सुल्तानपुर में विजेथुआ महोत्सव का समापन:रामभद्राचार्य महाराज ने हनुमान कथा सुनाई, 4 से 5 लाख लोग पहुंचे
सुल्तानपुर में विजेथुआ धाम पर भव्य विजेथुआ महोत्सव शांति पूर्वक सम्पन्न हुआ, जिसमें पहली बार 4-5 लाख भक्तों का जनसैलाब देखने को मिला। सफल कार्यक्रम के बाद सत्य पथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी ने एक सम्मान समारोह आयोजित किया, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की। विवेक तिवारी ने कहा, "सरकार को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। हनुमान जी का स्वरूप धीरे-धीरे विस्तार कर रहा है। इस बार रामभद्राचार्य महाराज के आगमन से लोगों का मन प्रफुल्लित था और हनुमान जी ने अपनी विशेष कृपा बरसाई।" उन्होंने कहा कि महोत्सव में 4-5 लाख लोगों का आगमन हुआ, और यह अनुभव बहुत दिव्य था। तिवारी ने बताया कि अब सरकार और प्रशासन की चुनौतियां बढ़ेंगी, क्योंकि अब दुनिया ने जाना है कि विजेथुआ हनुमान जी की विशेष स्थली है। विकास बेरोजगारी को कम करता है विवेक तिवारी ने विजेथुआ धाम को ऊर्जावान बताते हुए कहा, "हनुमान जी ने इस स्थान को स्वयंभू होने के लिए चुना है। यह स्थान अयोध्या, काशी विश्वनाथ और प्रयागराज के त्रिकोण में है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है।" उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र का विकास बेरोजगारी को कम करेगा और आसपास के चार-पांच जिलों के लोग रोजगार के लिए फिर से यहां लौटेंगे। तिवारी ने पलायन की समस्या का भी जिक्र करते हुए कहा कि लोग जौनपुर, प्रतापगढ़, अम्बेडकर नगर और सुल्तानपुर से छोटे रोजगार के लिए बड़े शहरों में जाते हैं। उन्होंने कहा, "जैसे-जैसे काशी, प्रयागराज और अयोध्या का विकास हुआ, वहां का पलायन रुका है। मुझे लगता है कि विजेथुआ के विकास से आसपास के लोगों को भी रोजगार मिलेगा।" विजेथुआ महोत्सव ने न केवल भक्तों को आकर्षित किया, बल्कि इस क्षेत्र के विकास की संभावनाओं को भी उजागर किया है। विवेक तिवारी ने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि वे इस दिशा में कदम बढ़ाएं और क्षेत्र का विकास सुनिश्चित करें।
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