शिमला में ठंड से व्यक्ति की मौत:प्रदेश में एक्टिव होने से पहले ही कमजोर पड़ने लगा वेस्टर्न डिस्टरबेंस; 51 दिन से नहीं बरसे बादल
शिमला के समीप मशोबरा में एक व्यक्ति की ठंड से मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। मृतक के शव की अभी पहचान नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि व्यक्ति काफी समय से सड़क किनारे घूम रहा था। बीती रात उसकी ठंड से मौत हो गई। पिछले तीन-चार दिनों से प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ (WD) सक्रिय होने से पहले ही हिमाचल में कमजोर पड़ने लगा है। मौसम विभाग के 3 दिन पहले जारी बुलेटिन के अनुसार 22 से 24 नवंबर तक चार जिलों चंबा, कांगड़ा, लाहौल स्पीति और कुल्लू के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान था। लेकिन ताजा बुलेटिन में 23 नवंबर को ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। 51 दिनों से चल रहा सूखा दौर टूटने के आसार नहीं हैं। प्रदेश में पोस्ट मानसून सीजन में एक अक्तूबर से 21 नवंबर तक सामान्य से 98 फीसदी कम बादल बरसे हैं। अक्टूबर माह में 6 जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई है। लेकिन नवंबर के 21 दिनों में किसी भी जिले में एक बूंद पानी नहीं गिरा। इससे पहले मानसून सीजन में भी इस बार बारिश सामान्य से 19 फीसदी कम रही। राज्य में बनने लगे सूखे जैसे हालात प्रदेश में इससे सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। प्रदेश के किसानों पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी है। सूखे की वजह से किसान गेंहू की बुवाई नहीं कर पाया। प्रदेश में गेंहू की फसल 3.26 लाख हेक्टेयर जमीन पर होती है। मगर इस बार मुश्किल से 37 प्रतिशत जमीन पर ही किसान गेंहू की बुवाई कर पाए हैं। अब गेंहू की बुवाई का उचित समय भी बीत गया है। मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में 1 नवंबर तथा मैदानी इलाकों में 15 नवंबर तक गेंहू की बुवाई हो सकती है। अगले 25 दिन अच्छी बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं मौसम विभाग के अनुसार, अगले 25 दिन तक भी अच्छी बारिश व बर्फबारी के आसार नहीं है। 23 नवंबर को भी हल्की बारिश-बर्फबारी के आसार है। इससे अभी ड्राइ स्पेल टूटने की कम उम्मीद है। बिन बरसे लद्दाख की ओर गए WD मौसम वैज्ञानिक शोभित कटियार ने बताया कि मानसून के बाद इस बार WD ही नहीं बना पा रहे। जो WD एक्टिव हुए है, वह हिमाचल के टच किए बगैर लद्दाख की ओर गए हैं। यही वजह है कि प्रदेश में इस बार कम बारिश हुई है।
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