संतकबीरनगर में पुलिस की छापेमारी:नकली टाटा नमक बरामद, कंपनी के अधिकारियों ने की थी शिकायत
संतकबीरनगर के मेंहदावल कस्बे में कुछ लोगों द्वारा नामी ब्रांड टाटा के नाम से नकली नमक बेचने का मामला सामने आया है। इन मुनाफाखोरों ने न केवल लोगों की जान से खेला, बल्कि बड़े पैमाने पर मुनाफा भी कमाया। टाटा कंपनी के अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई और उन्होंने मामले की शिकायत की। इसके बाद मेंहदावल थाना प्रभारी निरीक्षक रामकृपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने ठिकाने पर छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली नमक और उसके पैकेट बरामद किए। राममिलन यादव के घर से मिली नमक और पैकेट की खेप पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि ठाकुरद्वारा मोहल्ले में टाटा नामक नमक बेचा जा रहा है। इस पर पुलिस ने छापेमारी कर राममिलन यादव के घर से नमक और उसकी पैकेटिंग सामग्रियां बरामद कीं। अब तक आरोपी कई कुंतल नकली नमक बेच चुका था। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है और जांच जारी है। कैसे पहचानें असली और नकली टाटा नमक टाटा कंपनी के अधिकारियों ने लोगों को सचेत करते हुए बताया कि असली और नकली टाटा नमक की पहचान करना आसान है। असली नमक का पैकेट सफेद रंग का होता है, जबकि नकली नमक हल्के पीले रंग का होता है। असली नमक के पैकेट का रेपर पतला होता है, जबकि नकली नमक का रेपर मोटा होता है। इसके अलावा असली नमक छूने में पतला और हल्का होता है, जबकि नकली नमक मोटा और भारी होता है। इसके साथ ही असली नमक की पहचान पैकेट पर दिए गए बार कोड से भी की जा सकती है।
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