनका कहना है कि बिटिया की हत्या हुई है। अभी मैंने अपने आंसू रोककर रखे हैं। दोषियों को सजा दिलाने के बाद जी भरकर रोऊंगा। सृष्टि की मौत की सूचना सबसे पहले विवेक तुली को मिली थी। गुरुग्राम में नौकरी करने वाली उनकी बेटी राशि ने 25 नवंबर की सुबह 6 बजकर 52 मिनट पर फोन किया था। हंसी-खुशी से दिन की शुरुआत करने वाले तुली परिवार के लिए यह सूचना हिला देने वाली थी। नहीं हुआ विश्वास, सृष्टि की दोस्त को मिलाया फोन दरअसल, राशि को इस बात की जानकारी सृष्टि की कोपायलट उर्वी ने दी थी। जब विवेक को यह जानकारी मिली तो उन्होंने उर्वी का नम्बर लेकर फोन किया। उनका कहना है कि उर्वी कुछ देर चुप रही और फोन एक लड़के को पकड़ा दिया। लड़के ने बताया कि वे लोग सेवेन हिल्स हॉस्पिटल में हैं और सृष्टि नहीं रही। लड़के ने बताया कि सृष्टि के घर सुबह-सुबह वह पहुंचा तो दरवाजा बंद था। सुबह लगभग 4:30 बजे बाहर से मैकेनिक बुलाकर दरवाजा खुलवाया तो सृष्टि पंखे से लटक रही थी। बाद में पता चला कि बात करने वाला लड़का आदित्य पंडित था। जिसे सृष्टि का दोस्त बताया जा रहा है। विवेक तुली बोले-बह-सुबह आदित्य वहां क्यों गया विवेक बताते हैं कि इस बात पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ। रात 12:30 बजे सृष्टि ने अपनी मम्मी श्वेता से वीडियो कॉल पर बात की थी। बड़ी मम्मी मोहिनी को मैसेज कर बताया कि मुम्बई पहुंच गई है। विवेक सवाल उठाते हैं कि सुबह-सुबह आदित्य वहां क्यों गया था। आखिर डेढ़ से दो घण्टे में इतना कुछ कैसे बदल गया। अपनी मम्मी से वीडियो कॉल से बात करते हुए सृष्टि पूरी खुश नजर आ रही थी।सृष्टि की बहन राशि व भाई कुणाल दिल्ली से दोपहर तक मुम्बई पहुंच गए थे। 12:45 बजे वे हॉस्पिटल में थे। उससे पहले परिवार के शुभचिंतक विमल गिरि वहां मौजूद थे। शाम की फ्लाइट से विवेक तुली व परिवार के कुछ अन्य लोग गोरखपुर से मुम्बई पहुंचे। यह था कमरे का दृश्य विवेक तुली का कहना है कि मुम्बई पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम हुआ। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के केस दर्ज किया है, लेकिन यह हत्या है। यदि सृस्टि पंखे से लटकती तो पंखा थोड़ा तो टेढ़ा होता। डेढ़ मीटर के डेटा केबल से फांसी लग सकती है क्या? उन्होंने कई और सवाल खड़े किए हैं। सृष्टि के बड़े पापा बताते हैं कि कोपायलट उर्वी उससे जलती थी। सृष्टि काफी ब्राइट स्टूडेंट थी। लैंडिंग एवं टेकऑफ इतना बेहतर था कि उसे शुरू में ही इंटरनेशनल फ्लाइट मिल गयी थी। उसे इसी बात की जलन थी। दिल्ली में हुई थी आदित्य पंडित से मुलाकात कमर्शियल पायलट बनने के बाद सृष्टि उससे जुड़ी परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली के द्वारिका में शिफ्ट हो गई। आदित्य पंडित भी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। वहीं उसकी मुलाकात सृष्टि से हुई। वह फरीदाबाद का रहने वाला है। 