समझौता नहीं करने पर दुष्कर्म पीड़िता को पीटा:शाहजहांपुर पुलिस ने पीड़िता पर ही कर दी शांतिभंग की कार्रवाई

शाहजहांपुर की सदर बाजार थाना क्षेत्र में एक दुष्कर्म पीड़िता को समझौते का दबाव झेलना पड़ रहा है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने उसे और उसके बेटे के साथ मारपीट की और पुलिस ने भी सहयोग देने के बजाय उल्टा उस पर ही शांतिभंग की कार्रवाई कर दी। मामला तब सामने आया जब पीड़िता ने वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पीड़िता के मुताबिक, 6 अप्रैल को उसने दुष्कर्म के मामले में एफआईआर दर्ज करवाई थी। 26 अक्टूबर को आरोपियों ने उस पर मामले को वापस लेने और समझौता करने का दबाव बनाया। मना करने पर आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और पुलिस के सामने ही उसके साथ मारपीट की। इस दौरान पीड़िता और उसके बेटे को चोटें आईं, और आरोपियों ने उसका मोबाइल भी तोड़ दिया। मोबाइल के कवर में रखे पांच हजार रुपये भी आरोपियों ने लूट लिए। पुलिस पर तहरीर की अनदेखी का आरोप पीड़िता ने थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए उल्टा उस पर ही शांतिभंग की कार्रवाई कर दी। पीड़िता का कहना है कि आरोपियों ने उसे घर से बाहर निकालने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने अंततः पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन पुलिस की शुरुआती कार्रवाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं। थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था, और इसी वजह से पीड़िता के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की गई थी। हालांकि, अब उसकी तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है।

Nov 11, 2024 - 12:30
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समझौता नहीं करने पर दुष्कर्म पीड़िता को पीटा:शाहजहांपुर पुलिस ने पीड़िता पर ही कर दी शांतिभंग की कार्रवाई
शाहजहांपुर की सदर बाजार थाना क्षेत्र में एक दुष्कर्म पीड़िता को समझौते का दबाव झेलना पड़ रहा है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने उसे और उसके बेटे के साथ मारपीट की और पुलिस ने भी सहयोग देने के बजाय उल्टा उस पर ही शांतिभंग की कार्रवाई कर दी। मामला तब सामने आया जब पीड़िता ने वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पीड़िता के मुताबिक, 6 अप्रैल को उसने दुष्कर्म के मामले में एफआईआर दर्ज करवाई थी। 26 अक्टूबर को आरोपियों ने उस पर मामले को वापस लेने और समझौता करने का दबाव बनाया। मना करने पर आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और पुलिस के सामने ही उसके साथ मारपीट की। इस दौरान पीड़िता और उसके बेटे को चोटें आईं, और आरोपियों ने उसका मोबाइल भी तोड़ दिया। मोबाइल के कवर में रखे पांच हजार रुपये भी आरोपियों ने लूट लिए। पुलिस पर तहरीर की अनदेखी का आरोप पीड़िता ने थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए उल्टा उस पर ही शांतिभंग की कार्रवाई कर दी। पीड़िता का कहना है कि आरोपियों ने उसे घर से बाहर निकालने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने अंततः पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन पुलिस की शुरुआती कार्रवाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं। थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था, और इसी वजह से पीड़िता के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की गई थी। हालांकि, अब उसकी तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है।

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