1 दिसंबर को निकलेगी मानवंदन यात्रा:नारीशक्ति लेंगी त्रिशूल दीक्षा, रानी दुर्गावती, अहिल्याबाई होल्कर की दिखेंगी सजीव झांकियां

आर्यकन्या इंटर कॉलेज में रविवार को विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति व दुर्गा वाहिनी के तत्वावधान में ऐतिहासिक त्रिशूल दीक्षा व मानवंदन यात्रा का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की जानकारी विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री गौरांग ने दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम पुण्यश्लोका अहिल्यादेवी होल्कर और वीरांगना रानी दुर्गावती की पावन स्मृति को समर्पित है। नारी अस्मिता, आत्मरक्षा के लिए होगा आयोजन विश्व हिन्दू परिषद् कानपुर प्रान्त के प्रांतीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि सनातन संस्कृति में नारी को सदा शक्ति का स्वरूप माना गया है, इसी परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए 1 दिसंबर को नारी अस्मिता और आत्मरक्षा के लिए यह आयोजन होगा। मंत्रोच्चारण के साथ भारी संख्या में चिकित्सक, अध्यापक, अधिवक्ता, उद्यमी, छात्राएं व हर वर्ग की महिलाएं दीक्षा लेकर त्रिशूल धारण करेंगी, जो उनके वीरांगना स्वरूप का प्रतीक बनेगी। मातृशक्ति विभाग संयोजिका तापसी चक्रवर्ती ने बताया कि त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम के बाद शक्ति स्वरूपा बहनों की ओर से मानवंदन यात्रा भी निकाली जाएगी। त्रिशूल धारण महिलाएं प्रस्तुत करेंगी प्रेरणादायक दृश्य यात्रा आर्यकन्या इंटर कॉलेज से प्रारंभ होकर विद्यार्थी मार्केट, गोविंद नगर थाना मोड़, नंदलाल चौराहा होते हुए प्रवेशद्वार से काॅलेज में समाप्त होगी। इस यात्रा में भारत माता, रानी दुर्गावती, राजमाता अहिल्याबाई होल्कर और महिषासुर मर्दिनी की सजीव झांकियां, जयघोष, भगवा ध्वज और त्रिशूल धारण करती माताएं-बहनें एक दिव्य और प्रेरणादायक दृश्य प्रस्तुत करेंगी। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता अखिल भारतीय महिला समन्वय प्रमुख तथा मातृशक्ति राष्ट्रीय संयोजिका मीनाक्षी ताई होंगी। आयोजन नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।

Nov 29, 2024 - 18:40
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1 दिसंबर को निकलेगी मानवंदन यात्रा:नारीशक्ति लेंगी त्रिशूल दीक्षा, रानी दुर्गावती, अहिल्याबाई होल्कर की दिखेंगी सजीव झांकियां
आर्यकन्या इंटर कॉलेज में रविवार को विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति व दुर्गा वाहिनी के तत्वावधान में ऐतिहासिक त्रिशूल दीक्षा व मानवंदन यात्रा का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की जानकारी विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री गौरांग ने दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम पुण्यश्लोका अहिल्यादेवी होल्कर और वीरांगना रानी दुर्गावती की पावन स्मृति को समर्पित है। नारी अस्मिता, आत्मरक्षा के लिए होगा आयोजन विश्व हिन्दू परिषद् कानपुर प्रान्त के प्रांतीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि सनातन संस्कृति में नारी को सदा शक्ति का स्वरूप माना गया है, इसी परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए 1 दिसंबर को नारी अस्मिता और आत्मरक्षा के लिए यह आयोजन होगा। मंत्रोच्चारण के साथ भारी संख्या में चिकित्सक, अध्यापक, अधिवक्ता, उद्यमी, छात्राएं व हर वर्ग की महिलाएं दीक्षा लेकर त्रिशूल धारण करेंगी, जो उनके वीरांगना स्वरूप का प्रतीक बनेगी। मातृशक्ति विभाग संयोजिका तापसी चक्रवर्ती ने बताया कि त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम के बाद शक्ति स्वरूपा बहनों की ओर से मानवंदन यात्रा भी निकाली जाएगी। त्रिशूल धारण महिलाएं प्रस्तुत करेंगी प्रेरणादायक दृश्य यात्रा आर्यकन्या इंटर कॉलेज से प्रारंभ होकर विद्यार्थी मार्केट, गोविंद नगर थाना मोड़, नंदलाल चौराहा होते हुए प्रवेशद्वार से काॅलेज में समाप्त होगी। इस यात्रा में भारत माता, रानी दुर्गावती, राजमाता अहिल्याबाई होल्कर और महिषासुर मर्दिनी की सजीव झांकियां, जयघोष, भगवा ध्वज और त्रिशूल धारण करती माताएं-बहनें एक दिव्य और प्रेरणादायक दृश्य प्रस्तुत करेंगी। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता अखिल भारतीय महिला समन्वय प्रमुख तथा मातृशक्ति राष्ट्रीय संयोजिका मीनाक्षी ताई होंगी। आयोजन नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।

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