2021 में सृष्टि की कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिल गया लेकिन आदित्य वास नहीं हो सका। जुलाई 2023 में वह मुम्बई शिफ्ट हो गई। आदित्य उससे मिलने के लिए मुम्बई आता-जाता था। आदित्य पंडित सृष्टि को छोटी-छोटी बातों के लिए परेशान करता था। अपने विचार थोपने की कोशिश करता था। विवेक तुली बताते हैं कि एक बार आदित्य सृष्टि की गाड़ी चला रहा था। किसी बात और इतना नाराज हुआ कि सामने वाली गाड़ी में टक्कर मार दी। इतना ही नहीं रास्ते मे सृष्टि को जबरदस्ती उतार दिया। इसके अलावा क्या खाना है, क्या नहीं इसको लेकर भी टोका-टाकी करता था। सृष्टि को ब्लैकमेल कर रहा था आदित्य परिवार के लोगों को शक है कि सृष्टि को आदित्य पंडित ब्लैकमेल कर रहा था। वह उससे पैसे लेता था। 31 अक्टूबर 2024 को सृष्टि के खाते से 15 हजार और 5 नवम्बर को 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। यह रकम आदित्य की बहन व उसके अन्य परिजन के खाते में हैं। विवेक ने बैंक स्टेटमेंट के रूप में इसका सबूत भी दिया है। पैसे क्यों दिए गए, यह बड़ा सवाल है। परिवार के लोग अब पुराना बैंक स्टेटमेंट भी निकाल रहे हैं। बड़े पापा की मैरेज एनिवर्सरी व पाप का जन्मदिन मनाने को घर आने की थी तैयारी सृष्टि के बड़े पापा विवेक तुली की 26 नवम्बर को मैरेज एनिवर्सरी थी। 27 को उसके पापा विशाल तुली का जन्मदिन। इन दोनों अवसरों को परिवार के साथ सेलिब्रेट करने के लिए छुट्टी लेने की तैयारी में थी। लेकिन उसकी मौत की सूचना से घर मे खुशी का माहौल मातम में बदल गया। हंसती खिलखिलाती सृष्टि की राह तक रहे परिवार को उसके न रहने की खबर मिली। होनहार लड़की थी सृष्टि परदादा पंजाब पुलिस में और दादा भारतीय सेना में थे। इस बात से सृष्टि काफी प्रभावित थी। बचपन मे उड़ान सीरियल देखकर उसने पायलट बनने का सपना संजो लिया था। फाइटर पायलट बनने की अनुमति परिवार से नहीं मिली लेकिन कमर्शियल पायलट बनने की हरी झंडी मिल गयी थी। सृष्टि की प्राइमरी एजुकेशन गोरखपुर के कार्मल गर्ल्स इंटर कालेज से व 6 से 12 की पढ़ाई इसी शहर में लिटिल फ्लावर स्कूल धर्मपुर से हुई। उसके बाद स्टूडेंट पायलटलाइसेंस के लिए ओडिशा के भुवनेश्वर चली गयी। उसके बाद उत्तराखंड के पंतनगर से कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग ली। सृष्टि को कई पुरस्कार भी मिले हैं। बताया कि साल 2021 में सृष्टि की ट्रेनिंग कंप्लीट हुई। इसके बाद कुछ और भी परीक्षाएं दीं। जुलाई 2023 में ज्वाइन किया था। दिल्ली में ट्रेनिंग के दौरान उसकी आदित्य से मुलाकात हुई थी। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल घर मे सृष्टि की दादी उर्मिल तुली, बड़ी मम्मी मोहिनी तुली, पापा विशाल तुली, मम्मी श्वेता तुली, बहन राशि, भाई कुणाल का रो

Nov 28, 2024 - 14:15
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'वो मेरा बर्थडे मनाने आने वाली थी':पायलट सृष्टि के बड़े पापा बोले-मैंने आंसू रोककर रखे हैं, दोषियों को सजा दिलाने के बाद जी भर रोऊंगा
