सरपंच ने 10, पंचों ने 5% कमीशन मांगा:प्रस्ताव पारित कर कहा-हमें भी पैसों की जरूरत; हिस्सा नहीं मिलने पर सचिव के ट्रांसफर का फैसला
शासन द्वारा विकास कार्यों के लिए जो भी राशि दी जाती है, उसमें से 5 प्रतिशत पंच, 7 प्रतिशत उप सरपंच और 10 प्रतिशत की राशि सरपंच को दी जाए। हम सभी को रुपयों की जरूरत है। सरकार से हमें कोई फायदा नहीं मिलता है। अगर हमें कमीशन नहीं मिलेगा तो हम शासन के किसी भी काम में सहयोग नहीं करेंगे। यह अनूपपुर जिले की ग्राम पंचायत सालरगोंदी में विकास कार्यों में कमीशन का मसौदा है। पहले 5 जुलाई और फिर 12 अगस्त को पंचायत की मासिक बैठक में उप सरपंच सोनिया बाई ने यह प्रस्ताव रखा। सरपंच विक्रम प्रसाद ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि हर काम में 10 प्रतिशत का कमीशन लिया जाएगा और बाकी पंचों के लिए 5 प्रतिशत निर्धारित किया जाए। सूचना के अधिकार के जरिए मामला सामने आने के बाद अब यही प्रस्ताव प्रशासन के लिए परेशानी बन गया है। सरपंच, उप सरपंच सहित पंचों को 26 नवंबर को पेशी पर तलब कर लिया गया है। कमीशन नहीं मिला तो सचिव के ट्रांसफर का प्रस्ताव रखा 11 सितंबर को ग्राम पंचायत भवन में सरपंच विक्रम प्रसाद की अध्यक्षता में मासिक बैठक की गई। इसमें पंच नरबदिया बाई ने प्रस्ताव रखा, '12 अगस्त को प्रस्ताव रखा गया था कि ग्राम पंचायत में जो भी राशि विकास योजना के लिए आती है, उसमें से हम सभी पंचों को 5 प्रतिशत, सरपंच को 10 और उप सरपंच को 7 प्रतिशत ग्राम पंचायत सचिव प्रदान करें। सचिव द्वारा आज दिनांक तक एक रुपए कमीशन की राशि भी हम पंचायत वालों को नहीं दी गई है। हम सचिव को इस पंचायत से स्थानांतरण किए जाने के लिए प्रस्ताव रखते हैं। सभी ने इसका समर्थन किया है। अधिकारियों के चक्कर काट रही महिला सचिव इस प्रस्ताव के बाद अब ग्राम पंचायत सालरगोंदी की सचिव जयंती पनाडिया अधिकारियों के चक्कर काट रही हैं। जयंती ने जिला पंचायत सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा को लिखित शिकायत करते हुए कहा- कमीशन के प्रस्ताव को लेकर पुष्पराजगढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गणेश पांडे को शिकायत की गई थी। तब से सरपंच विक्रम प्रसाद, उप सरपंच और पंचों द्वारा लगातार धमकी दी जा रही है कि तुम पंचायत में कदम रखकर बताओ। वे कहते हैं- हमारा गांव है, हम तुम्हारे साथ कुछ भी कर सकते हैं। इस वजह से बहुत डरी हुई हूं। इनके द्वारा ग्राम पंचायत में लगातार तीन मासिक बैठकों में कमीशन का प्रस्ताव पारित किया गया है। सरपंच ने कहा-खाली कागज पर दस्तखत कराए सरपंच विक्रम प्रसाद ने बताया कि 12 अगस्त को कमीशन संबंधी कोई भी चर्चा नहीं हुई। एसडीओ को 10 परसेंट, सीईओ को 10, एपीओ को 5, बाबू को 3 परसेंट पैसा लगता है, ये कहकर पुराने सचिव सुरेंद्र मिश्रा और वर्तमान सचिव जयंती पैसा डकार जाते हैं। ये सब जगह चल रहा है। हम लोग इसी पर हंसी मजाक कर रहे थे कि सब इतना पैसा लेते हैं तो हमें क्यों नहीं मिलेगा? हमसे पुराने सचिव मिश्रा और वर्तमान सचिव जयंती ने खाली कागज पर दस्तखत कराए थे। उन्होंने कहा था कि प्रत्येक पंच को 5-5 काम हम देंगे। जब खाली कागज पर दस्तखत करने के बयान पर सरपंच से उनकी शिक्षा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने खुद को बीए पास और 3 बार का सरपंच होना बताया। अगली सुनवाई 26 नवंबर को होगी जिला पंचायत सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने 13 नवंबर को सालरगोंदी के सरपंच, उप सरपंच और सभी पंचों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा था कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पंचायती राज अधिनियम के तहत धारा 40 की कार्रवाई की जाएगी। इस पर 16 नवंबर को सरपंच विक्रम प्रसाद के सभी पंच पेशी पर पहुंचे। अगली सुनवाई 26 नवंबर को होगी। ये खबर भी पढ़ें... सरपंच पति ने भाई के साथ मिलकर युवक को पीटा, पंचायत के कामों में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी सिंगरौली में एक युवक के साथ लाठी-डंडे से मारपीट का वीडियो सामने आया है। वीडियो रविवार शाम का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बरगवां थाना क्षेत्र के दादर ग्राम पंचायत के कामों में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर सरपंच पति ने पिता और अपने भाइयों के साथ मिलकर युवक से मारपीट की। पूरी खबर पढ़ें...
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