सहारनपुर में खनन की गाड़ी छुड़ाने आए दो अरेस्ट:खनन की गाड़ी का फर्जी रिलीज ऑर्डर तैयार कर पहुंचे थे थाने, खनन अधिकारी ने की थी सीज

सहारनपुर में फर्जी रिलीज ऑर्डर से सीज गाड़ी को छुड़ाने पहुंचे दो आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। दोनों आरोपियों ने खान अधिकारी के फर्जी साइन किए। विभाग में पैसा न जमा कराना पड़े, इसलिए रिलीज ऑर्डर पर फर्जी साइन कर थाने पहुंच गए। 23 नवंबर को खान अधिकारी ने ओवरलोड वाहन को सीज किया था। मामला थाना नानौता का है। दो लाख बचाने के चक्कर में फंसे थाना नानौता इंस्पेक्टर सचिन पूनिया ने बताया कि 23 नवंबर को माइनिंग ऑफिसर ने ओवरलोड खनन सामग्री का एक ट्रक UP14 FT 4295 को सीज कर दिया था। ट्रक को सीज कर नानौता की जंधेड़ी चौकी पर खड़ा करा गया था। ट्रक मुजफ्फरनगर के रहने वाले आसिफ का था। ट्रक मालिक आसिफ अपने साथ हकीकत नगर के रहने वाले सौरभ कालरा को लेकर पहुंचा। तभी पुलिस को फर्जी रिलीज ऑर्डर पर शक हुआ। रिलीज ऑर्डर पर थे फर्जी साइन पुलिस ने माइनिंग ऑफिसर को फोन कर रिलीज ऑर्डर को लेकर बात की। जिसके बाद फर्जी रिलीज ऑर्डर का पता चला। रिलीज ऑर्डर पर फर्जी साइन किए हुए थे। तभी पुलिस ने ट्रक मालिक आसिफ और सौरभ कालरा को अरेस्ट कर लिया। दो लाख देनी पड़ती पेनाल्टी पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ट्रक रिलीज करने के लिए दो लाख रुपए का शुल्क जमा कराना पड़ता। रकम बड़ी थी इसलिए ट्रक का फर्जी रिलीज ऑर्डर बनाकर ट्रक छुड़वाने का प्लान बनाया। इसलिए फर्जी तरीके से माइनिंग ऑफिसर के साइन किए। जिसमें एक अन्य भी शामिल है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

Nov 28, 2024 - 08:25
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सहारनपुर में खनन की गाड़ी छुड़ाने आए दो अरेस्ट:खनन की गाड़ी का फर्जी रिलीज ऑर्डर तैयार कर पहुंचे थे थाने, खनन अधिकारी ने की थी सीज
सहारनपुर में फर्जी रिलीज ऑर्डर से सीज गाड़ी को छुड़ाने पहुंचे दो आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। दोनों आरोपियों ने खान अधिकारी के फर्जी साइन किए। विभाग में पैसा न जमा कराना पड़े, इसलिए रिलीज ऑर्डर पर फर्जी साइन कर थाने पहुंच गए। 23 नवंबर को खान अधिकारी ने ओवरलोड वाहन को सीज किया था। मामला थाना नानौता का है। दो लाख बचाने के चक्कर में फंसे थाना नानौता इंस्पेक्टर सचिन पूनिया ने बताया कि 23 नवंबर को माइनिंग ऑफिसर ने ओवरलोड खनन सामग्री का एक ट्रक UP14 FT 4295 को सीज कर दिया था। ट्रक को सीज कर नानौता की जंधेड़ी चौकी पर खड़ा करा गया था। ट्रक मुजफ्फरनगर के रहने वाले आसिफ का था। ट्रक मालिक आसिफ अपने साथ हकीकत नगर के रहने वाले सौरभ कालरा को लेकर पहुंचा। तभी पुलिस को फर्जी रिलीज ऑर्डर पर शक हुआ। रिलीज ऑर्डर पर थे फर्जी साइन पुलिस ने माइनिंग ऑफिसर को फोन कर रिलीज ऑर्डर को लेकर बात की। जिसके बाद फर्जी रिलीज ऑर्डर का पता चला। रिलीज ऑर्डर पर फर्जी साइन किए हुए थे। तभी पुलिस ने ट्रक मालिक आसिफ और सौरभ कालरा को अरेस्ट कर लिया। दो लाख देनी पड़ती पेनाल्टी पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ट्रक रिलीज करने के लिए दो लाख रुपए का शुल्क जमा कराना पड़ता। रकम बड़ी थी इसलिए ट्रक का फर्जी रिलीज ऑर्डर बनाकर ट्रक छुड़वाने का प्लान बनाया। इसलिए फर्जी तरीके से माइनिंग ऑफिसर के साइन किए। जिसमें एक अन्य भी शामिल है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

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