We stand strong together...ये लाइनें तुली परिवार के आवास के गेट पर लिखी हुईं हैं। ये लाइनें बताती हैं कि परिवार का हर सदस्य कितना मजबूत रहा होगा, लेकिन 25 नवम्बर की सुबह आयी बेटी की मौत की सूचना ने इस परिवार को अंदर से लेकर बाहर तक झकझोर दिया। घर की लाडली बेटी सृष्टि दुनिया में नहीं रही। आंखों से बहते आंसू उनके अंदर के अथाह दर्द को बयां कर रहे हैं। परिवार में सभी का रो-रो कर बुरा हाल है। मगर सृष्टि के बड़े पापा विवेक ने अपने आंसुओं के सौलाब को रोक रखा है। उनका कहना है कि बिटिया की हत्या हुई है। अभी मैंने अपने आंसू रोककर रखे हैं। दोषियों को सजा दिलाने के बाद जी भरकर रोऊंगा। सृष्टि की मौत की सूचना सबसे पहले विवेक तुली को मिली थी। गुरुग्राम में नौकरी करने वाली उनकी बेटी राशि ने 25 नवंबर की सुबह 6 बजकर 52 मिनट पर फोन किया था। हंसी-खुशी से दिन की शुरुआत करने वाले तुली परिवार के लिए यह सूचना हिला देने वाली थी। नहीं हुआ विश्वास, सृष्टि की दोस्त को मिलाया फोन दरअसल, राशि को इस बात की जानकारी सृष्टि की कोपायलट उर्वी ने दी थी। जब विवेक को यह जानकारी मिली तो उन्होंने उर्वी का नम्बर लेकर फोन किया। उनका कहना है कि उर्वी कुछ देर चुप रही और फोन एक लड़के को पकड़ा दिया। लड़के ने बताया कि वे लोग सेवेन हिल्स हॉस्पिटल में हैं और सृष्टि नहीं रही। लड़के ने बताया कि सृष्टि के घर सुबह-सुबह वह पहुंचा तो दरवाजा बंद था। सुबह लगभग 4:30 बजे बाहर से मैकेनिक बुलाकर दरवाजा खुलवाया तो सृष्टि पंखे से लटक रही थी। बाद में पता चला कि बात करने वाला लड़का आदित्य पंडित था। जिसे सृष्टि का दोस्त बताया जा रहा है। विवेक तुली बोले-बह-सुबह आदित्य वहां क्यों गया विवेक बताते हैं कि इस बात पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ। रात 12:30 बजे सृष्टि ने अपनी मम्मी श्वेता से वीडियो कॉल पर बात की थी। बड़ी मम्मी मोहिनी को मैसेज कर बताया कि मुम्बई पहुंच गई है। विवेक सवाल उठाते हैं कि सुबह-सुबह आदित्य वहां क्यों गया था। आखिर डेढ़ से दो घण्टे में इतना कुछ कैसे बदल गया। अपनी मम्मी से वीडियो कॉल से बात करते हुए सृष्टि पूरी खुश नजर आ रही थी।सृष्टि की बहन राशि व भाई कुणाल दिल्ली से दोपहर तक मुम्बई पहुंच गए थे। 12:45 बजे वे हॉस्पिटल में थे। उससे पहले परिवार के शुभचिंतक विमल गिरि वहां मौजूद थे। शाम की फ्लाइट से विवेक तुली व परिवार के कुछ अन्य लोग गोरखपुर से मुम्बई पहुंचे। यह था कमरे का दृश्य विवेक तुली का कहना है कि मुम्बई पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम हुआ। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के केस दर्ज किया है, लेकिन यह हत्या है। यदि सृस्टि पंखे से लटकती तो पंखा थोड़ा तो टेढ़ा होता। डेढ़ मीटर के डेटा केबल से फांसी लग सकती है क्या? उन्होंने कई और सवाल खड़े किए हैं। सृष्टि के बड़े पापा बताते हैं कि कोपायलट उर्वी उससे जलती थी। सृष्टि काफी ब्राइट स्टूडेंट थी। लैंडिंग एवं टेकऑफ इतना बेहतर था कि उसे शुरू में ही इंटरनेशनल फ्लाइट मिल गयी थी। उसे इसी बात की जलन थी। दिल्ली में हुई थी आदित्य पंडित से मुलाकात कमर्शियल पायलट बनने के बाद सृष्टि उससे जुड़ी परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली के द्वारिका में शिफ्ट हो गई। आदित्य पंडित भी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। वहीं उसकी मुलाकात सृष्टि से हुई। वह फरीदाबाद का रहने वाला है। 