शाइस्ता नहीं, अली ने संभाली माफिया अतीक गैंग की कमान:पुलिस रिकॉर्ड में अब इंटर स्टेट गैंग आईएस--227 का गैंग लीडर अली, जेल से कर रहा खेल
इंटर स्टेट गैंग आईएस--227 की कमान अब माफिया अतीक के दूसरे नंबर के बेटे अली के हाथों में पहुंच गई है। पहले तो पुलिस ही यही रट लगाए रही कि अतीक की पत्नी 5 लाख की इनामी शाइस्ता परवीन गैंग संचालित कर रही है। गैंग मेंबरों को मदद पहुंचाने, रुपये की वसूली करने के साक्ष्य भी पुलिस पेश करती रही लेकिन लंबे वक्त से फरार शाइस्ता की गिरफ्तारी में फेल पुलिस ने अब सीधे तौर गैंग संचालन में अतीक के बेटे अली को गैंग लीडर घोषित कर दिया है। अतीक के बेटे अली, बड़े बटे उमर समेत 15 गैंग मेंबरों पर गैंगस्टर की कार्रवाई के दौरान पुलिस ने जो चार्ट जारी किया उसमें अली को गैंग लीडर बताया है। मतलब साफ है कि नैनी सेंट्रल जेल में बंद अली अब अतीक गैंग ऑपरेट कर रहा है। ऐसा इसलिए भी है कि जेल से भी अली कि दबंगइ के कई मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही पुलिस का मानना है कि ज्यादातर गैंग मेंबरों के संपर्क में अली ही है। पुलिस ने अतीक गैंग के दो वकीलों को गैंग का सक्रिय मेंबर माना है। दोनों नैनी जेल में ही हैं। एक तो वकील खान सौलत हनीफ जो अतीक के मामलों में सुप्रीम कोर्ट तक पेश होता रहा है। दूसरा विजय मिश्र जिसे अतीक-अशरफ का करीबी और गैंग मेंबर बताया गया। अली, सौलत, विजय मिश्र सरीखे लोग एक ही जेल में बंद हैं तो कमान अली के हाथों आनी ही थी। अली को अतीक देना चाहता था राजनीतिक विरासत अली को अब भले ही गैंग की कमान संभालनी पड़ी लेकिन माफिया अपने जीजे जी अली को राजनीतिक विरासत सौंपना चाहता था। राजनीतिक मंचों पर अली के भाषण, मां शाइस्ता परवीन के साथ एमआईएम के मंचों से ललकार अली को राजनीति की तरफ बढ़ाने के संकेत थे। अली भाषण देने में माहिर भी होता जा रहा था। सभी भाइयों में सबसे तेज तर्रार अली ने आखिरकार बाप-चाचा की हत्या के बाद आईएस--227 की कमान अपने हाथ में ले ली। अतीक के साबरमती जेल जाने के बाद असद सक्रिय हुआ था अतीक जब गुजरात की साबरमती जेल भेज दिया गया। अशरफ बरेली जेल चला गया तब अतीक ने असद को गैंग में एक्टिव किया था। असद गुजरात, बरेली तक सेटिंग करने लगा था। वह पूरी तरह गैंग को लेकर सक्रिय हो गया था। अतीक के मामलों की पैरवी में भी वही आगे था। यहां तक की गुजरात जाकर उसने जफर सरेशवाला तक से मुलाकात कर मदद मांगी थी। असद के एनकाउंटर के बाद जरफ सरेशवाला ने अपने इंटरव्यू में यह बात बताई थी। कुछ दिन गैंग चलाने लगा था राकेश लाला हालांकि पुलिस की जांच से यह भी साफ हुआ है कि एकाएक अतीक-अशरफ के कुछ दिनों के लिए अतीक करीबी राकेश उर्फ नकेश उर्फ लाला ने वसूली कर यह जता दिया था कि इन दिनों गैंग को ऑपरेट वही कर रहा है। वह शाइस्ता तक रुपये पहुंचाता था। हिसाब की पर्ची रखने लगा था। ऐसा कुछ ही दिनों के लिए हुआ था जब असद शहर से बाहर रहने लगा था। जानिये किन पर लगा गैंगस्टर माफिया अतीक अहमद के बेटे उमर और अली पर प्रयागराज पुलिस ने गैंगस्टर लगा दिया है। अतीक का बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है जबकि दूसरे नंबर का बेटा अली प्रयागराज के नैनी सेंट्रली जेल में बंद है। उमर और अली समेत गैंग के 15 मेंबरों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। इसमें उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीनों शूटर 5--5 लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम, मो. साबिर और अरमान शामिल हैं। इसके अलावा अतीक गैंग से जुड़े दो वकीलों खान सौलत हनीफ और विजय मिश्र पर भी गैंगस्टर लगा दिया गया है। खान सौलत हनीफ और विजय मिश्र भी नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई शहर के धूमनगंज थाने की पुलिस की रिपोर्ट पर हुई है। गैंगस्टर उमेश पाल हत्याकांड के तहत लगा है। गैंग बनाकर साजिश रच सनसनीखेज वारदात करने के आरोप में सभी पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ था। उमेश पाल को गोलियों से छलनी करने के साथ ही दो सरकारी गनरों की भी हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल हत्याकांड में अभी गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान फरार हैं। साथ ही अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और अतीक की बहन आयशा नूरी की तलाश चल रही है। सभी पर इनाम घोषित है। अतीक गैंग के गैंगस्टरों के नाम अली अहमद- गैंग लीडर मो. उमर सक्रिय सदस्य कैश अहमद राकेश उर्फ नकेश उर्फ लाला मो. अरशद कटरा नियाज अहमद इकबाल अहमद शाहरुक उर्फ शारूक खान सौलत हनीफ अखलाक अहमद विजय मिश्र सदाकत खान गुड्डू मुस्लिम मो. अरमान मो. साबिर
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