2021 में सृष्टि की कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिल गया लेकिन आदित्य वास नहीं हो सका। जुलाई 2023 में वह मुम्बई शिफ्ट हो गई। आदित्य उससे मिलने के लिए मुम्बई आता-जाता था। आदित्य पंडित सृष्टि को छोटी-छोटी बातों के लिए परेशान करता था। अपने विचार थोपने की कोशिश करता था। विवेक तुली बताते हैं कि एक बार आदित्य सृष्टि की गाड़ी चला रहा था। किसी बात और इतना नाराज हुआ कि सामने वाली गाड़ी में टक्कर मार दी। इतना ही नहीं रास्ते मे सृष्टि को जबरदस्ती उतार दिया। इसके अलावा क्या खाना है, क्या नहीं इसको लेकर भी टोका-टाकी करता था। सृष्टि को ब्लैकमेल कर रहा था आदित्य परिवार के लोगों को शक है कि सृष्टि को आदित्य पंडित ब्लैकमेल कर रहा था। वह उससे पैसे लेता था। 31 अक्टूबर 2024 को सृष्टि के खाते से 15 हजार और 5 नवम्बर को 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। यह रकम आदित्य की बहन व उसके अन्य परिजन के खाते में हैं। विवेक ने बैंक स्टेटमेंट के रूप में इसका सबूत भी दिया है। पैसे क्यों दिए गए, यह बड़ा सवाल है। परिवार के लोग अब पुराना बैंक स्टेटमेंट भी निकाल रहे हैं। बड़े पापा की मैरेज एनिवर्सरी व पाप का जन्मदिन मनाने को घर आने की थी तैयारी सृष्टि के बड़े पापा विवेक तुली की 26 नवम्बर को मैरेज एनिवर्सरी थी। 27 को उसके पापा विशाल तुली का जन्मदिन। इन दोनों अवसरों को परिवार के साथ सेलिब्रेट करने के लिए छुट्टी लेने की तैयारी में थी। लेकिन उसकी मौत की सूचना से घर मे खुशी का माहौल मातम में बदल गया। हंसती खिलखिलाती सृष्टि की राह तक रहे परिवार को उसके न रहने की खबर मिली। होनहार लड़की थी सृष्टि परदादा पंजाब पुलिस में और दादा भारतीय सेना में थे। इस बात से सृष्टि काफी प्रभावित थी। बचपन मे उड़ान सीरियल देखकर उसने पायलट बनने का सपना संजो लिया था। फाइटर पायलट बनने की अनुमति परिवार से नहीं मिली लेकिन कमर्शियल पायलट बनने की हरी झंडी मिल गयी थी। सृष्टि की प्राइमरी एजुकेशन गोरखपुर के कार्मल गर्ल्स इंटर कालेज से व 6 से 12 की पढ़ाई इसी शहर में लिटिल फ्लावर स्कूल धर्मपुर से हुई। उसके बाद स्टूडेंट पायलटलाइसेंस के लिए ओडिशा के भुवनेश्वर चली गयी। उसके बाद उत्तराखंड के पंतनगर से कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग ली। सृष्टि को कई पुरस्कार भी मिले हैं। बताया कि साल 2021 में सृष्टि की ट्रेनिंग कंप्लीट हुई। इसके बाद कुछ और भी परीक्षाएं दीं। जुलाई 2023 में ज्वाइन किया था। दिल्ली में ट्रेनिंग के दौरान उसकी आदित्य से मुलाकात हुई थी। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल घर मे सृष्टि की दादी उर्मिल तुली, बड़ी मम्मी मोहिनी तुली, पापा विशाल तुली, मम्मी श्वेता तुली, बहन राशि, भाई कुणाल का रो-रोकर बुरा हाल है। घर पर शुभचिन्तकों के आने का सिलसिला जारी है। घर के गणेश जी प्रतिमा के पास पायलट बेटी की तस्वीर रखी है, जिसपर अब हार चढ़ा है। योगी से गुहार लगाने के बाद दर्ज हुआ मुकदमा सृष्टि के बड़े पापा विवेक तुली ने इस मामले में मुंबई में आरोपी बॉयफ्रेंड आदित्य पंडित के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उनका कहना है कि उन्होंने सीएम योगी से गुहार लगाई थी, इसके बाद उनका मुकदमा दर्ज हुआ है। मुझे मुंबई पुलिस पर भरोसा है। अभी तक वहां की पुलिस साथ दे रही है। उनका आरोप है कि विवेक अक्सर सृष्टि के प्रताड़ित करता था। कुछ दिनों पहले आदित्य के बहन की सगाई थी, लेकिन बिजी होने की वजह से सृष्टि उसमें नहीं शामिल हो सकी थी। जिससे नाराज होकर आदित्य ने उससे करीब दस दिनों तक बात नहीं की। इससे वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। आरोप है कि आदित्य उसे सार्वजनिक रूप से परेशान करता था। वह पार्टियों में चीखता-चिल्लाता था। उसके बैंक खाते से रुपए भी निकल लेता था। परिवार में आशंका जताई है कि आरोपी ने जहर देकर उसकी हत्या कर दी है। अब पढ़िए सृष्टि के परिवार के बारे में विवेक तुली बताते हैं कि मूल रूप से उनका परिवार पंजाब का रहने वाला है। देश के बंटवारे के समय वे लोग भारत आए तो उन्हें दिल्ली में बसाया गया। विवेक के दादा स्व हंसराज तुली पंजाब पुलिस में थे। उस समय दिल्ली की सुरक्षा पंजाब पुलिस देखती थी। सृष्टि के दादा मेजर स्व नरेन्द्र कुमार तुली सेना में थे। 1971 की भारत-पाकिस्तान लड़ाई में शहीद हुए थे। सरकार की ओर से तुली परिवार को गैस एजेंसी आवंटित हो गयी थी। 1972 में सृष्टि की दादी उर्मिल तुली एजेंसी के संचालन के लिए परिवार के साथ गोरखपुर शिफ्ट हो गईं। परिवार शिवपुर, रुस्तमपुर में एकसाथ रहता है। उसके बाद से इस परिवार ने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाया। गोल्डन गैस एजेंसी का काफी नाम रहा। उत्तराखंड में इस परिवार की सिलिंडर बनाने की फैक्ट्री भी है। इसके साथ निर्यात का बिजनेस भी है। ............................... ये खबर भी पढ़िए- IPS इल्मा बोलीं- मैंने ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाई: खनन माफिया-तस्करों पर नकेल कसी हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया की कमर तोड़ने की वजह से तेज तर्रार IPS इल्मा अफरोज सियासी टकराव का सामना कर रही हैं। इल्मा ने लंबी खामोशी के बाद बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ी। लंबी छुट्‌टी पर चल रही इल्मा ने बुधवार को मुरादाबाद में एक कॉलेज में छात्राओं से हिमाचल के बद्दी जिले के अपने अनुभव साझा किए। इल्मा अफरोज ने कहा- आपके दिल में अपने देश के लिए कुछ करने का जज्बा है, तो आपको मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। याद रखें, हमारे लिए हमारा देश पहले है और हम बाद में। इल्मा ने कहा- मैं बद्दी जिले की पुलिस अधीक्षक बनी तो मैंने अच्छे से दिल लगाकर मेहनत और मोहब्बत से काम किया। नशे के सौदागरों के खिलाफ अभियान चलाया। युवाओं को, बच्चों को नशों से बचाया। जो बड़े-बड़े ड्रग तस्कर थे, गंदे नशों का काम करते थे, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। पढ़ें पूरी खबर...

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